Kailas Manasarovar
Author:
Rajeev GuptaPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 480
₹
600
Unavailable
भारतीय चिंतन के अनुसार, ‘व्यक्ति जिस भाव से भगवान् के प्रति अपनी आस्था प्रकट करता है, उसी के अनुरूप उसे भगवान् का सान्निध्य मिलता है।’ इसी आस्था के चलते हिंदुओं की ऐसी मान्यता है कि हिमालय के कैलास पर्वत पर साक्षात् शिव का निवास है। परिणामतः कैलास पर्वत हिंदुओं का एक प्रमुख तीर्थस्थल है और लगभग प्रत्येक हिंदू अपने जीवन में एक बार कैलास मानसरोवर की यात्रा करना चाहता है।
कैलास मानसरोवर सांस्कृतिक भारत का अभिन्न अंग है। यह हमारी सनातन संस्कृति और परंपराओं का श्रद्धा-स्थल है। अपनी कैलास मानसरोवर तीर्थयात्रा के अनुभवों के आधार पर पाठकगणों को जानकारी उपलब्ध करवाकर उनके अंतस् में आस्था जाग्रत् करना इस पुस्तक के लेखन व प्रकाशन का विनम्र उद्देश्य है।
ISBN: 9789392573002
Pages: 232
Avg Reading Time: 8 hrs
Age : 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
The Tales of My Wrinkles Tell
- Author Name:
Dr. Krishna Saksena
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Fhir Se Zindagi
- Author Name:
Dheera Khandelwal
- Book Type:

- Description: धीरा खंडेलवाल की काव्य रचना का झुकाव छायावाद की ओर है। उनकी कविताएँ सहज ग्राह्य और सरल शब्दों के साथ सटीकता से अपने भावों का संप्रेषण करती हुई पाठक को चमत्कृत कर देती हैं। उनकी कविताओं में मन के कोमल भाव हैं, जग की वेदना है और बेचैनी है। धीरा खंडेलवाल छोटे-छोटे वाक्यों में गंभीर भाव भरने में दक्ष हैं। संगीतात्मकता और लय पर आधारित उनकी शैली अत्यंत सरस और मधुर है। उनकी कविताओं में आत्म आनंद के साथ-साथ जीवन और जगत् की सच्चाई का पुट भी रहता है। लेकिन धीरा खंडेलवाल की अधिकांश कविताओं में आत्म-स्पंदन हैं, आत्मा से संलाप और स्मृतियों का आत्मा में ही लय है। इसलिए इनमें न तो दुनियावी छल-बल की आपाधापी है और न ही देश-काल की वे आहटें हैं, जो सत्ताओं से लोक को मिलती हैं। उनकी कविताएँ आज भगदड़ में पड़ी सभ्यता के दौर में बहुत विरल हैं। धीरा खंडेलवाल की ये कविताएँ न तो गर्जन हैं और न ही सूक्तियाँ बल्कि एक सहृदय इनसान की उक्तियाँ हैं, जो आत्मा से चलकर आत्मा में ही लीन हो जाती हैं...
The Life and Times of Madan Lal Dhingra
- Author Name:
Vishav Bandhu
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
MY BEST POEMS
- Author Name:
SACHIN
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Madhya Pradesh Uchch Madhyamik Shikshak Patrata Pariksha Samaj Shastra Practice MCQs (MPTET Higher Secondary Teacher Sociology Practice Sets in Hindi)
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
SSC Staff Selection Commission Multi-Tasking Staff Non-Technical Staff And Haveldar (CBIC & CBN) Recruitment Exam-2024 (Computer Based Examination-CBE) 20 Practice Sets Book in Hindi
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
1000 Itihas Prashnottari
- Author Name:
Sachin Singhal
- Book Type:

- Description: "1000 इतिहास प्रश्नोत्तरी इतिहास का खेल न्यारा है; और इतिहास अपने को दुहराता भी है। इसीलिए इतिहास में लोगों की स्वाभाविक जिज्ञासा होती है—चाहे वह परिवार का हो, राष्ट्र का हो या विश्व का। प्रस्तुत पुस्तक एक सामान्य पाठक और उसके इतिहास के ज्ञान के स्तर को ध्यान में रखते हुए लिखी गई है। पुस्तक को बहुविकल्पीय प्रश्नों की शैली में लिखा गया है। चार भागों में विभक्त पुस्तक को महत्त्वपूर्ण उपभागों में बाँटा गया है; जैसे—सिंधु घाटी सभ्यता के स्रोत, वैदिक सभ्यता, मौर्य एवं गुप्त साम्राज्य, जैन एवं बौद्ध धर्मों का उदय, दक्षिण के साम्राज्य, मुगल काल, मराठा राज्य, अंग्रेजी शासन और भारत का स्वतंत्रता संघर्ष आदि। प्रत्येक प्रश्न के चार विकल्प दिए गए हैं, जिनमें एक सही उत्तर है, जिससे पाठक प्रश्न का सही उत्तर ढूँढ़ने के लिए अपनी तर्कशक्ति का भी प्रयोग कर सकते हैं। विश्वास है, पुस्तक पाठकों को अच्छी लगेगी तथा उनके इतिहास के ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगी। "
Gopan Aur Ayan : Khand���1-Pape
- Author Name:
Sitanshu Yashashchandra
- Book Type:

-
Description:
गुजराती आदि भारतीय भाषाएँ एक विस्तृत सेमिओटिक नेटवर्क अर्थात संकेतन-अनुबन्ध-व्यवस्था का अन्य-समतुल्य हिस्सा हैं। मूल बात ये है कि विशेष को मिटाए बिना सामान्य अथवा साधारण की रचना करने की, और तुल्यमूल्य संकेतकों से बुनी हुई एक संकेतन-व्यवस्था रचने की जो भारतीय क्षमता है, उसका जतन होता रहे। राष्ट्रीय या अन्तरराष्ट्रीय राज्यसत्ता, उपभोक्तावाद को बढ़ावा देनेवाली, सम्मोहक वाग्मिता के छल पर टिकी हुई धनसत्ता एवं आत्ममुग्ध, असहिष्णु विविध विचारसरणियाँ/आइडियोलॉजीज़ की तंत्रात्मक सत्ता आदि परिबलों से शासित होने से भारतीय क्षमता को बचाते हुए उस का संवर्धन होता रहे।
गुजराती से मेरे लेखों के हिन्दी अनुवाद करने का काम सरल तो था नहीं। गुजराती साहित्य की अपनी निरीक्षण परम्परा तथा सृजनात्मक लेखन की धारा बड़ी लम्बी है और उसी में से मेरी साहित्य तत्त्व-मीमांसा एवं कृतिनिष्ठ तथा तुलनात्मक आलोचना की परिभाषा निपजी है। उसी में मेरी सोच प्रतिष्ठित (एम्बेडेड) है। भारतीय साहित्य के गुजराती विवर्तों को ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में जाने बिना मेरे लेखन का सही अनुवाद करना सम्भव नहीं है, मैं जानता हूँ। इसीलिए, इन लेखों का हिन्दी अनुवाद टिकाऊ स्नेह और बड़े कौशल्य से जिन्होंने किया है, उन अनुवादक सहृदयों का मैं गहरा ऋणी हूँ।
ये पुस्तक पढ़नेवाले हिन्दीभाषी सहृदय पाठकों का सविनय धन्यवाद, जिनकी दृष्टि का जल मिलने से ही तो यह पन्ने पल्लवित होंगे।
—सितांशु यशश्चन्द्र (प्रस्तावना से)
''हमारी परम्परा में गद्य को कवियों का निकष माना गया है। रज़ा पुस्तक माला के अन्तर्गत हम इधर सक्रिय भारतीय कवियों के गद्य के अनुवाद की एक सीरीज़ प्रस्तुत कर रहे हैं। इस सीरीज़ में बाङ्ला के मूर्धन्य कवि शंख घोष के गद्य का संचयन दो खंडों में प्रकाशित हो चुका है। अब गुजराती कवि सितांशु यशश्चन्द्र के गद्य का हिन्दी अनुवाद दो जिल्दों में पेश है। पाठक पाएँगे कि सितांशु के कवि-चिन्तन का वितान गद्य में कितना व्यापक है—उसमें परम्परा, आधुनिकता, साहित्य के कई पक्षों से लेकर कुछ स्थानीयताओं पर कुशाग्रता और ताज़ेपन से सोचा गया है। हमें भरोसा है कि यह गद्य हिन्दी की अपनी आलोचना में कुछ नया जोड़ेगा।" —अशोक वाजपेयी
Grameen Swachchhata
- Author Name:
Mukesh Kumar
- Book Type:

- Description: मुअनजोदड़ो सभ्यता से लेकर आज तक मल-मूत्र विसर्जन के सुरक्षित तथा स्वास्थ्य के लिए कम हानिकारक उपायों की खोज होती आ रही है। जनसंख्या-वृद्धि के साथ यह समस्या और गम्भीर हुई है, साथ ही ग्रामीण इलाक़ों में पर्याप्त जागरूकता के अभाव के चलते जन-स्वास्थ्य के लिए इसने कई चुनौतियाँ खड़ी की हैं। यह पुस्तक आज़ादी के बाद से भारत में ग्रामीण क्षेत्रों में होनेवाले स्वच्छता-प्रयासों पर बात करते हुए उन तमाम प्रविधियों पर बात करती है जिनका प्रयोग देश के विशाल ग्रामीण भू-भाग में स्वच्छता को सम्भव बनाने के लिए किया जा सकता है। स्वच्छता क्यों ज़रूरी है? मल-मूत्र निपटान के आधुनिक और प्रौद्योगिकीय विकल्प क्या हैं? गोबर गैस संयंत्र की इसमें क्या भूमिका रही और क्या हो सकती है, विभिन्न सांस्कृतिक और विविध जीवन-शैलियों के हमारे समाज में स्वच्छता के प्रति सजगता के लिए कैसा अभियान चाहिए, उसके लिए काम करनेवाले लोगों का प्रशिक्षण कैसे हो, एक-एक व्यक्ति को स्वच्छता और स्वास्थ्य के विषय में कैसे समझाया-बताया जाए, यह पुस्तक इन विषयों पर आँकड़ों, तथ्यों और विस्तार के साथ बात करती है। स्वच्छता के प्रति इधर सरकार का आग्रह भी और बढ़ा है, इस सन्दर्भ में यह पुस्तक विशेष रूप से पठनीय और अनुकरणीय है।
Extraordinary Desire To Win
- Author Name:
Zeenat Ara
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Dictionary of Social Sciences
- Author Name:
Dr. Anil Kumar Mishra +1
- Book Type:

- Description: Dictionary of Social Sciences is a comprehensive reference work with over 1700 entries ranging from fifty to five hundred words covering topics such as anthropology, sociology, economics, political science, cultural studies, and human and cultural geography. The Dictionary is aimed at students and scholars who need ready access to defined terms in a social science outside their immediate area of expertise; for example, an economist needing information regarding a political science term. A must-have book for readers with a keen interest in social sciences.
Covid-19 : Zindagi-20
- Author Name:
Mridula Sinha
- Book Type:

- Description: संक्रमण समाज को त्रस्त और भ्रमित कर रहा था। पूरा विश्व अपनी तरह से जूझ रहा था। भारत भी, भारतवासी भी। सबसे कठिन परीक्षा की घड़ी समाज-सेवी, राजनीतिक एवं गैर-राजनीतिक संगठनों की थी और हर व्यक्ति कोरोना से अपनी ताकत से जूझ रहा था। मृदुलाजी ने कलम उठाई और कलम को हथियार बना लिया, अपने ढंग से कोरोना से लड़ने के लिए; उसी का प्रतिफल है यह उपन्यास। ग्रामीण अंचल में मुखिया की बूढ़ी माँ ने अपने बेटे को आयुर्वेद से ठीक किया तो शहर में नव-नियुक्त डॉ. मयंक और डॉ. माला की शिक्षा से ज्यादा उनका संस्कार कोरोना से लड़ने में काम आने लगा। अस्पताल के अंदर-बाहर की घटनाओं का विस्तृत वर्णन और पैदल घर लौटते मजदूरों की यात्रा-गाथा है। एक धागा कोरोना का पिरो गया 138 करोड़ को। अनंत अनुभव सबके साझे से। भारत ने इससे पहले शायद ही कभी देखा हो, कोई भी ऐसा अनुष्ठान, जिसमें सब शामिल हो, जो सबको छूता हो, ‘न भूतो, न भविष्यति’।
Hum Sab Fake Hain
- Author Name:
Neeraj Badhwar
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Not Much Is As It Seems
- Author Name:
Navniit Gandhi
- Book Type:

- Description: It has often happened with all of us. A friend turned out to be quite different from what he or she had seemed to be! Or, a relative from whom we never expected much, came before us in a different light altogether when the going was rough for us. Or, just when we thought that a much-coveted job would give us the ultimate joy, life took a different turn altogether... Haven’t we often been caught off-guard thus? Even situations, which we had firmly labelled as unfortunate or wonderful, ultimately belied all our emphatic declarations. Yes, all of us have a limited sense of comprehension. And we are very complex beings. The situations that life presents us with, are quite perplex too. We just cannot fathom a person or a situation in its truest form and in its entirety. Most of the time, we err gravely, in concluding about people and circumstances. It is important to take a pause, and look beyond what is obvious...In doing so, it may dawn on us that not much is as it seems to be!!!
Mukesh Ambani Ki Biography
- Author Name:
A.K. Gandhi
- Book Type:

- Description: भारत में उद्यमियों के बीच एक सबसे अधिक जाना-माना नाम मुकेश अंबानी का है। उन्हें उद्यमशीलता की भावना, महत्त्वाकांक्षा और इच्छाशक्ति का पर्याय कहा जाता है। वह रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आर.आई.एल.) के अध्यक्ष, प्रबंध निदेशक और सबसे बड़े शेयरधारक हैं। वर्ष 2021 में उनकी पहचान दुनिया के 10वें सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में बनी। रिलायंस को आगे बढ़ाने के लिए मुकेश स्टैनफोर्ड छोडक़र अपने पिता श्री धीरुभाई अंबानी का हाथ बँटाने लगे। पेट्रोकेमिकल्स से दूरसंचार तक रिलायंस का विस्तार करने में उन्होंने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे रिलायंस आज भारत के व्यापार क्षेत्र का एक विशालकाय समूह बन गया है। उद्यमशीलता, नेतृत्व, आत्मविश्वास, दूरदृष्टि और कर्तृव्य के पर्याय मुकेश अंबानी की प्रामाणिक जीवनगाथा, जो पाठकों को प्रेरित करेगी कि वे भी अपने सपनों को पूरा करने तथा सफल होने के लिए इनका अनुसरण करें।
SHYAM BENEGAL AUR SAMANANTAR CINEMA
- Author Name:
Pramod Kumar Barnwal
- Book Type:

- Description: प्रमोद बर्णवाल सिनेमा के अध्येता और प्रशंसक हैं। वे कला माध्यमों में नवाचार के प्रति विशेष श्रद्धा रखते हैं। उन्होंने हिन्दी सिनेमा में बीसवीं सदी के सातवें दशक में अभ्युदित समान्तर सिनेमा आन्दोलन को मुहब्बत की नज़र से देखते हुए, इस बदलाव के मसीहा के रूप में उभर कर सामने आए श्याम बेनेगल की कोई पाँच दशक लम्बी रचनायात्रा का गौरवशाली परिदृृश्य, सृृृजन विश्लेषण, आलोचना के तंज़ को गहरी आत्मीयता की चाशनी में घोलकर प्रस्तुत किया है। इस तरह कि बेनेगल के सिनेमा का कोई कोण अनावृत्त होने से रह न जाए। उन्होंने अपने आख्यान को सिनेमा के आशिकों, विद्यार्थियों और अध्येताओं के लिए समवेत उपयोगी बनाया है। सिनेमा को व्यावसायिकता के भँवर से निकाल कर, जीवन की सार्थकता से जुड़ी अनुभूूतियों को आलोकित करनेवाले कलाकारों का बेहद उत्कृष्ट योगदान, दृश्यों की उपयुक्त बानगी प्रस्तुत करते हुए किया गया है। समान्तर सिनेमा से उभरकर विकसित होने वाले कलाकारों की रचनायात्रा के सर्वोत्कृष्ट संधान तक जा पहुँचने का विवरण आश्चर्यचकित करने वाली सहजता से बर्णवाल ने प्रस्तुत किया है। इस आख्यान में श्याम बेनेगल के साथ ही शबाना-स्मिता, ओम-नसीर, गिरीश कारनाड, रजित कपूर, अमरीश पुरी, साधु मेहर, अनंत नाग, पंकज कपूर प्रभृति कलाकारों की विकासयात्रा की मनोहारी झलकियाँ बहुत खूबसूरती से उभर कर आई हैं। कथा से लेकर कला पक्ष तक का हर कोण कोने-कोने से निरख कर परखा गया है। —प्रह्लाद अग्रवाल
BHARAT KE MANDIR
- Author Name:
SHYAM CHANDRA
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Banaras Meets Berlin | Love's Uncharted Journey: An Indo-German Romance Defying Boundaries by Dr. Yojna Shah Jain
- Author Name:
Dr. Yojna Sah Jain
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Kabeer Granthawali
- Author Name:
Shyam Sundar Das
- Book Type:

- Description: प्रस्तुत संस्करण ‘कबीर ग्रंथावली’ में कबीरदास के जो दोहे और पद सम्मिलित किए गए हैं, उन्हें आजकल की प्रचलित परिपाटी के अनुसार खराद पर चढ़ाकर सुडौल, सुन्दर और पिंगल के नियमों से शुद्ध बनाने का कोई उद्योग नहीं किया गया, वरन् उद्देश्य यही रहा है कि हस्तलिखित प्रतियों या ग्रन्थसाहब में जो पाठ मिलता है, वही ज्यों-का-त्यों प्रकाशित कर दिया जाए। कबीरदास के पूर्व के किसी भक्त की वाणी नहीं मिलती। हिन्दी साहित्य के इतिहास में वीरगाथा काल की समाप्ति पर मध्यकाल का आरम्भ कबीरदास जी से होता है, अतएव इस काल के वे आदिकवि हैं। उस समय भाषा का रूप परिमार्जित और संस्कृत नहीं हुआ था। कबीरदास स्वयं पढ़े-लिखे नहीं थे। उन्होंने जो कुछ कहा है, वह अपनी प्रतिभा तथा भावुकता के वशीभूत होकर कहा है। उनमें कवित्व उतना नहीं था जितनी भक्ति और भावुकता थी। उनकी अटपट वाणी हृदय में चुभनेवाली है। अतएव उसे ज्यों का त्यों प्रकाशित कर देना ही उचित जान पड़ा और यही किया भी गया है। आशा है, पुस्तक विद्यार्थियों, शोधार्थियों तथा पाठकों का मार्गदर्शन करने में सहायक सिद्ध होगी।
JPSC Mukhya Pareeksha Bhartiya Samvidhan, Rajvyavastha, Lok Prashasan Evam Sushasan "Indian Constitution, Polity, Public Administration & Governance" Mains Exam - 2024 | Dr. Manish Rannjan (IAS)
- Author Name:
Dr. Manish Rannjan
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Hurry! Limited-Time Coupon Code
Logout to Rachnaye
Offers
Best Deal
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua. Ut enim ad minim veniam, quis nostrud exercitation ullamco laboris nisi ut aliquip ex ea commodo consequat.
Enter OTP
OTP sent on
OTP expires in 02:00 Resend OTP
Awesome.
You are ready to proceed
Hello,
Complete Your Profile on The App For a Seamless Journey.