Ekada Bharatvarshe
Publisher:
Prabhat Prakashan
Language:
Hindi
Pages:
352
Country of Origin:
India
Age Range:
18-100
Average Reading Time
704 mins
Book Description
हेमंत भाई की प्रतिभा अद्भुत है। दैनिक अनौपचारिक दिल्लगी-ठिठोलीवाली वाचिक किस्सागोई से लेकर सारगर्भित नाविक के तीर जैसी पैनी धारदार संपादकीय टिप्पणियों तक वे श्रोता और पाठक को मंत्रमुग्ध रखते हैं। उनका गद्य, सहज-सरस ही नहीं, असाधारण रूप से मर्मस्पर्शी होने के कारण पाठक से बड़ी आसानी से आत्मीय रिश्ता बुनता है। हमारा विश्वास है कि 21वीं सदी की ये बोधकथाएँ पाठक को कठिन समय में दुःख सहने की शक्ति और अच्छे समय में सुख के साझे की सन्मति प्रदान करेंगी। —पुष्पेश पंत ये कथाएँ संस्कृति के कैप्सूल हैं। समय के साथ-साथ कहानियों का स्वरूप बदलता रहता है, किंतु उनमें अंतर्निहित भावना सदा जीवित रहती है। हेमंतजी धरती से उगे हैं, उनके लिए मिट्टी से जुड़ा सत्य बहुत अर्थ रखता है, जिसकी गंध आप इस संकलन में लगातार अनुभव करते हैं। उन्होंने इन कथाओं को प्रस्तुत करके बड़ा उपकार किया है। उनके लिए जो प्रेरणादायक रहा है, उसे प्रदीप्त रखने का यह कार्य प्रशंसा योग्य है। —प्रसून जोशी इन कहानियों का भावार्थ हमारे वर्तमान समय के साथ जुड़ रहा है। महान् साहित्य की यही विशेषता है कि वह अपने समकालीन संदर्भों से जुड़कर एक नए रूप में सामने आता है, नया अर्थ-वैभव देता है, जो हमें समझने और जीने की शक्ति प्रदान करता है। इस कारण ये कहानियाँ आज अधिक महत्त्वपूर्ण हैं। इनको आज अधिक पढ़ा जाना चाहिए। —असगर वजाहत