Har Pal Sukha Aur Khushi Payen
Publisher:
Prabhat Prakashan
Language:
Hindi
Pages:
136
Country of Origin:
India
Age Range:
18-100
Average Reading Time
272 mins
Book Description
यह पुस्तक खुशी की राह दिखाती है, जो जीवन के प्रमुख उद्देश्यों में से एक है। स्वाभाविक रूप से सभी खुश रहना चाहते हैं। नहीं तो हमारे जीने और काम करने का मतलब क्या है? कई लोग खुशी को सुख-सुविधाओं में वृद्धि के तौर पर देखते हैं। कुछ लोग पद, या जीने में आसानी, रोमांच, या अधिक पैसा और उसके कुछ भी खरीदने की ताकत से इसका अंदाजा लगाते हैं। हालाँकि, पूरब से मिले ज्ञान का इस्तेमाल करने और इसमें जो कहा गया है, उसके अनुसार वैकल्पिक दृष्टिकोण को अपनाने से हमें अपनी सच्ची स्थिति और उस खुशी तक पहुँचने के आवश्यक साधनों की जानकारी मिलती है जिसके लिए हम हमेशा तरसते रहते हैं। यह जानकारी निश्चित रूप से आपको अधिक-से-अधिक संभावनाओं का एहसास करा देगी। इससे आप उस स्वाभाविक प्रसन्नता की अनुभूति करेंगे, जो सदैव आपकी आत्मा में ही रहती है। जीवन के सच्चे सुख को परिभाषित करने की व्यावहारिक जानकारी और दृष्टि देनेवाली अनुपम पुस्तक।