Goli
Publisher:
Prabhat Prakashan
Language:
Hindi
Pages:
232
Country of Origin:
India
Age Range:
18-100
Average Reading Time
464 mins
Book Description
ऐतिहासिक कथा-लेखन के सर्वाधिक प्रसिद्ध स्तंभ आचार्य चतुरसेन ने इस उपन्यास में राजस्थान के रजवाड़ों और उनके रंगमहलों की भीतरी जिंदगी का बड़ा मार्मिक, रोचक और मनोरंजक चित्रण किया है। उसी परिवेश की एक बदनसीब गोली की करुणकृगाथा, जो जीवनभर राजा की वासना का शिकार बनती रही और उसका पति उसे छूने का सहास भी नहीं कर सका। यह संस्करण संपूर्ण मूल पाठ है। इसीलिए इसे हमेशा प्रामाणिक दस्तावेज के रूप में समझा जाएगा|