Main Radhakrishnan Bol Raha Hoon
Author:
JaishriPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 240
₹
300
Unavailable
"डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति से ओत-प्रोत एक आस्थावान् राष्ट्र-सेवक थे। इसके साथ ही वे सभी धर्मों और धर्मावलंबियों के प्रति समान आदरभाव रखते थे। वे स्वभाव से अत्यंत विनम्र और धैर्यशील थे। डॉ. राधाकृष्णन एक उच्चकोटि के दार्शनिक, मूर्धन्य लेखक एवं राष्ट्रीय विचारों के ओजस्वी प्रवक्ता थे। उन्होंने दर्शन एवं संस्कृति पर अनेक ग्रंथों की रचना की।
यों तो डॉ. राधाकृष्णन का मूलरूप एक शिक्षक का ही था, परंतु एक उच्चकोटि के लेखक और दर्शनशास्त्र के व्याख्याता के रूप में उन्हें अधिक ख्याति मिली। ऐसे महान् दार्शनिक, विचारक, चिंतक व शिक्षाशास्त्रा् के प्रेरक विचारों का संकलन अवश्य ही हमारा मार्ग प्रशस्त करेगा।
"
ISBN: 9789380823270
Pages: 144
Avg Reading Time: 5 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Hindi Mein Samachar
- Author Name:
Arvind Das
- Book Type:

- Description: Research Based work on Hindi Media
Pramanik Hindi-Angrezi-Urdu Shabdkosh
- Author Name:
Zubair Ahmad Bhagalpuri
- Book Type:

- Description: प्रख्यात कोशकार ज़ुबैर अहमद भागलपुरी द्वारा सम्पादित यह डिक्शनरी एक नई अवधारणा पर आधारित है। यह एक ही समय में हिन्दी-अंग्रेज़ी शब्दकोश भी है और हिन्दी-उर्दू शब्दकोश भी। इस प्रकार दो शब्दकोशों के कुशलतापूर्वक मेल से तैयार यह त्रैभाषिक डिक्शनरी न केवल अत्यधिक उपयोगी बन गई है बल्कि कोश-निर्माण के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान है। इसमें संकलित शब्दों की दृष्टि से देखें तो जनसामान्य के उपयोग की शब्दावली की प्रविष्टि तो इसमें है ही, राजकीय और प्रशासनिक स्तर पर इस्तेमाल में आने वाले पारिभाषिक शब्दों को भी इसमें शामिल किया गया है। शब्द-संकलन करते समय रोज़मर्रा के इस्तेमाल में आने वाले शब्दों को प्राथमिकता दी गई है। भाषा के स्वभाव और स्वरशास्त्र (फोनेटिक्स) को ध्यान में रखते हुए डिक्शनरी में शब्दों के उच्चारण में व्यावहारिकता पर बल दिया गया है। इसी कारण उर्दू के शब्द ‘ख्वाब’, ‘ख्वाजा’ और ‘ख्वाहिश’ जैसे शब्दों को इसमें ‘खाब’, ‘खाजा’ और ‘खाहिश’ लिखा गया है। उर्दू के किसी शब्द के अन्तिम अक्षर के अन्त में आने वाले ‘हा-ए-ख़फ़ी’ का देवनागरी लिप्यन्तरण करते समय अमूमन विसर्ग का उपयोग किया जाता है, लेकिन उच्चारण को ध्यान में रखते हुए यहाँ ऐसे शब्दों के लिप्यन्तरण में विसर्ग के बजाय ‘आ’ की मात्रा अर्थात ‘अलिफ़’ का उपयोग किया गया है। समान स्वर लेकिन भिन्न अर्थ रखने वाले शब्दों का अन्तर स्पष्ट करने के लिए उनके लिप्यन्तरण में नुक़्ते का प्रयोग किया गया है। इसमें अनेक बहुचर्चित तकनीकी शब्दों के उर्दू विकल्प भी दिये गए हैं। निश्चय ही यह सबके लिए अन्यन्त उपयोगी और संग्रहणीय है।
PARYAVARAN EVAM SWACHCHHATA SHIKSHA
- Author Name:
SANTOSH MISHRA
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Bharat Ka Samvidhan
- Author Name:
Dr. Pramod Kumar Agrawal
- Book Type:

- Description: "भारत का संविधान संविधान का राष्ट्रीय लोक-विमर्श आज भी लगभग पूरी तरह अंग्रेजी भाषा का मुखापेक्षी है। इस विमर्श में आम आदमी की छवि एवं उनके सरोकार तो नजर आते हैं, किंतु आम आदमी की भाषा सुनाई नहीं देती। इस ग्रंथ में हिंदी में विवेकसंगत एवं संतुलित संविधान-विमर्श के साथ ही आम आदमी की समझ में आनेवाली भाषा प्रयोग की गई है। संविधान-रचना की पृष्ठभूमि और व्याख्या की दृष्टि से यह ग्रंथ हिंदी भाषा में संविधान-साहित्य को एक अमूल्य और बेजोड़ उपहार है। प्रस्तुत ग्रंथ में संविधान के विविध पक्षों पर सरल एवं सुबोध भाषा में प्रकाश डाला गया है। इसमें संविधान के उलझे हुए प्रश्नों के विवेचन के साथ-साथ संविधान के विषयों का अनुच्छेद-आधारित उल्लेख भी है। संविधान की रचना की पृष्ठभूमि देते हुए बताया गया है कि कई ‘अर्धवैधानिक’ नियम भी संविधान एवं शासन प्रबंध की व्यावहारिकता में महत्त्वपूर्ण होते हैं। उन सबको लेकर एक सांगोपांग एवं सर्वतोमुखी संवैधानिक विवेचन इस ग्रंथ में समाविष्ट है, जिसमें इतिहास है, राजनीति है, समाजशास्त्र है। इस ग्रंथ की विशेषता है कि यह सरल, सुबोध एवं सुव्यवस्थित होने के साथ-साथ अध्ययनशील स्पष्टता, प्रामाणिकता एवं गुणवत्ता से भी संपन्न है। —डॉ. लक्ष्मीमल्ल सिंघवी "
Words Have Power
- Author Name:
Ashutosh Karnatak
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Not Much Is As It Seems
- Author Name:
Navniit Gandhi
- Book Type:

- Description: It has often happened with all of us. A friend turned out to be quite different from what he or she had seemed to be! Or, a relative from whom we never expected much, came before us in a different light altogether when the going was rough for us. Or, just when we thought that a much-coveted job would give us the ultimate joy, life took a different turn altogether... Haven’t we often been caught off-guard thus? Even situations, which we had firmly labelled as unfortunate or wonderful, ultimately belied all our emphatic declarations. Yes, all of us have a limited sense of comprehension. And we are very complex beings. The situations that life presents us with, are quite perplex too. We just cannot fathom a person or a situation in its truest form and in its entirety. Most of the time, we err gravely, in concluding about people and circumstances. It is important to take a pause, and look beyond what is obvious...In doing so, it may dawn on us that not much is as it seems to be!!!
Fun With Colouring Children Drawing and Colouring Book for Kids Age 1 - 6 Years
- Author Name:
Venkatesh Prasad
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Kautilya Arthshastra
- Author Name:
Anil Kumar Mishra
- Book Type:

- Description: ‘अर्थशास्त्र’ कौटिल्य यानी चाणक्य द्वारा रचित संस्कृत वाड्.मय का एक अद्भुत ग्रंथ है। इसका पूरा नाम ‘कौटिलीय अर्थशास्त्र’ है। चाणक्य सम्राट् चंद्रगुप्त मौर्य के महामंत्री थे। उन्होंने चंद्रगुप्त के प्रशासकीय उपयोग के लिए इस ग्रंथ की रचना की थी। यह मुख्यतः सूत्र-शैली में लिखा हुआ है। यह शास्त्र अनावश्यक विस्तार से रहित, समझने और ग्रहण करने योग्य सरल शब्दों में रचा गया है। ‘अर्थशास्त्र’ में समसामयिक राजनीति, अर्थनीति, विधि, समाजनीति तथा धर्मादि पर पर्याप्त प्रकाश डाला गया है। अभी तक इस विषय के जितने भी ग्रंथ उपलब्ध हैं, वास्तविक जीवन का चित्रण करने के कारण उनमें यह सबसे अधिक मूल्यवान् है। इस शास्त्र के प्रकाश में न केवल धर्म, अर्थ और काम का प्रणयन तथा पालन होता है अपितु अधर्म, अनर्थ तथा अवांछनीय का शमन भी होता है। राजनीतिक, आर्थिक, विधि आदि सिद्धांतों को जानने-समझने और व्यवहार में लाने के लिए एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण कृति।
JKS : The Logistics Man of India Hardcover
- Author Name:
Arun Arora
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Swami Vivekanand Ka Hindu Chintan "स्वामी विवेकानंद का हिंदू चिंतन" | Lecture & Ideology of Swami Vivekanand About Hindu Dharma
- Author Name:
Rajkumar Upadhyay ‘Mani’
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Dampatya Ki Dhoop-Chhanh
- Author Name:
Mridula Sinha +1
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Adhai Akhar (How To Get Rid of Old Thinking And How To Create New Ideas) Book in Hindi
- Author Name:
Vinita Chandak +1
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Towards Perfection Book by Swami Avdheshanand Giri
- Author Name:
Swami Avdheshanand Giri
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Dollar Bahoo
- Author Name:
Sudha Murty
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
BPSC TRE 4.0 Bihar Shikshak Bahali Class 11 To 12 History (Itihas) Higher Secondary School Teacher | 20 Practice Sets with Latest Solved Papers | Based on NCERT & SCERT Syllabus - Book in Hindi
- Author Name:
Dr. Ranjit Kumar Singh, IAS (AIR-49)
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Pyaar To Hona Hi Tha
- Author Name:
Himanshu Rai
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Boskiyana Delux Gift Pack
- Author Name:
Gulzar
- Book Type:

Atishaya
- Author Name:
Mridula Sinha
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Striyon Ki Paradhinta
- Author Name:
John Stuart Mill
- Book Type:

- Description: स्त्रियों की पराधीनता’ पुस्तक में मिल पुरुष-वर्चस्ववाद की स्वीकार्यता के आधार के तौर पर काम करनेवाली सभी प्रस्तरीकृत मान्यताओं-संस्कारों-रूढ़ियों को, और स्थापित कानूनों को तर्कों के ज़रिए प्रश्नचिह्नों के कठघरे में खड़ा करते हैं। निजी सम्पत्ति और असमानतापूर्ण वर्गीय संरचना के इतिहास के साथ सम्बन्ध नहीं जोड़ पाने के बावजूद, मिल ने परिवार और विवाह की संस्थाओं के स्त्री-उत्पीड़क, अनैतिक चरित्र के ऊपर से रागात्मकता के आवरण को नोच फेंका है और उन नैतिक मान्यताओं की पवित्रता का रंग-रोगन भी खुरच डाला है जो सिर्फ़ स्त्रियों से ही समस्त एकनिष्ठता, सेवा और समर्पण की माँग करती हैं और पुरुषों को उड़ने के लिए लीला-विलास का अनन्त आकाश मुहैया कराती हैं। पुरुष-वर्चस्ववाद की सामाजिक-वैधिक रूप से मान्यता प्राप्त सत्ता को मिल ने मनुष्य की स्थिति में सुधार की राह की सबसे बड़ी बाधा बताते हुए स्त्री-पुरुष सम्बन्धों में पूर्ण समानता की तरफ़दारी की है। स्त्री-पुरुष समानता के विरोध में जो उपादान काम करते हैं, उनमें मिल प्रचलित भावनाओं को प्रमुख स्थान देते हुए उनके विरुद्ध तर्क करते हैं। वे बताते हैं कि (उन्नीसवीं शताब्दी में) समाज में आम तौर पर लोग स्वतंत्रता और न्याय की तर्कबुद्धिसंगत अवधारणाओें को आत्मसात् कर चुके हैं लेकिन स्त्री-पुरुष सम्बन्धों के सन्दर्भ में उनकी यह धारणा है कि शासन करने, निर्णय लेने और आदेश देने की स्वाभाविक क्षमता पुरुष में ही है। स्त्री-अधीनस्थता की समूची सामाजिक व्यवस्था एकांगी अनुभव व सिद्धान्त पर आधारित है। मिल के अनुसार, प्राचीन काल में बहुत-से स्त्री-पुरुष दास थे। फिर दास-प्रथा के औचित्य पर प्रश्न उठने लगे और धीरे-धीरे यह प्रथा समाप्त हो गई लेकिन स्त्रियों की दासता धीरे-धीरे एक क़िस्म की निर्भरता में तब्दील हो गई। मिल स्त्री की निर्भरता को पुरातन दासता की ही निरन्तरता मानते हैं जिस पर तमाम सुधारों के रंग-रोगन के बाद भी पुरानी निर्दयता के चिह्न अभी मौजूद हैं और आज भी स्त्री-पुरुष असमानता के मूल में ‘ताक़त’ का वही आदिम नियम है जिसके तहत ताक़तवर सब कुछ हथिया लेता है। —सम्पादकीय से,
Europe Ka Sanskritik Kendra FRANCE
- Author Name:
Ramesh Pokhriyal 'Nishank'
- Book Type:

- Description: This book doesn’t have any description
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...