Bolen To Aisa Bolen "बोलें तो ऐसा बोलें" Book in Hindi - Amit Sharma
Author:
Amit SharmaPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 200
₹
250
Available
Awating description for this book
ISBN: 9788196355357
Pages: 136
Avg Reading Time: 5 hrs
Age : 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Police Vyavastha Par Vyangya
- Author Name:
Giriraj Sharan
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Karna Vastav Mein Kaun Tha? "कर्ण वास्तव में कौन था?" | Religious Hinduism Mahabharat Book in Hindi
- Author Name:
Daji Panashikar
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
13 Habits of Self-Made Millionaires: Learn, Improve And Achieve All Your Financial Goals
- Author Name:
Shashish Kumar Tiwari
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Bhrashtachaar Ka Kadva Sach
- Author Name:
Shanta Kumar
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Palamu ke Krantikari "पलामू के क्रांतिकारी" Book in Hindi - Prabhat Mishra'Suman'
- Author Name:
Prabhat Mishra 'Suman'
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Dharmashastra Aur Jatiyon ka Sach
- Author Name:
Shashi Shekhar Sharma
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Mridula Sinha Ki Lokpriya Kahaniyan
- Author Name:
Mridula Sinha
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Krishna Deities And Their Miracles
- Author Name:
Stephen Knapp
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Shesh Kitna Tamas "शेष कितना तमस" Book in Hindi | Dr. Virendra Prasad
- Author Name:
Dr. Virendra Prasad
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Benjamin Franklin Ki Atmakatha
- Author Name:
Benjamin Franklin
- Book Type:

- Description: "मेरा पैंफलेट संयोगवश किसी लाइओंस नामक सर्जन के हाथों पड़ गया। वे एक लेखक भी थे। उन्होंने ‘इनफैलिबिलिटी ऑफ ह्यूमन जजमेंट’ नामक शीर्षक से पुस्तक भी लिखी थी। इससे हमें आपस में परिचित होने का मौका मिला। मेरी ओर उनका काफी रुझान बढ़ा। वे मुझसे संबंधित विषयों पर चर्चा करने आ जाया करते। उन्होंने मुझे ‘फेबल ऑफ द बीज’ के लेखक डॉ. मानडेविले से परिचित कराया। लाइओंस ने मेरी मुलाकात डॉ. पेंबर्टन से भी कराई, जिन्होंने कभी सर आइजक न्यूटन से मिलने का अवसर उपलब्ध कराने का वादा किया। उनसे (न्यूटन से) मिलने की मेरी बड़ी इच्छा भी थी, लेकिन ऐसा हो न सका। अब तक मैं लगातार गॉडफ्रे के साथ रहता रहा। वह मेरे घर के एक हिस्से में अपने बीवी-बच्चों के साथ रहता था और दुकान का एक भाग उसने अपने ग्लेजियर व्यवसाय के लिए रखा था। गणित में खोया रहने के कारण वह थोड़ा ही काम कर पाता था। मिसेज गॉडफ्रे ने अपनी रिश्तेदारी में ही एक लड़की से मेरे विवाह की बात उठाई। वह हमें मिलाने के लिए अकसर अवसर निकाल लेती थीं। धीरे से मेरी ओर से प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया। चूँकि लड़की भी योग्य थी, मुझे बार-बार भोजन पर बुलाकर और हमें अकेला छोड़कर प्रोत्साहित किया जाता रहा। मिसेज गॉडफ्रे ने हमारी मध्यस्थता की। —इसी आत्मकथा से "
Loktantra Ki Maya
- Author Name:
Arvind Mohan
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
The Great Media Circus
- Author Name:
Ravindra Ranjan
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Shikhandi
- Author Name:
Dr. Laxmi Narayan Garg
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Vittiya Niyojan
- Author Name:
Dr. Yogesh Sharma
- Book Type:

- Description: वित्तीय नियोजन (फाइनेंशियल प्लानिंग) पर बाजार में कई पुस्तकें उपलब्ध हैं, लेकिन लेखक ने इस पुस्तक के माध्यम से वित्तीय नियोजन के सिद्धांतों एवं निवेश के उत्पादों की जानकारी को उदाहरण सहित समझाया है। मुद्रास्फीति का प्रभाव, चक्रवृद्धि ब्याज की ताकत, जीवन के वित्तीय लक्ष्य, सेवानिवृति योजना, एस्टेट योजना, बैंकिंग, बीमा, म्यूचुअल फंड, सरकारी बजत योजनाएँ, शेयर बाजार, सोना एवं रियल एस्टेट जैसे विषयों को समावेश करते हुए इन क्षेत्रों के जटिल पहलुओं को सीधी-सरल भाषा में स्पष्टता से समझाने की कोशिश की है। विश्वास है कि पुस्तक वित्तीय नियोजन में रुचि रखनेवालों की जिज्ञासाओं, संशयों तथा प्रश्नों का निराकरण करेगी।
Business Kohinoor : Ratan Tata
- Author Name:
B.C. Pandey
- Book Type:

- Description: This Book doesn’t have any Description
Sangh Aur Swaraj
- Author Name:
Ratan Sharda
- Book Type:

- Description: पिछले कुछ समय से राजनीतिक मजबूरियों के कारण वामपंथी और तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दल स्वतंत्रता संग्राम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका के विषय में दुष्प्रचार कर रहे हैं और जनसेवा में इसके बेहतरीन रिकॉर्ड पर कीचड़ उछाल रहे हैं। यह पुस्तक हमें बताती है कि संघ अपने जन्म से ही स्वराज के प्रति समर्पित था। डॉ. हेडगेवार का जीवन और वह शपथ, जो स्वयंसेवक लेते थे, स्वतंत्रता संग्राम के प्रति समर्पण को स्पष्ट रूप से दिखाते हैं। इस स्वतंत्रता को स्वराज में बदलने के लिए भारत को अनुशासित और साहस रखनेवाले युवाओं की आवश्यकता थी, जो राष्ट्र के प्रति समर्पित हों। ब्रिटिश दस्तावेज स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि वे स्वतंत्रता संग्राम में संघ की बढ़ती ताकत को लेकर सतर्क थे। स्वतंत्रता का आंदोलन 15 अगस्त, 1947 को ‘ट्रिस्ट विद डेस्टिनी’ (भाग्य के साथ मुलाकात) से समाप्त नहीं हुआ, बल्कि शुरू हुआ अंतहीन अँधेरी रातों का भयावह सिलसिला, जब सुरक्षाबलों के अतिरिक्त सबसे संगठित बल के रूप में संघ के कार्यकर्ताओं ने तबाह हुई लाखों लोगों की जिंदगी से जो कुछ बचा सकते थे, उसके लिए अपने प्राणों को खतरे में डाला। यह फैसला भारत के लोगों और इतिहास को करना है कि साहस की ऐसी काररवाई देशभक्ति थी या सांप्रदायिक। लेखक अन्य तथ्यों पर प्रकाश डालते हैं, जिनके कारण हमें स्वतंत्रता मिली और यह रेखांकित करते हैं कि स्वाधीनता किसी एक आंदोलन या काररवाई का परिणाम नहीं थी, बल्कि एक लहर के साथ धीरे-धीरे बढ़ी, जिसका निर्माण भारत के महान् आध्यात्मिक गुरुओं के कारण शुरू हुए सांस्कृतिक पुनर्जागरण से हुआ था।
Fansi ke Takhte Se
- Author Name:
Juliyas Fuchik
- Book Type:

- Description: चेकोस्लोवाकिया के पत्रकार, साहित्यालोचक और कम्युनिस्ट नेता जूलियस फ़ूचिक ने ‘फाँसी के तख़्ते से’ पुस्तक नाज़ियों की क़ैद में रहते हुए काग़ज़ के छोटे-छोटे टुकड़ों पर लिखी थी। बर्लिन की एक नात्सी अदालत तब उन्हें मौत की सज़ा सुना चुकी थी, और मृत्यु उनके सामने थी। अदम्य साहस और भविष्य में अटल विश्वास की सूचक इस पुस्तक में न सिर्फ़ फ़ासिस्ट क्रूरताओं के भयावह चित्र दिखाई पड़ते हैं, बल्कि उस व्यक्ति के नैतिक बल की प्रेरक छवियाँ भी दिखाई देती हैं जो फ़ासिज़्म का शिकार ज़रूर था, लेकिन उससे हारा नहीं; इतिहास के सामने उस अमानवीय शक्ति को उसने मुजरिम के रूप में खड़ा किया; और उस पर फ़ैसला भी दिया। दुनिया की अनेक भाषाओं में अनूदित हो चुकी इस पुस्तक में फ़ूचिक ने अपनी मनस्थिति के अलावा तत्कालीन घटनाओं के बहाने अपने विचार भी प्रकट किए हैं और मनुष्यता के शान्तिपूर्ण भविष्य में अपना गहरा विश्वास और जीवन से अपने अटूट प्रेम को भी व्यक्त किया है। माना जाता है कि यह पुस्तक उस लड़ाई में जोकि फ़ासिज़्म की बर्बरताओं के ख़िलाफ़ दुनिया में लड़ी गई, या लड़ी जा रही है; एक प्रेरक घटक के रूप में स्वीकार की जाती रही है।
Hindu Dharma: Hamara Janmaprapt Dharma
- Author Name:
Swami Vivekanand
- Book Type:

- Description: तुम लोग आर्य, ऋषियों के वशंधर हो ऋषियों के, जिनकी महत्ता की तुलना नहीं हो सकती। मुझे इसका गर्व है कि मैं तुम्हारे देश का एक नगण्य नागरिक हूँ। अतएवं भाइयो, आत्मविश्वासी बनो। पूर्वजों के नाम से अपने को लज्जित नहीं, गौरवान्वित समझो। याद रहे, किसी का अनुकरण कदापि न करना, कदापि नहीं। जब कभी तुम औरों के विचारों का अनुकरण करते हो, तुम अपनी स्वाधीनता गँवा बैठते हो। —इसी पुस्तक से प्रस्तुत पुस्तक 'हिंदू धर्म : हमारा जन्मप्राप्त धर्म' में स्वामीजी ने सरल शब्दों में वेदप्रणीत हिंदू धर्म, उसकी सार्वभौमिकता, उसकी उदारता, व्यापकता और सर्वधर्म समभाव की उसकी मौलिकता की अनिर्वचनीय व्याख्या की है और मानव-मन में हिंदू धर्म को लेकर सदा से पनपते कतिपय अनुत्तरित प्रश्नों के सटीक व तार्किक उत्तर दिए हैं। एक अत्यंत प्रेरक, रोचक और ओजपूर्ण पुस्तक, जो जीवन में दैविक आशा का संचार करती है।
Grenadier Yogendra Singh Yadav
- Author Name:
Rishi Raj
- Book Type:

- Description: Yogendra Singh Yadav was born on May 10, 1980 in the Ahir village of Aurangabad in Bulandshahr district of Uttar Pradesh. Rank—Grenadier, Retired as Honorary Captain Unit—18 Grenadiers War—Kargil War (Operation Vijay – 1999) Award—ParamVir Chakra Recognition—five months old when he joined the Indian Army. He became the youngest 'ParamVir Chakra' awardee at the age of 19 years. The entire world will always remember the exemplary valour displayed by the Indian soldiers in the Kargil war. Grenadier Yogendra Singh Yadav not only defeated the enemy but also dodged death in this war. At the time of receiving the ParamVir Chakra award he was only 19 years of age. He is the youngest soldier to have received the ParamVir Chakra.
BPSC Bihar Teacher Recruitment Class 6 To 8 Social Science "Samajik Vigyan" 15 Practice Sets in Hindi
- Author Name:
Dr. Ranjit Kumar Singh, IAS (AIR-49)
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Hurry! Limited-Time Coupon Code
Logout to Rachnaye
Offers
Best Deal
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua. Ut enim ad minim veniam, quis nostrud exercitation ullamco laboris nisi ut aliquip ex ea commodo consequat.
Enter OTP
OTP sent on
OTP expires in 02:00 Resend OTP
Awesome.
You are ready to proceed
Hello,
Complete Your Profile on The App For a Seamless Journey.