Acche Leader Kaise Bane
Author:
Shyam TanejaPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 240
₹
300
Unavailable
यह पुस्तक उन सभी के लिए लिखी गई है, जो अपनी क्षमताओं को खोजना चाहते हैं और अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं। यह उन सबके लिए उपयोगी है, जो अपनी सफलताओं में वृद्धि कर एक संपूर्ण व्यक्ति बन सकें। ‘नेतृत्व’ (लीडरशिप) और ‘आत्म-विकास’ (सेल्फ डेवलपमेंट) की अवधारणा को समझने में जो सिद्धांत प्रत्येक की मदद कर सके, उन्हें इस पुस्तक में प्रभावी ढंग से संकलित किया गया है। यह वह पुस्तक है, जो प्रत्येक को जीवन की गुणवत्ता में सुधार और व्यक्तिगत या व्यावसायिक उपलब्धियों में मदद कर सकती है।
ISBN: 9789383111947
Pages: 120
Avg Reading Time: 4 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Inspiring India: Taking India From Big To Great
- Author Name:
Virender Kapoor
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Diary Se Jhankti Zindagi
- Author Name:
Ram Janam Singh
- Book Type:

- Description: Diary
Sarvagunakar Shrimant Shankardev
- Author Name:
Dr. Rishikesh Rai
- Book Type:

- Description: भारतभूमि संतों, महात्माओं एवं सिद्ध पुरुषों की लीलाभूमि रही है। उन्होंने दिव्य ईश्वरीय चेतना का साक्षात्कार कर सृष्टि के कल्याण के निमित्त सदाचरण एवं मानवीय आदर्शों का उपदेश दिया। भारतीय संस्कृति का निर्माण ऐसे ही दिव्य पुरुषों के उच्चादर्शों एवं आप्त वचनों का फल है। ऐसे आध्यात्मिक सिद्धपुरुषों का उद्भव प्रत्येक देशकाल में होता रहा है। भारतभूमि के असम प्रांत में 15वीं सदी में जनमे श्रीमंत शंकरदेव ऐसे ही एक दिव्य व्यक्तित्व थे, जिन्होंने अपनी सुकीर्ति से पूरे पूर्वोत्तर के सांस्कृतिक परिदृश्य में अपने एक शरणिया नामधर्म के द्वारा अभूतपूर्व आलोडऩ एवं जनजागरण पैदा किया। घोर निराशाजनक परिदृश्य में असम में श्रीमंत शंकरदेव का आविर्भाव हुआ। पूरा देश उस समय भक्ति आंदोलन की उदार एवं पावन रसधारा से आप्लावित हो रहा था। संपूर्ण भारतवर्ष एक सांस्कृतिक प्राणवत्ता की धड़कन से स्पंदित था। श्रीमंत शंकरदेव ने अपनी सुदीर्घ साधना, विराट प्रतिभा एवं प्रगाढ़ जनसंपर्क से युगीन संकट की प्रकृति एवं दिशा को समझ लिया। समाधान सूत्र के रूप में उन्होंने वैष्णववाद की परंपरागत अवधारणाओं में नवीन तत्त्वों एवं मान्यताओं का अभिनिवेश किया। श्रीमंत शंकरदेव मात्र एक आध्यात्मिक गुरु ही नहीं थे, वरन एक श्रेष्ठ कवि, साहित्यकार, चित्रकार, नाटय व्यक्तित्व, उद्यमकर्ता, संगठक और सच्चे अर्थों में एक जननायक थे।
Madhya Pradesh Uchch Madhyamik Shikshak Patrata Pariksha Bhugol Practice MCQs (MPTET Higher Secondary Teacher Geography Practice Sets in Hindi)
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
P. GOVIND BALLABH PANT
- Author Name:
Nandini Saraf
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Mridula Behari Ki Lokpriya Kahaniyan
- Author Name:
Mridula Behari
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Military Wisdom
- Author Name:
Brig. V.K. Bali
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Patriotic Pilgrimage of India
- Author Name:
Rishi Raj
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Samrasta Ke Unnayak
- Author Name:
Dr. Rahul
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
FBI: Inside USA's National Intelligence & Security | N. Chokkan
- Author Name:
N. Chokkan
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Smare Nityam Hindi Translation of Odia Smare Nityam
- Author Name:
Paramita Satpathy
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Gandhi Ke Sapnoo Ka Bharat
- Author Name:
Mahesh Prasad Singh
- Book Type:

- Description: राष्ट्रीय संदर्भ में तो आज गांधी की शिक्षाओं तथा प्रयोगों की जरूरत काफी बढ़ गई है। खेद की बात यह है कि जिस देश के महान् मनीषी ने विश्व को अनेक उच्च विचार दिए, विश्व मानवता को संकटों से मुक्ति का मार्ग बताया, उसी के महान् भारत में स्वाभिमान, राष्ट्रीयता, ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा, सहनशीलता आदि गुणों का ह्रास हो रहा है और देश के चारों तरफ समस्याओं के काले बादल छाने लगे हैं। हमें आज की परिस्थितियों में यह देखकर निश्चित रूप से प्रसन्नता हुई है कि देश और विदेश सभी जगह लोगों ने कुछ हद तक गांधी के रास्ते पर चलना शुरू कर दिया है और वह दिन अब अधिक दूर नहीं जब दुनिया का हर व्यक्ति गांधीवादी पद्धति का अवलंबन शुरू कर दे। ऐसा होगा, तभी मानवता को जीवित रखा जा सकता है। अमेरिका, इंग्लैंड, पश्चिम जर्मनी, जापान और अन्य दूसरे विकसित देशों के लोग आज गांधी द्वारा बताए गए अहिंसात्मक प्रतिरोध के द्वारा अपनी- अपनी सरकारों पर दवाब डाल रहे हैं कि वे मानवता का संहार करनेवाले हथियारों पर प्रतिबंध संबंधी बातचीत में तेजी लाएँ। महात्मा गांधी राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक कार्यों में अंतर करने को तैयार नहीं थे। वे मानते थे कि मनुष्य के सभी कार्य एवं समस्याएँ मूल रूप में नैतिक हैं, अत: उनका समाधान भी नैतिक उपायों से ही संभव है। गांधी के सपनों का भारत में विद्वान् लेखक ने गांधीजी के सिद्धांतों और जीवन-मूल्यों के माध्यम से यह बताने का प्रयास किया है कि हम सब अगर गांधीजी के बताए रास्ते पर चलें तो एक सशक्त, लोककल्याणकारी और गांधीजी के सपनों के भारत का निर्माण कर सकते हैं। आओ, हम सब भारतवासी इस पुनीत कार्य में भागीदार बनें ।
Sangram
- Author Name:
Premchand
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Sundar Pichai : Google Ka Bhavishya
- Author Name:
Jagmohan S. Bhanver
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
SBI Junior Associates Customer Support And Sales 2023 Preliminary Exams "प्रारम्भिक परीक्षा" 15 Practice Sets Book in Hindi
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Pareeksha Mein Merit Kaise Payen?
- Author Name:
Subhash Jain
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Excellent Cursive Writing
- Author Name:
Prabhas Rao
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
NURSERY RHYMES
- Author Name:
SACHIN
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Rasayanik Tathya : Vichitra Kintu Satya
- Author Name:
Sushila Rai
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Kamleshwar Ki Lokpriya Kahaniyan
- Author Name:
Kamleshwar
- Book Type:

- Description: भारतीय कथाकारों में कमलेश्वर की लोकप्रियता का कोई जवाब नहीं। न तो उनसे पहले, न ही उनके बाद वैसी लोकप्रियता किसी और को हासिल हो सकी। उन्होंने आरंभ में ही ‘दूरदर्शन’ में लोकप्रिय कार्यक्रम ‘परिक्रमा’ शुरू किया। बाद में ‘दूरदर्शन’ के महानिदेशक भी बने। आँधी, मौसम, डाक बँगला, द बर्निंग ट्रेन, राम-बलराम जैसी सौ के करीब फिल्में और चंद्रकांता संतति जैसे तमाम सीरियल लिखनेवाले कमलेश्वर ने ‘सारिका’, ‘कथायात्रा’, ‘गंगा’ और ‘श्रीवर्षा’ जैसी पत्रिकाओं का संपादन किया। जीवन के आखिरी समय तक अखबारों में कॉलम लिखनेवाले कमलेश्वर की कलम उनके हाथ से कभी छूटी नहीं। कमलेश्वर की पहली कहानी ‘फरार’ सन् 1946 में कानपुर से प्रकाशित होने वाले साप्ताहिक ‘जय भारत’ में छपी थी, जबकि ‘कॉमरेड भारती’ सन् 1948 में छपी, जिसे उनकी पहली कहानी मान लिया गया था। उन्होंने ढेर सारी कहानियाँ लिखीं, जिनमें से उनकी कुछ लोकप्रिय कहानियाँ इस संग्रह में प्रस्तुत हैं। कहानियाँ अलग-अलग आस्वाद लिये हुए हैं। आशा है सुधी पाठकों को ये कहानियाँ रुचेंगी और अपनी सी लगेंगी।
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...