100 Modi Mantras: A Decade of India's Uprising
Author:
Shankar LalwaniPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
EnglishCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 400
₹
500
Unavailable
Awating description for this book
ISBN: 9789355625250
Pages: 292
Avg Reading Time: 10 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Akhilesh : Ek Samvad
- Author Name:
Piyush Daiya
- Book Type:

-
Description:
भारतीय कला के व्यापक क्षेत्र में, और हिन्दी में तो बहुत कम, ऐसा हुआ है कि कोई कलाकार अपनी कला, संसार की कला, परम्परा, आधुनिकता आदि पर विस्तार से, स्पष्टता से, गरमाहट और उत्तेजना से बात करे और उसे ऐसी सुघरता से दर्ज किया जाए। चित्रकार अखिलेश इस समय भारत के समकालीन कला-दृश्य में अपनी अमूर्त कला के माध्यम से उपस्थित और सक्रिय हैं। उनकी बातचीत से हिन्दी में समकालीन कला-संघर्ष के कितने ही पहलू ज़ाहिर होते हैं। पीयूष दईया एक कल्पनाशील सम्पादक, कवि और सजग कलाप्रेमी हैं। उनकी उकसाहट ने इस बातचीत में उत्तेजक भूमिका निभाई है।....
ऐसी अनेक जगहें इस बातचीत में हैं जहाँ बतरस के सुख के साथ-साथ कुछ नया या विचारोत्तेजक जानने को मिलता है। हमारे समय में कला को तथाकथित सामाजिक यथार्थ के प्रतिबिम्बन और अन्वेषण के रूप में देखने की जो वैचारिकी उसके प्रतिबिन्दु, प्रतिरोध की तरह उभरती है, इस पुस्तक का महत्त्व इससे और बढ़ जाता है। वह एक अपेक्षाकृत जनाकीर्ण परिदृश्य में वैकल्पिक कला और सौन्दर्यबोध के लिए जगह खोजती और बनाती है। उसकी दिलचस्पी किसी को अपदस्थ करने में नहीं है : वह तो अपनी जगह की तलाश करती और फिर उस पर रमने की ज़िद से उपजी है।
—अशोक वाजपेयी
Gapodi se Gapshap : Kashinath Singh se Samvad
- Author Name:
Pallav
- Book Type:

- Description: ‘गपोड़ी से गपशप’ विख्यात कथाकार काशीनाथ सिंह के साक्षात्कारों का संकलन है। विविध विधाओं में रचने के बाद भी बहुत कुछ ऐसा है जो अनकहा रह जाता है। कई बार जब लेखक प्रश्नों से घिरता है अथवा जब प्रश्न-प्रतिप्रश्न की प्रक्रिया प्रारम्भ होती है तब वह अनकहा व्यक्त होने लगता है। प्रस्तुत पुस्तक के सम्पादक पल्लव के अनुसार—कथाकार की बातें कैसी होती हैं? अलबत्ता इससे भी पहले यह पूछना चाहिए कि क्या है जो कहने से रह गया? काशीनाथ सिंह से की गई बातचीतों को सँजोते हुए इन सवालों का उभरना अस्वाभाविक तो नहीं है। कहना चाहिए कि ये बातचीतें बहुधा उनके पाठकों, प्रशंसकों या उनके साहित्य में दिलचस्पी रखनेवाले जिज्ञासुओं के कारण सम्भव हुई। इन बातचीतों का समय भी बहुत व्यापक है। लगभग तीस सालों का सफ़र पूरा करतीं ये मुलाक़ातें अपने स्वभाव में आत्मीय गपशप हैं। लेखक का संकोच और प्रश्नकर्ता की तमाम जिज्ञासाएँ मिलकर बातचीत को उत्तेजक नहीं बनातीं, न ही ये कथाकार के श्रीमुख से निकले आप्त-वचनों का सुसंकलन बन रही हैं। अपितु संशय, आत्मालोचना और जनतांत्रिकता इन संवादों को पठनीय बनाते हैं। लेखक इनमें औपचारिक होने से बचता है और जो कहा है सीधे-बेलाग। पाठक जानते हैं कि काशीनाथ सिंह विचारों को व्यक्त करते समय ‘भाषा को दरेरा’ देते रहते हैं। यही कारण है कि विभिन्न विषयों पर उनकी टिप्पणियाँ व्यापक विमर्शों का आधार बनती रही हैं। यह भी कि इन साक्षात्कारों से गुज़रने के बाद काशीनाथ सिंह के व्यक्तित्व-कृतित्व के प्रति पाठक का दृष्टिकोण संशोधित-परिष्कृत होता है।
Uttari Bharat Ki Sant Parampara
- Author Name:
Parshuram Chaturvedi
- Book Type:

-
Description:
‘उत्तरी भारत की सन्त-परम्परा’ कृति आचार्य परशुराम चतुर्वेदी की साहित्यिक साधना की वह अनन्यतम प्रस्तुति है, जिसके समानान्तर आज कई दशक बाद भी हिन्दी साहित्य के अन्तर्गत वैसी कोई दूसरी रचना सामने नहीं आ सकी है। सन्त साहित्य के उद्भव से जुड़े अनेक प्रक्षिप्त मतों का खंडन करते हुए उसके मूल प्रामाणिक प्रेरणास्रोतों को प्रकाश में लाकर चतुर्वेदी जी ने उसकी अखंडता का जो अपूर्व परिचय प्रस्तुत किया है, वह हमारी साहित्यिक मान्यताओं से जुड़ी शोध-परम्परा का सर्वमान्य ऐतिहासिक साक्ष्य है।
परवर्ती काल में यह सन्त साहित्य उत्तर भारत के बीच पर्याप्त रूप से समृद्ध हुआ, किन्तु इसके प्रेरणासूत्र समग्र भारतीयता से सम्बद्ध है। महाराष्ट्र, केरल, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, ओड़िसा, बंगाल, आसाम, पंजाब आदि राज्यों में फैले हुए इसके प्रारम्भिक तथा परवर्ती सूत्र इस तथ्य के प्रमाण हैं कि यह जन-आन्दोलन के रूप में समग्र भारतीय लोकजीवन से जुड़ा रहा है। सन्त नामदेव, ज्ञानदेव, नानक, विद्यापति, कबीरदास, दादू आदि सन्तों ने अपनी सन्तवाणी से समग्र भारत की एकता, अखंडता को जोड़ते हुए हमें अन्धविश्वासों एवं रूढ़ मान्यताओं से मुक्त किया है। आचार्य परशुराम चतुर्वेदी की यह कृति इन तथ्यों की प्रस्तुति का सबसे प्रामाणिक और सबसे सशक्त दस्तावे़ज़ है।
आचार्य चतुर्वेदी की इस ऐतिहासिक धरोहर को पुन: समक्ष रखते हुए हम गर्व का अनुभव करते हैं और आशा करते हैं कि पाठक समाज इसे पूर्ववत् निष्ठा के साथ स्वीकार करेगा।
HAMARA RAJYA BIHAR
- Author Name:
Subodh Kumar Nandan
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Muria Aur Unka Ghotul : Vol 1-2
- Author Name:
Veriar Elwin
- Book Type:

-
Description:
मुरिया और उनका घोटुल-1 के इस भाग में बस्तर के मुरिया आदिवासियों के जीवन से जुड़े उन सभी आयामों को रेखांकित किया गया है जिनसे अभी तक हम अनभिज्ञ थे। यहाँ घोटुल है जिसका उद्गम स्रोत है।
लिंगो पेन देवता। यह गाँव के बच्चों और युवाओं का निवास स्थान है। कबीले के हर अविवाहित लड़के और लड़की को इसका सदस्य बनना पड़ता है। घोटुल की सदस्यता मात्र मन-बहलाव का साधन नहीं है बल्कि धार्मिक आस्थाओं से जुड़ी एक सामाजिक परम्परा है। इस परम्परा को कड़े नियमों द्वारा नियन्त्रित किया जाता है।
यहाँ लड़कों को चेलिक और लड़कियों को मुटियारी कहा जाता है। लड़कों का नेता सरदार है तो लड़कियों की नेता बैलोसा है। मुरिया जीवन के आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक पहलुओं का वर्णन करता हुआ घोटुल सिर्फ़ एक रात्रि क्लब है, दिन में इसके सदस्यों को खाने की व्यवस्था, खेती, शिकार, मछली पकड़ना, शहद एकत्रित करना व सागो ताड़ का रस तथा ईंधन जुटाने में व्यस्त कर दिया जाता है।
मुरिया जीवन को खोलती इस पुस्तक में मुरिया समुदाय के जीवन के हर पहलू, उनकी आजीविका, कबीले का संगठन, बचपन, युवावस्था, धर्म और उनके देवताओं का वर्णन विस्तार से प्रामाणिक ढंग से किया गया है।
Retirement: Sukhamay Jeevan Ki Doosari Paari
- Author Name:
Ashutosh Garg
- Book Type:

- Description: रिटायरमेंट एक नई शुरुआत है आपको अब समय की सौगात मिली है। आप तारों की भाषा पढ़ने, किसी फिल्म का लुत्फ उठाने, नाती-पोतों के साथ खेलने के लिए स्वतंत्र हैं। आखिरकार आप स्वतंत्र हो गए—रोजाना के जीवन की समय-सीमा और भागमभाग से। आज स्वास्थ्य की उत्कृष्ट सुविधाओं के लिहाज से कहें तो रिटायरमेंट, जो किसी के जीवन का लगभग एक तिहाई हिस्सा होता है, निश्चित रूप से उसके सबसे अच्छे वर्षों में गिना जा सकता है। आपको बस निम्नलिखित बिंदुओं का संयोजन कर इसकी योजना काफी पहले ही कर लेनी है। पर्याप्त रिटायरमेंट फंड रखें। अपने मासिक खर्च को तय करें। एक हॉबी चुनें जो आपको पसंद हो। व्यायाम करें और अपने वजन को नियंत्रित रखें। नियमित मेडिकल चेकअप कराएँ। अपने बच्चों से संतुलित संबंध रखें। स्वस्थ सेक्स लाइफ का आनंद लें। नए दोस्त बनाएँ। देना सीखें। अकेले जीना सीखें।
Mila Tej Se Tej
- Author Name:
Sudha Chauhan
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
BHARAT KE MAHAN VAIGYANIK
- Author Name:
SHEKHAR
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Khud Se Kayi Sawal
- Author Name:
Amit Dutta
- Book Type:

- Description: अमित दत्ता एक युवा फ़िल्मकार हैं और यह पुस्तक उनके नोट्स का संचयन है जिनमें जब-तब सोची गई बातें दर्ज हैं। उनमें खोज की बेचैनी और अचरज, विचार-विनोद, अपने माध्यम की स्वतंत्रता को लेकर प्रश्नाकुलता और खुलापन सब कुछ साथ हैं। फ़िल्म को, सौभाग्य से, रचना और चिन्तन की एक विश्व-परम्परा उपलभ्य है : अमित उसे आसानी से स्वायत्त करते, उससे स्पन्दित होते और अपने ढंग से सोच-विचार करते फ़िल्मकार हैं और उनकी जिज्ञासा, विकलता, प्रश्नवाचकता हमें नई रोशनी में फ़िल्म देखने-समझने की उत्तेजना देती है।
Grihapravesh
- Author Name:
Smt.Suryabala
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Sarvashreshtha Mann Dwara Safalta Payen
- Author Name:
Joseph Murphy
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Options Trading Handbook
- Author Name:
Mahesh Chandra Kaushik
- Book Type:

- Description: Options Trading Handbook There are thousands of books on Options but you wouldn’t find the knowledge that this book provides. The writers provide you descriptive knowledge of options, option Greeks etc. None of the books would provide you the practical concepts on Options that may enable even a semi-literate person to use Option Trading to get rich. This book, that covers the latest information right from the ABCs of Options to Option Greeks in a very simple language, is a rare work of Mahesh Kaushik, the most read research analyst of the Indian stock market. Kaushik likes to explain complex subjects in simple terms. Keeping the same in mind, this book has also been written in the format of a story to ensure you don’t get bored at any point while reading it. The character in the story Ghisu Bhai is a common waiter and the book, witten in an autobiographical style, describes how Kaushik went about teaching him Option Trading.
Ghatak Rogon Se Kaise Bachen
- Author Name:
M.P. Srivastava
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Motivating Thoughts of Mahavira
- Author Name:
Dulichand Jain ‘Sahityaratna’
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
1000 Arthshastra Prashnottari
- Author Name:
Dilip Pipada
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Bhartiya Jelon Mein Panch Saal
- Author Name:
Mary Tyler
- Book Type:

- Description: भारतीय जेलों में पाँच साल बीसवीं सदी के सातवें दशक का ऐसा कैमरा है, जिसकी तस्वीरें विभिन्न कोणों से भारत का साक्षात्कार कराती हैं। बंगाल के नक्सलबाड़ी गाँव से नक्सलवादी आन्दोलन की शुरुआत सन् 1967 में हुई थी, जहाँ किसानों ने बड़े ज़मींदारों के विरुद्ध सशस्त्र विद्रोह किया था। धीरे-धीरे यह आन्दोलन बंगाल से देश के अन्य प्रान्तों में फैल गया। विद्रोहियों का उद्देश्य जनता की सरकार क़ायम करना था। विद्रोह को दबाने के लिए दमनात्मक कार्रवाई की गई, जिसके शिकार सिर्फ़ कथित नक्सली ही नहीं हुए बल्कि आम भारतीय किसान और मज़दूर भी हुए। उसी दौरान इस पुस्तक की लेखक मेरी टाइलर को भी विदेशी जासूस समझकर अन्य विद्रोहियों के समान गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया गया था। जेल में रहते हुए उन्होंने विद्रोहियों के जीवन-संघर्ष को काफ़ी निकट से जाना। उन्होंने महसूस किया कि नक्सलियों की जनता के प्रति निष्ठा तथा आत्मबलिदान ही नक्सलवादी आन्दोलन को मिले अपार जनसमर्थन के कारण बने। नक्सलियों की ईमानदार जनपक्षधरता ने मेरी टाइलर को अभिभूत किया। उनके ब्रिटेन से आकर भारत में रहने के पीछे मूल प्रेरणा कृषि-क्रान्ति के लिए हुआ यही सशस्त्र विद्रोह था। यह पुस्तक उनके अनुभवों, संस्मरणों तथा घटनाओं का लेखा-जोखा है, जिसको उन्होंने प्रत्यक्षतः देखा। यहाँ जेल में रहने के दौरान उन्हें भी तरह-तरह की यातनाओं से दो-चार होना पड़ा। नक्सलवादी आन्दोलन के बहाने पुस्तक ऐसे कई दरीचे खोलती है, जहाँ से तत्कालीन भारत की उन सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक स्थितियों से उपजे प्रश्नों को साफ़-साफ़ देखा जा सकता है जिनमें से ज़्यादातर अब तक अनुत्तरित हैं। स्वातंत्र्योत्तर भारत को जानने-समझने के लिए एक ज़रूरी पुस्तक!
Swachchha Bharat Mission
- Author Name:
Pratapmal Devpura
- Book Type:

- Description: भारत के प्रधानमंत्री द्वारा 15 अगस्त, 2014 को देश में स्वच्छता कार्यक्रम पर ज़ोर देते हुए एक विराट स्वच्छता अभियान की नींव रखी गई। इसके तहत उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि न तो हम स्वयं गन्दगी फैलाएँ और न किसी को फैलाने दें। देश भर में शौचालयों का निर्माण तथा खुले में शौच न करने की प्रवृत्ति को हतोत्साहित करने के लिए व्यापक पैमाने पर प्रचार अभियान भी इसका हिस्सा था। इस पुस्तक में ‘स्वच्छ भारत मिशन’ की सांगोपांग जानकारी दी गई है। इस अभियान के तहत चिकित्सालयों, शिक्षण संस्थाओं, रेलवे तथा बस स्टैंड की सफ़ाई, पानी और परम्परागत जल-भंडारों आदि सभी स्थानों पर सफ़ाई के महत्त्व तथा पद्धति को स्पष्ट किया गया है। यह पुस्तक स्वच्छ भारत मिशन की निर्देशिका है जिससे आप इस अभियान से जुड़ी हर जानकारी हासिल कर सकते हैं।
Amal
- Author Name:
Himanshu Dewedi
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Vrat-Upvas Ke Dharmik Aur Vaigyanik Adhar
- Author Name:
Shashikant Sadaiv
- Book Type:

- Description: "भले ही व्रत-उपवास का वास्तविक अर्थ कुछ भी हो, लेकिन ये जनमानस में धर्म, आस्था एवं श्रद्धा का प्रतीक हैं। कुछ लोग इसे धर्म के साथ जोड़कर देखते हैं तो कुछ ज्योतिषीय उपायों की तरह लेते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से इनके अलग लाभ हैं तो मनोविज्ञान की दृष्टि से इनका अपना महत्त्व है। शायद यही कारण है कि व्रत-उपवास का चलन सदियों नहीं, युगों पुराना है। एक तरफ हिंदू शास्त्र व्रत-उपवास जैसे धार्मिक कर्मकांडों की पैरवी करते नजर आते हैं तो दूसरी ओर खुद ही इसी बात पर जोर देते हैं कि भूखे भजन न होय गोपाला, अर्थात् भूखे पेट तो भगवान् का भजन भी नहीं हो पाता। व्रत-उपवास हमारे आत्मिक बल और स्व-नियंत्रण को बढ़ाते हैं; इंद्रियों को वश में रखने की शक्ति देते हैं। कुछ लोग व्रत-उपवास श्रद्धा से रखते हैं तो कुछ लोग भय से, कुछ लोग शारीरिक स्वास्थ्य के लिए रखते हैं तो कुछ लोग मानसिक शांति के लिए। कारण भले ही कोई हो, लेकिन लोगों के जीवन में व्रत-उपवास का विशेष स्थान है। यह पुस्तक व्रत-उपवासों की महत्ता और उनकी वैज्ञानिकता प्रस्तुत करती है।"
Bihar Samagra by IAS Ranjit Kumar Singh for For Primary Teacher BPSC BSSC in Hindi
- Author Name:
Dr. Ranjit Kumar Singh, IAS (AIR-49)
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...