Atmanirbhar Bharat
Author:
Sunil VashishtPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
EnglishCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 880
₹
1100
Unavailable
Since the outbreak of COVID-19 pandemic and the resultant Janta curfew and lockdown, our country and the whole world has suffered a lot in 2020 both on health front and on economic front. COVID-19 has jolted the whole world economically resulting in fall of GDP of all major countries in the world and also a large scale loss of human life.
Our PM Narendra Modi being a visionary has come up with a call of �Atmanirbhar Bharat�. The English meaning of Atmanirbhar Bharat is self-reliant India or self-sufficient India. The basic idea behind this concept is making India self sustaining and self generating, an economy that can sustain itself on its own and which minimises its dependence on the outside world.
While declaring the Atmanirbhar Bharat Abhiyan and during the announcement of COVID-19 related economic package, PM Modiji stated that the 5 pillars of Atmanirbhar Bharat are economy, infrastructure, technology driven systems, vibrant demography and demand.
Various slogans initiated under Atmanirbhar Bharat include �Vocal for Local�, �Local for Global� and �Make for World�.
This book focusses on several important aspects related to Atmanirbhar Bharat like economy, banking, national security, self dependence, women empowerment etc. and contains views of various intellectuals and specialist on the above subjects vis-s-vis how to make India self-sufficient.
ISBN: 9789390366910
Pages: 448
Avg Reading Time: 15 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Nathpanth Ka Itihas
- Author Name:
Padmaja Singh
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Bhagwan Parshuram | Hindi Translation of The Legend of Parshu-Raam
- Author Name:
Dr. Vineet Aggarwal
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Share Market Dictionary
- Author Name:
A. Sulthan
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Share Market ke Success Mantra
- Author Name:
Saurabh Mukherjea
- Book Type:

- Description: मैंकैसे स्टॉक मार्केट में निवेश करूँ? किन कंपनियों में मुझे निवेश करना चाहिए? मुझे शेयर कब खरीदने चाहिए? कब उन्हें बेचना चाहिए? कैसे मैं महसूस कर पाऊँगा कि स्टॉक के दाम चढ़ेंगे या गिरेंगे? जीवन के जैसा ही, स्टॉक मार्केट का भी हाल है, सफलता के लिए कोई शॉर्ट-कट नहीं है। स्टॉक मार्केट से नियमित फायदा कमाने के लिए वर्षों का अनुभव और दिमाग की एक खास बनावट जरूरी होती है। देश के टॉप विश्लेषकों में शुमार सौरभ मुखर्जी ने सात निवेशकों से बात की, जो पिछले दो दशक से लंबे निवेश पर फायदा कमाने की कला में सिद्धहस्त हो चुके हैं। उन्होंने इन विशेषज्ञों की यात्रा का इतिहास खँगाला, जिसमें पता चला कि ये शौकिया निवेशक के तौर पर आगे बढ़े और आगे चलकर पेशेवर मैनेजर के रूप में विशाल रकम को सँभालने का हुनर दिखाया। सौरभ ने उनके दिमाग को पढ़ने और समझने का प्रयास किया और उस खास फिलॉसफी को भाँपा, जिसकी मदद से उन्होंने अपनी निवेश रणनीति को ताकत प्रदान की और उन्होंने अपने ज्ञान का इस्तेमाल इस पुस्तक को लिखने में किया, जो देश में निवेश की राह बताती है।
Ek Aur Madhushala
- Author Name:
Dr. Suresh Prasad
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Ethiopia ki Lok Kathayen-1 (Folk Tales of Ethiopia)
- Author Name:
Sushama Gupta
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Sunita Jain ki Lokpriya Kahaniyan
- Author Name:
Sunita Jain
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Gopi Ki Diary-4 Stories Hindi Translation of The Gopi Diaries: Gopi’s Day Out
- Author Name:
Sudha Murty
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Chandrakanta
- Author Name:
Devaki Nandan Khatri
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Upanivesh Mein Stree
- Author Name:
Prabha Khetan
- Book Type:

- Description: यह किताब जीवन के दो पक्षों के बारे में है। एक स्त्री का और दूसरा उपनिवेश का। न इस उपनिवेश को समझना आसान है और न स्त्री को। अगर यह उपनिवेश वही होता जिससे बीसवीं सदी के मध्य में कई देशों और सभ्यताओं ने मुक्ति पाई थी तो शायद हम इसे राजनीतिक और आर्थिक परतंत्रता की संरचना करार दे सकते थे। अगर यह उपनिवेश वही होता जिससे लड़ने के लिए राष्ट्रवादी क्रान्तियाँ की गई थीं और आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था की अवधारणा पेश की गई थी तो शायद हम इसके ख़िलाफ़ उपनिवेशवाद विरोधी प्रत्यय की रचना आसानी से कर सकते थे। यह नवउपनिवेश के नाम से परिभाषित हो चुकी अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय पूँजी की अप्रत्यक्ष हुकूमत भी नहीं है। यह तो अन्तराष्ट्रीय वित्तीय पूँजी, पितृसत्ता, इतरलिंगी यौन चुनाव और पुरुष-वर्चस्व की ज्ञानमीमांसा का उपनिवेश है जिसकी सीमाएँ मनोजगत से व्यवहार-जगत तक और राजसत्ता से परिवार तक फैली हैं। दूसरे पक्ष में होते हुए भी स्त्री पाले के दूसरी तरफ़ नहीं है। वह उपनिवेश के बीच में खड़ी है। उपनिवेश के ख़िलाफ़ संघर्ष उसका आत्म-संघर्ष भी है और यही स्थिति स्त्री को समझने की मुश्किलों के कारण बनी हुई है। स्त्री मुक्ति-कामना से छटपटा रही है लेकिन उपनिवेश के वर्चस्व से उसका मनोजगत आज भी आक्रान्त है। गुज़रे ज़मानों के उपनिवेशवाद विरोधी संघर्षों की तरह औरत की दुनिया के सिपहसालार उपनिवेश के साथ हाथ-भर का वह अन्तराल स्थापित नहीं कर पाए हैं जो इस लड़ाई में कामयाबी की पहली शर्त है। ‘उपनिवेश में स्त्री : मुक्ति-कामना की दस वार्ताएँ’ इस अन्तराल की स्थापना की दिशा में एक प्रयास है। ये वार्ताएँ कारख़ाने और दफ़्तर में काम करती हुई स्त्री, लिखती-रचती हुई स्त्री, प्रेम के द्वन्द्व में उलझी हुई स्त्री, मानवीय गरिमा की खोज में जुटी हुई स्त्री, बौद्धिक बनती हुई स्त्री और भाषा व विमर्श के संजाल में फँसी हुई स्त्री से सम्बन्धित हैं।
Libas
- Author Name:
Gulzar
- Book Type:

-
Description:
साहित्य में मंज़रनामा एक मुकम्मिल फ़ॉर्म है। यह एक ऐसी विधा है जिसे पाठक बिना किसी रुकावट के रचना का मूल आस्वाद लेते हुए पढ़ सकें। लेकिन मंज़रनामा का अन्दाज़े-बयान अमूमन मूल रचना से अलग हो जाता है या यूँ कहें कि वह मूल रचना का इन्टरप्रेटेशन हो जाता है।
मंज़रनामा पेश करने का एक उद्देश्य तो यह है कि पाठक इस फ़ॉर्म से रू-ब-रू हो सकें और दूसरा यह कि टी.वी. और सिनेमा में दिलचस्पी रखनेवाले लोग यह देख-जान सकें कि किसी कृति को किस तरह मंज़रनामे की शक्ल दी जाती है। टी.वी. की आमद से मंज़रनामों की ज़रूरत में बहुत इज़ाफ़ा हो गया है।
कथाकार, शायर, गीतकार, पटकथाकार गुलज़ार ने लीक से हटकर शरत्चन्द्र की-सी संवेदनात्मक मार्मिकता, सहानुभूति और करुणा से ओत-प्रोत कई उम्दा फ़िल्मों का निर्देशन किया जिनमें ‘मेरे अपने’, ‘अचानक’, ‘परिचय’, ‘आँधी’, ‘मौसम’, ‘ख़ुशबू’, ‘मीरा’, ‘किनारा’, ‘नमकीन’, ‘लेकिन’, ‘लिबास’, और ‘माचिस’ जैसी फ़िल्में शामिल हैं।
‘लिबास’ एक ऐसी फ़िल्म का मंज़रनामा है जिस पर 1986 में फ़िल्म बन गई मगर आज तक रिलीज़ नहीं हुई। हालाँकि अफ़साने की सूरत में यह ‘चाबी’ और ‘सीमा’ नाम से प्रकाशित हो चुका है।
‘लिबास’ सीमा और सुधीर नाम के थिएटर की दुनिया के एक युगल के बिखरे रिश्तों की कहानी है जिसके केन्द्र में सीमा का चंचल व्यक्तित्व है। वह बहुत दिनों तक एक ही स्थिति में नहीं रह सकती। यहाँ तक कि बोरियत दूर करने के लिए वह अपने पति को छोड़कर दूसरी शादी कर लेती है लेकिन पुनः उसे बोरियत महसूस होने लगती है। मगर शादी लिबास तो नहीं होती कि फट जाए, मैला हो जाए तो बदल लिया जाए।
शब्दों के धनी और संवेदनशील शायर गुलज़ार ने इस मंज़रनामे में थिएटर की दुनिया की भी झलक दिखाई है। निश्चय ही पाठकों को यह कृति एक औपन्यासिक रचना का आस्वाद प्रदान करेगी।
The Gita of Option Trading : Trading Options with Purpose
- Author Name:
Rajiv L B Roy
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Sanskrit for English Speaking People
- Author Name:
Dr. Ratnakar Narale
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Samrasta Ke Unnayak
- Author Name:
Dr. Rahul
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Chetna Ki Yatra Mein 'Hua Yun Ke…'
- Author Name:
Alok Yatri
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Jannayak Tantya Bheel
- Author Name:
Baba Bhand
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Bharatiya Sanskriti
- Author Name:
Narendra Mohan
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Chhatropayogi Nibandh
- Author Name:
Prithvi Nath Pandey
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Super Genius Computer Learner-8
- Author Name:
Manuj Bajaj +1
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Indra Nooyi Ki Biography
- Author Name:
A.K. Gandhi
- Book Type:

- Description: महिलाओं की कई पीढिय़ों के लिए एक रोल मॉडल के रूप में मान-सम्मान पानेवाली इंदिरा नूई ने दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं में अपना स्थान निरंतर बनाए रखा है। वह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, कलकत्ता और येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट की पूर्व छात्रा हैं। उन्होंने जॉनसन ऐंड जॉनसन, बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप, मोटोरोला, एसिया ब्राउन बॉवेरी में महत्त्वपूर्ण पदों पर काम किया है। पेप्सिको की अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किए जाने से पहले उन्होंने कंपनी के साथ 12 वर्षों तक काम किया था। भारत सरकार द्वारा प्रदत्त ‘पद्मभूषण’, सर्वश्रेष्ठ सी.ई.ओ. सहित अनेक पुरस्कार और सम्मान प्राप्त कर चुकीं इंदिरा को वर्ष 2021 में राष्ट्रीय महिला हॉल ऑफ फेम में सम्मिलित किया गया था। वे यूएस-चीन बिजनेस काउंसिल, यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल, कंज्यूमर गुड्स फोरम आदि अनेक बोर्डों की सदस्य हैं। दूरदर्शिता, नेतृत्व-क्षमता, उद्यमिता और प्रभासी प्रशासनिक क्षमताओं के बल पर इंदिरा नूई ने विश्व में नारी का सम्मान बढ़ाया है। उनका प्रेरक व्यक्तित्व किसी भी महिला का आत्मविश्वास बढ़ाकर सफलता के शिखर छूने की अद्ïभुत क्षमता रखता है। नारी शक्ति की प्रतीक इंदिरा नूई की प्रेरक जीवनगाथा।
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...