Indian Economy Ki Vishwa Mein Badhati Pahachan

Indian Economy Ki Vishwa Mein Badhati Pahachan

Authors(s):

Dr. Vandna Dangi

Language:

Hindi

Pages:

224

Country of Origin:

India

Age Range:

18-100

Average Reading Time

448 mins

Buy For ₹425

* Actual purchase price could be much less, as we run various offers

Book Description

"आज समग्र विश्व में कोरोना वायरस का सामान्य जनजीवन से लेकर प्रभावित देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर गंभीर असर पड़ा है। कोरोना के अप्रत्याशित कहर ने समूचे वैश्विक जगत को न केवल आर्थिक तौर पर आहत किया बल्कि अनिश्चितता का ऐसा माहौल पैदा कर दिया कि लॉकडाउन और अति उदार मौद्रिक व राजकोषीय नीतियों का कोई समीकरण कारगर होता नजर नहीं आ रहा। जाहिर तौर पर इंडियन इकोनॉमी भी इसका अपवाद नहीं है लेकिन जिस परिपक्वता के साथ भारत ने कोविड-19 के हमले का सामना किया, उससे समग्र विश्व में भारतीय अर्थव्यवस्था की पहचान बढ़ी है। बहरहाल, प्रस्तुत पुस्तक में संकलित लेख जिस समय-काल में लिखे गए हैं तब कोरोना की आहट तक नहीं थी। भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व में सबसे तेज गति से विकास करनेवाली अर्थव्यवस्था का रुतबा हासिल करते हुए पाँच ट्रिलियन डॉलर की जी.डी.पी. हासिल करने के लक्ष्य का पीछा करती नजर आ रही थी। कोरोना और अन्य अनेक कारणों से भारत की आर्थिक विकास दर फिलहाल आहत भले ही हुई हो लेकिन दीर्घ काल में वह इन चुनौतियों का मुकाबला करते हुए अपना संतुलन पा ही लेगी। कारण यह है कि भारत की अर्थव्यवस्था समावेशी विकास की अवधारणा को लेकर आगे बढ़ रही है और आर्थिक सुधार का दायरा सामाजिक उत्थान, स्वच्छता और पर्यावरण-सुरक्षा को जिस प्रकार समेटे हुए है उससे तो यह कयास लगाया जा सकता है कि 21वीं सदी का भारत एक जीवंत अर्थव्यवस्था के रूप में विश्व में स्थापित होगा। भारतीय अर्थव्यवस्था में आ रहे विभिन्न बदलावों का वर्णन करती एक पठनीय कृति। "

More Books from Prabhat Prakashan