JEENE KI RAAH SHRIMADBHAGVADGITA
Author:
Suhaib IlyasiPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 160
₹
200
Available
आपि यह पुस्तक उठाकर पढ़ रहे हैं तो इसका अर्थ है कि आप कहीं-न-कहीं आर्थिक, सामाजिक और आध्यात्मिक शांति तलाश रहे हैं। बेशक हजारों युगों से मानव का पथ-प्रदर्शन करनेवाली श्रीमद्भगवद्गीता आपके लिए भी उतनी ही प्रासंगिक है, जितनी कभी यह महाबली अर्जुन या उन्नत महापुरुषों की प्रतिकूल अवस्थाओं में रही है।
‘जीने की राह’ में मौजूद श्रीमद्भगवद्गीता पर आधारित ‘सफलता के व्यावहारिक नियम’ आपके जीवन को सुखद और मंगलमय बनाने के लिए आज भी प्रासंगिक हैं। इस पुस्तक में वे सनातन रहस्य छिपे हैं, जो आपके विशिष्ट स्वप्नों को साकार करने में आपका मार्गदर्शन और आपकी सहायता करेंगे। यह इस धारणा को पुष्ट करती है कि आर्थिक या आध्यात्मिक सफलता केवल सुनिश्चित योजनाओं, उच्च महत्त्वाकांक्षा और कठिन परिश्रम से ही प्राप्त हो सकती है।
प्रख्यात टेलीविजनकर्मी सुहैब इल्यासी ने इस पुस्तक में स्वयं अपने जीवन में श्रीमद्भगवद्गीता की व्यावहारिक उपयोगिता का प्रेरणात्मक उल्लेख किया है। उनका मानना है कि जब हम श्रीमद्भगवद्गीता द्वारा बताए तरीके से जीवन गुजारना शरू करते हैं तो फिर प्रकृति से तादात्म्य सहज ही स्थापित हो उठता है और जीवन में सुख-सौभाग्य, सुस्वास्थ्य, सुमधुर संबंध और भौतिक सुख अनायास ही प्राप्त होने लगते हैं।
यह पुस्तक जीवन में आध्यात्मिक उत्थान और स्वयं की पहचान करानेवाली तथा जीवन को जबरदस्त उत्प्रेरणा से भर देनेवाली एक व्याहारिक कृति है।
ISBN: 9789390900497
Pages: 136
Avg Reading Time: 5 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Rashtriya Evam Antarrashtriya Sangathan
- Author Name:
Shailesh Kumar
- Book Type:

-
Description:
राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय संगठन हिन्दी माध्यम से प्रतियोगिता परीक्षाओं में भाग लेने वाले प्रतिभागियों के मार्गदर्शन के उद्देश्य से लिखी गई है। प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के दौरान प्रतिभागियों को सामान्य अध्ययन की तैयारी के लिए विविध स्रोतों से सामग्री एकत्रित करनी पड़ती है। विषयवार ढंग से सामग्री को एक जगह उपलब्ध होना अत्यनत उपयोगी है। इस समन्दर्भ में यह किताब महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि इस विषय पर हिन्दी में मुकम्मल किताब अब तक नहीं की।
इसमें प्रतियोगिता परीक्षाओं को ध्यान में रखकर राष्ट्रीय-अन्तरराष्ट्रीय संगठनों की संक्षिप्त लेकिन सारगर्भित और बिन्दुवार जानकारी दी गई है। वस्तुत: राष्ट्रीय-अन्तरराष्ट्रीय संगठनों के बारे में जानना अपने आपकों जानने की प्रक्रिया का अभिन्न अंग है। आज के गतिशील विश्व में सभी संघटन चाहे वे राजनैतिक हों, आर्थिक हों, सामरिक हों या सामाजिक-सांस्कृतिक हों एक-दूसरे से जुड़े हैं। यदि आप इनका सम्यक् ज्ञान रखें तो इनके अन्तर्सम्बन्धों एवं आन्तरिक जुड़ाव को भलीभाँति समझ सकते हैं। सिविल सेवा की परीक्षा के प्रत्येक स्तर पर चाहे वह प्रारम्भिक परीक्षा हो या मुख्य परीक्षा या साक्षात्कार-इस ज्ञान की अपरिहार्यता से इनकार नहीं किया जा सकता। न केवल सीधे-सीधे प्रश्नों में बल्कि अप्रत्यक्ष रूप से राजनीति, समाजशास्त्र तथा अर्थाशास्त्र से जुड़े प्रश्नों में इन संस्थाओं के विषय में आपका ज्ञान आपको लाभ पहुँचाएगा।
यह किताब मुख्यत: तथ्यात्मक है एवं इसमें सिविल सेवा परीक्षा सहित सभी महत्त्वपूर्ण परीक्षाओं को ध्यान में रखकर तथ्यों को क्रम दिया गया है।
Napoleon Bonaparte
- Author Name:
Vimal Kumar
- Book Type:

- Description: "नेपोलियन बोनापार्ट के कुछ महत्त्वपूर्ण विचार • लोग अपने अधिकारों की अपेक्षा अपने स्वार्थों के लिए ज्यादा मजबूती से लड़ते हैं। • सच्चा आदमी किसी से नफरत नहीं करता। • अवसरों के बिना योग्यता धरी-की-धरी रह जाती है। • चार विरोधी अखबार हजारों संगीनों से ज्यादा डरावने हो सकते हैं। • महत्त्वाकांक्षा किसी महानायक का जुनून हो सकती है। जो इससे प्रेरित होते हैं, वे बहुत अच्छे या बहुत बुरे कार्य कर सकते हैं। • जो जीत के प्रति आशंकित होता है, वह निश्चित रूप से हारता है। • मेरी आपके लिए एक ही सलाह है, त्रुटिहीन बनो। • यदि मुझसे धर्म का चुनाव करने के लिए कहा जाए तो सार्वभौमिक जीवनदाता सूर्य को मैं अपना ईश्वर चुनूँगा। • यदि तुम चाहते हो कि कोई काम एकदम ठीक से हो तो उसे स्वयं करो। • किसी लोकप्रिय शख्सियत को नजदीक से देखा जाए तो उसकी गरिमा का पर्वत भरभरा उठता है। नेपोलियन बोनापार्ट ने फ्रांसीसी क्रांति के एक जनरल से लेकर सम्राट्ï नेपोलियन बोनापार्ट तक का सफर तय किया। वह 11 नवंबर, 1799 से लेकर 18 मई, 1804 तक फ्रेंच रिपब्लिक के पहले काउंसिल के रूप में फ्रांस के शासक रहे। 18 मई, 1804 से लेकर 6 अप्रैल, 1814 तक वे नेपोलियन प्रथम के रूप में फ्रांस के सम्राट्ï और इटली के राजा थे। किसी भी भूमिका में वे पश्चिम के इतिहास के अब तक के सबसे यशस्वी व्यक्तित्वों में से एक हैं। वे फ्रांसीसी राज्य के सैन्य विस्तार के लिए समर्पित थे, जिसके लिए उन्होंने सैन्य संगठन और प्रशिक्षण में क्रांति ला दी। दुनिया भर की सैन्य अकादमियों में उनके अभियानों का अध्ययन किया जाता है और उन्हें अब तक का एक महानतम कमांडर माना जाता है। नेपोलियन के कई सुधारों ने फ्रांस के संस्थानों और पश्चिमी यूरोप के अनेक हिस्सों पर अमिट छाप छोड़ी। अपने जीवनकाल में उन्होंने बहुत सम्मान अॢजत किया और इसीलिए उन्हें इतिहास का एक महानायक माना गया। एक महान् शासक और सेनानायक की प्रेरणादायक एवं पठनीय जीवनगाथा। "
Mera Rasta Aasaan Nahin
- Author Name:
Aacharya Jankivallabh Shastri
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Chandrayaan-3: India'S Graceful Moonwalk
- Author Name:
Priyanka Jain
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Pariyon Ke Desh Mein
- Author Name:
Ruskin Bond
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Nagaland Ki Lokkathayen "नागालैंड की लोककथाएँ" Book In Hindi
- Author Name:
Shruti Madhavendra
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Swachh Indore
- Author Name:
P. Narahari
- Book Type:

- Description: Indore city has been declared the cleanest city in the country for the fifth time in a row in 2021. Indore became cleanest city in the country for the first time in Swachh Sarvekshan 2017 while in the Swachh Sarvekshan 2016, it was 25th in the ranking. The story of Indore from 25th position to becoming the cleanest city of the country and then sustaining the position is written in this book by the author P. NaraharilAS. P. Narahari was the Collector and District Magistrate of Indore when the campaign to become the cleanest city was initiated. The author spearheaded the campaign to make Indore Rural District the second Open Defecation Free (ODF) in the country. After achieving such a feat, the campaign to make Indore the Cleanest city was initiated with the support of the whole society. What were the strategies applied by the city administration in ensuring absolute cleanliness on the lines of the Swachh Bharat Campaign? How a song to motivate the citizens of Indore became an anthem for cleanliness is mentioned in this book. How Indore became a role model for not only many other cities of the country but also of the world is delineated in this book. This book also talks about how Safai Karmcharis became champions of Cleanliness in this campaign? This book can be a reference point for citizens, administrators, policy makers, students of journalism and civic societies of any city to make their cities highly liveable. It will lead to the Right to Cleanliness for a healthy living of everyone.
Pedon Ki Chhaon Mein
- Author Name:
Daya Kishan Sharma ‘Nisheeth’
- Book Type:

- Description: पुस्तक से- पता नहीं क्यों तू मुझे समझता रहा हर बार इनसान महामानव या कोई दैवीय फरिश्ता बाँध बैठा तू आशाए मुझसे हर रोज उसी के अनुरूप तभी तो मुझसे टूटा तेरा विश्वास हर बार जबकि में इस धरती के एक तुच्छ प्राणी से अधिक कुछ भी नहीं था
Lokshilpi Delhi Nagar Nigam
- Author Name:
Jagdish Mamgain
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
KAISE-KAISE VAHAN
- Author Name:
Varnika
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Premvallari
- Author Name:
Malik Rajkumar
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Avadh Narayan Mudgal Ki Lokpriya Kahaniyan
- Author Name:
Avadh Narayan Mudgal
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Ram Manohar Lohiya : Bharat Ki Himalay Niti
- Author Name:
Ashok Pankaj
- Book Type:

- Description: लोहिया पूछते हैं कि 'हिमालय भारत का संतरी है' यह ख्याल कहाँ से आया? जिस हिमालय का भारत के लिए चातुर्दिक महत्त्व है क्या उसको लेकर भारत की कोई नीति है? तिब्बत का जितना गहरा संबंध भारत से रहा है क्या उसी तरह के संबंध उसके चीन से रहें हैं? नेपाल, भूटान जिसे उन्होंने 'भाई हिमालय' कहा है, के साथ भारत के संबंधों का आधार क्या होना चाहिए? तिब्बत में स्थित कैलाश-मानसरोवर किसकी विरासत है? भारत-चीन संबंधों का आधार और समझने का दृष्टिकोण क्या होना चाहिए? एशिया की दो पुरातन सभ्याताएँ जो आज दो विभिन्न प्रणालियों का प्रतिनिधित्व करती हैं, और जिनकी प्रतिस्पर्द्धात्मक महत्त्वकांक्षाएँ हैं, में सामंजस्य कैसे हो ? इन प्रश्नों का उत्तर लोहिया भारत की हिमालय नीति के माध्यम से देते हैं और इसी क्रम में भारत की विदेश एवं रक्षा नीति को लेकर कुछ स्थूल सिद्धांत देते हैं, जिसके कुछ सूत्र को 'बांह और मुट्ठी', 'कबूतर एवं बाज' की उपमा से भी स्पष्ट करते हैं। लोहिया नीतिगत परामर्श देते हैं कि, भारत को इतिहास की गलतियों से सबक सीखना चाहिए और अपनी अंदरूनी कमजोरियों को भी दुरुस्त करना चाहिए। इसी क्रम में वे एक ओर शिवाजी और प्रताप को पुकारते हैं तो दूसरी ओर गांधी को ही गुरू मानते हैं। क्या भारत लोहिया के विचारों से कुछ सीख ले सकता है? यही इस पुस्तक की मूल भावना है।
Muktibodh Ke Uddharan
- Author Name:
Prabhat Tripathi
- Book Type:

- Description: गजानन माधव मुक्तिबोध की जन्म-शती के दौरान उनके उद्धरणों का यह संचयन विशेष रूप से तैयार और प्रकाशित किया जा रहा है। छोटी कविताओं के समय में मुक्तिबोध लम्बी कविताएँ लिखने का जोखिम उठाते रहे और उनकी आलोचना और चिन्तन लीक से हटकर जटिल थे। इसने उन्हें एक कठिन लेखक के रूप में विख्यात कर दिया। उनके अत्यन्त सार्थक, जटिल साहित्य-संसार में प्रवेश के लिए उद्धरणों का यह संचयन मददगार होगा, इस उम्मीद से ही इसे विन्यस्त किया गया है। इससे पाठकों को मुक्तिबोध के संसार में और गहरे जाने का उत्साह होगा। मुक्तिबोध रज़ा के प्रिय कवियों में से एक थे। उनकी एक पंक्ति 'इस तम-शून्य में तैरती है जगत् समीक्षा' का उन्होंने अपने कई चित्रों में इस्तेमाल किया था। मुक्तिबोध अकेले हिन्दी कवि हैं जिन्हें प्रसिद्ध प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट ग्रुप के कम से कम तीन बड़े चित्रकारों ने पसन्द किया। रामकुमार ने रोग-शय्या पर लेटे हुए मुक्तिबोध के कई रेखाचित्र बनाए थे जो उनके पहले कविता-संग्रह 'चाँद का मुँह टेढ़ा है' में प्रकाशित हुए थे। मक़बूल फ़िदा हुसेन ने जूते न पहनने का निर्णय मुक्तिबोध की शवयात्रा के दौरान लिया था। रज़ा उनकी कविता को हमेशा याद करते रहे। यह संचयन एक शृंखला की शुरुआत भी है। आगे अज्ञेय, शमशेर बहादुर सिंह, रघुवीर सहाय, निर्मल वर्मा आदि के उद्धरणों के संचयन प्रकाशित करने का इरादा है। —अशोक वाजपेयी
Tamasha Mere Aage
- Author Name:
Hemant Sharma
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Adhyatma Ki Khoj Mein
- Author Name:
Sanjiv Shah
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Fun With Colouring Children Drawing and Colouring Book for Kids Age 1 - 6 Years
- Author Name:
Venkatesh Prasad
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Aarakshan Ka Dansh
- Author Name:
Arun Shourie
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Dynamic D.M. (Prosperity Through Participatory Good Governance)
- Author Name:
Dr. Heera Lal +1
- Book Type:

- Description: As DM of Banda, Dr. Heera Lal’s notable achievements and projects include — Startup Innovation Summit in Banda district, 90 plus awareness campaign to increase voting percentage, prison reform program, ‘Save the pond’ campaign in summer to deal with water crisis, eradication of malnutrition and Anna practice and to develop Kalinjar as a tourist destination. In addition to these, he has successfully implemented the plans, programs and priorities of the state government. These are a few special achievement and projects of Dr. Heera Lal as a DM of Banda. Not considering himself as an officer, but an ordinary servant of the society, he has displayed a wonderful and exemplary track record of his workmanship, foresight, teamwork and dedication as DM of Banda. If the DM and other administrative officers of every district discharge their responsibility with the same sense of duty, then there is no reason why every village, every district and the whole country will not be full of necessary facilities. Every Indian’s life will be happy and India will write a new story of progress and advancement. ‘Dynamic D.M.’ is not only a motivational and readable book but it is also a powerful medium of social upliftment.
Meditation Ke Naveen Aayam
- Author Name:
Manoj Srivastava
- Book Type:

- Description: "आज के जीवन में हम इतने खो गए हैं कि ईश्वर या आस्था को भूलते जा रहे हैं। इसका मूल कारण है— हमारे ऊपर अस्तित्ववादी प्रभाव। अर्थात् मेरा ही अस्तित्व है एवं केवल मैं ही हूँ। केवल ‘मैं’ से अहं आता है। इस प्रभाव से हम एकांगी सोच में जीवन जीने लगते हैं। जब व्यक्ति के सामने चुनौतियाँ, कठिनाइयाँ आती हैं तो वह अपने को अकेला पाता है। जब व्यक्ति असफल होता है तो उसमें कुंठा, हताशा, निराशा व अवसाद जन्म लेते हैं। वह समाज, मित्र, सगे-संबंधी, ईश्वर को इसका दोष देता है। हमें अगर सही जीवन जीना है तो हमारे पास आस्था के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं है। व्यक्ति के पास आज सूचनाओं का अंबार है, परंतु ज्ञान नहीं है। जिनके पास ज्ञान है, उनके पास अहंकार भी है। कहना न होगा कि जीवन की समस्याओं के समाधान के लिए हमें विचारों का समुचित प्रबंधन करना होगा और पूर्वाभासी ज्ञान जाग्रत् करना होगा। यह हम मेडिटेशन व ध्यान द्वारा कर सकते हैं। इस पुस्तक में इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु अनेक विधियाँ दी गई हैं, लेकिन सहज राजयोग हमें वह विधि सिखाता है, जिससे हम कम समय में, कम परिश्रम से बेहतर रूप में ध्यान व मेडिटेशन कर सकते हैं। जीवन को सहजता के साथ जीने का मार्ग दिखाती एक व्यावहारिक पुस्तक। "
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...