General Knowledge 2016
Author:
Pb Editorial BoardPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
EnglishCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 480
₹
600
Available
Awating description for this book
ISBN: 9789351866114
Pages: 304
Avg Reading Time: 10 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Bharatbodh: Sanatan Aur Samayik
- Author Name:
Dr. Rajaneesh Kumar Shukla
- Book Type:

- Description: भारत केवल भौगोलिक रचना या भूखंड मात्र नहीं है, न तो भारतबोध मात्र इतिहास से बनता है । वस्तुत: भारतबोध एक सनातनबोध की प्रक्रिया है, जो नित्य और निरंतर, इन दोनों के साथ गुंफित होता है। नित्यता से शाश्वत मूल्य आते हैं तो निरंतरता से समय के साथ उनका समंजन होता है। भारतबोध राष्ट्रीयता है, संस्कृति है और धर्म भी है। भारतबोध पद से जो अर्थ अभिहित होता है--वह सनातन और निरंतर सभ्यता की जीवन-प्रणाली की अभिव्यंजना है। भारतीयता का विचार, भारतबोध का प्रश्न इस रूप में समझा जा सकता है कि यह कृतज्ञता की संस्कृति है और कृतज्ञता का प्रारंभ इस मान्यता, इस विश्वास के साथ होता है कि हम कुछ ऋणों के साथ उत्पन्न हुए हैं । हमने इस धरती में जन्म लेने के साथ ही समाज का, धरती का, परिवार का, शिक्षकों का, आचार्यों का ऋण प्राप्त किया है और वास्तविक मुक्ति हमें तब होगी, जब हम इन ऋणों से मुक्त होंगे; और इससे ऋण मुक्ति का तरीका इतना ही है कि हमें मनुष्य बनना है; न तो यह सभ्य बनने की प्रणाली है और न ही यह जीनियस बनने की । भारत धर्म भी है और यह धर्म उपासना-पंथों से परे भी । यह धर्म मानवीय मूल्यों का पुंज है। भारतबोध की दृष्टि से इस पुस्तक में कुछ सूत्रों की चर्चा है और कुछ सूत्रों का आज के परिप्रेक्ष्य में पल्ल्वन भी है। समकाल के भारत की भूमिका को उभारने की कोशिश की गई है और समकाल के भारत के लिए, भारत में जन्म लिये हुए लोगों को किस प्रकार की जीवन प्रणाली को स्वीकार करना है; किस मूल्य-व्यवस्था को स्वीकार करना है, इस पर किंचित् विवेचन किया गया है.
Guiding Souls : Dialogues on the Purpose of Life
- Author Name:
Apj Abdul Kalam With Arun Tiwari
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Vaigyanik Jagdish Chandra Basu Ke Mahan Vichar
- Author Name:
Saawan Kumar Bag +1
- Book Type:

- Description: कलकता के टाउन हॉल में मिलीमीटर हट 2 का पहली बार प्रदर्शन करने से लेकर पौधों में तंत्रिकातंत्र मौजूद होने तक के युगांतकारी आविष्कारों के प्रणेता महान् वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बसु से सभी कम या ज्यादा अवश्य परिचित हैं, लेकिन जगदीश चंद्र बसु के लेखक और दार्शनिक पक्ष से बहुत कम लोग ही परिचित हैं। बहुत कम लोग जानते हैं कि भारतीय भाषाओं की पहली विज्ञान-गल्प जगदीश चंद्र बसु ने बॉग्ला में 'निरुददेशेर कहिनी' के नाम से लिखी थी। उनके लिखे लेख, विज्ञान-गल्प, यात्रावत्तांतों और भाषणों में उन्होंने अपने जीवन की कई रोमांचकारी घटनाओं को शब्दों में बाँधकर एक पुस्तक प्रकाशित की थी, जिसका नाम उन्होंने ' अव्यक्त ' दिया था। इन कहानियों, लेखों और भाषणों के माध्यम से जनमानस में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को जाग्रत् करने का प्रयास किया था। वैज्ञानिक के विभिन्न लेखों मे संगहात शत उन यह लेखन आज भी वैज्ञानिक और सामान्य जन के लिए घनघोर अआँधेरे रास्तों में रोशनी की किरणों की तरह है। वह एक लेख में लिखते हैं--' हमारा मस्तिष्क ही सबसे बड़ी प्रयोगशाला है।'
MAOISM IN INDIA
- Author Name:
Arun Srivastava
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
The Art of Trading Through Candlestick Charts | Technical Analysis Simplified Breakout Patterns with Explanation
- Author Name:
Shyam Sundar Goel
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
BSSTET Bihar Special School Teacher Eligibility Test Paper-2 Class 6-8 | Social Science 15 Practice Sets Book
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Adhunikta Aur Paigan Sabhyatayen
- Author Name:
Udyan Vajpeyi
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Janadesh 2024: Hindutav Ki Hattrick
- Author Name:
Harsh Kumar
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Yugdrashta Vivekanand
- Author Name:
Rajeev Ranjan
- Book Type:

- Description: स्वामी विवेकानंद का भारत में अवतरण उस समय हुआ, जब हिंदू धर्म के अस्तित्व पर संकट के बादल मँडरा रहे थे। पंडा-पुरोहित तथा धर्म के ठेकेदारों के कारण हिंदू धर्म घोर आडंबरवादी तथा पथभ्रष्ट हो गया था। ऐसे विकट समय में स्वामीजी ने हिंदू धर्म का उद्धार कर उसे उसकी खोई प्रतिष्ठा पुन: दिलाई। मात्र तीस वर्ष की आयु में स्वामी विवेकानंद ने शिकागो के विश्वधर्म सम्मेलन में हिंदू धर्म का परचय लहराया और भारत को विश्व के आध्यात्मिक गुरु का स्थान दिलाया। स्वामीजी केवल संत ही नहीं थे, बल्कि एक प्रखर देशभक्त, ओजस्वी वक्ता, गंभीर विचारक, मनीषी लेखक और परम मानव-प्रेमी भी थे। मात्र उनतालीस वर्ष के अपने छोटे से जीवनकाल में उन्होंने जो काम कर दिखाए, वे आनेवाली पीढ़ियों का शताब्दियों तक मार्गदर्शन करते रहेंगे। कवींद्र रवींद्र ने एक बार कहा था—“यदि भारत को जानना चाहते हो तो विवेकानंद को पढ़िए।” हिंदू समाज में फैली कुरीतियों का घोर विरोध करते हुए स्वामीजी ने आह्वान किया था—“उठो, जागो और स्वयं जागकर औरों को जगाओ। अपने नर-जन्म को सफल करो और तब तक रुको नहीं जब तक कि लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।” हमें विश्वास है, ऐस किसी विलक्षण तपस्वी के गुणों को आत्मसात् कर अपना तथा राष्ट्र का कल्याण किया जा सकता है—इसी विश्वास को बल देती है एक अत्यंत प्रेरणादायी पुस्तक—‘युगद्रष्टा स्वामी विवेकानंद’।
Main Shabari Hoon Ram Ki
- Author Name:
Urvashi Agrawal "Urvi"
- Book Type:

- Description: "मैं शबरी हूँ राम की पुस्तक" इसके लेखन में मैंने स्वयं भी एक शबरी के रूप में जीने का प्रयास किया और सोचा कि वो भी एक शबरी थी तो क्या मैं भी एक शबरी हूँ?’’ यह उतना आसान नहीं था, पर कठिन भी नहीं था। अगर वह एक शबरी थी तो हर नारी एक शबरी है और हर पुरुष में भी शबरी-तत्त्व समान रूप से हैं। पाठकगण शायद इससे सहमत न हों, पर यदि हम इस पक्ष पर ग़ौर करेंगे तो संभवतः आप मुझसे सहमत ज़रूर होंगे। श्री रामचरितमानस के इस अत्यंत महत्त्वपूर्ण पात्र को अपने भीतर और अपने आस-पास तलाश करने का प्रयास करें। यदि मैं कहूँ कि प्रत्येक माँ, पत्नी, बहन एक शबरी है और उसी प्रकार से प्रत्येक पिता, पति एवं भाई में भी शबरी के सभी गुण विद्यमान हैं तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। केवल थोड़े से विश्लेषण मात्र से ही हमें इस का भान हो जाएगा कि हम सभी में राम भी हैं और शबरी भी
Akbar Birbal Ke Kisse "अकबर-बीरबल के किस्से"
- Author Name:
Mahesh Dutt Sharma
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
SHRI GURU TEGABAHADURAJI (PUNJABI)
- Author Name:
Kuldeep Chand Agnihotri
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Tana Bana
- Author Name:
Smt. Manju Madhukar
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
EMPOWERING INDIAN WOMEN (MAMTA MEHROTRA)-(PB)
- Author Name:
Mamta Mehrotra
- Book Type:

- Description: do not stand for women’s liberation as a solution to all the ills affecting women but, definitely, women should be accorded a fully human status and their feelings, thoughts, and attitudes should be reciprocated with human sympathy and dignity. Women empowerment is not all about ambitious women with vanity attached to them but women born and brought up with the right mental frame and attitude to carry on their life with prestige and a good. Nowhere would | have reached and achieved even the slightest success without such good people in my life as family members. Whatever little | have achieved today is their making.
Sanasdeeya Pranali
- Author Name:
Arun Shourie
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Patanjali Yog Darshan
- Author Name:
Dr. Mridul Kirti
- Book Type:

- Description: "ऋषि पतञ्जलि प्रणीत पतञ्जलि योग दर्शन आत्म-भू-योग दर्शन हैं। यह अनन्य, अनूठा, अनुपमेय योग-दर्शन, जो अपने लिए आप ही प्रमाण है। इस अपूर्व और अद्भुत ग्रंथ के समान सृष्टि में कोई अन्य यौगिक ग्रंथ है ही नहीं। एक तरह से इसे प्रकृति की अद्भुत और चमत्कृत घटना कह सकते हैं। ‘पतञ्जलि योग दर्शन’ गणतीय भाषा में एवं सूत्रात्मक शैली में रचित, सृष्टि का एक अद्वितीय, यौगिक विज्ञान का विस्मयकारी ग्रंथ है, जिसमें मनुष्य के प्राण से लेकर महाप्राण तक की अंतर्यात्रा, मृण्मय से चिन्मय तक जाने का यौगिक ज्ञान, मूलाधार से सहस्रार तक ब्रह्मैक्य का आंतरिक ज्ञान, मर्म और दर्शन समाहित है। योग-दर्शन जीव के पंचमय कोषों, अन्नमय, प्राणमय, मनोमय, ज्ञानमय कोषों के गूढ़ मर्म और उनमें छुपी शक्तियों को उजागर करता हुआ, देह के सुप्त बिंदुओं को जाग्रत् कर, विदेह की ओर उन्मुख कर आनंदमय कोष में प्रवेश कराने का विज्ञान है। साधना देह में रहकर ही होती है, विदेह अंतरात्मा साधना नहीं कर सकता, इसीलिए देह तो आत्मोन्नति का साधन है, अतः देह का स्वस्थ, संयमी और स्वच्छ रखना योग का ही अंग है। शरीर हेय नहीं, श्रेय पाने का साधन है। बिखराव तब आता है, जब हम देह को ही सर्वस्व मान लेते हैं। यम, नियम, आसन, प्राणायाम और प्रत्याहार तक केवल देह के घटकों में समाहित शक्ति केंद्रों को जाग्रत करने का ज्ञान है। धारणा, ध्यान और समाधि अंतर्मन में निहित बिंदुओं को संयमित कर दिव्यता की ओर जाने का विज्ञान है। वस्तुतः योग-दर्शन ‘योगश्चित्तवृत्तिनिरोधः’ के चारों ओर ही परिक्रमायित है क्योंकि साधना कठिन नहीं, किंतु मन का सधना कठिन है। "
Talkies : Cinema Ka Safar
- Author Name:
Jagran Film Festival
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Metamorphosis
- Author Name:
Franz Kafka
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Anokhi Chitrakala
- Author Name:
Avantika
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Bharat Ke Parakrami Raja
- Author Name:
Mahesh Dutt Sharma
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...