Extraordinary Desire To Win
Author:
Zeenat AraPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
EnglishCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 400
₹
500
Available
Awating description for this book
ISBN: 9789352660445
Pages: 224
Avg Reading Time: 7 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Prem Aur Sazish
- Author Name:
Sanjay Kumar Paul
- Book Type:

- Description: ‘प्रेम और साजिश’ कहानी माधव और अंकिता के प्रेम-प्रसंग से शुरू होकर बहुत से अदभुत मोड़ों से गुजरकर खत्म होती है। अंकिता की शादी की खबर सुनकर माधव का दिल टूट जाता है और वह सुसाइड करने की सोचता है। माधव का ममेरा भाई उसको प्रतियोगिता परीक्षा में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करता है। दो साल के अंदर एस.एस.सी. की प्रतियोगिता परीक्षा पास कर माधव सी.बी.आई. में सब इंस्पेक्टर बन जाता हैं। माधव की पोस्टिंग कोलकाता में होती है। माधव को बंगाली लडक़ी अन्नू से प्यार हो जाता है। इस बीच माधव को टॉलीवुड (बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री) की मशहूर अभिनेत्री लीना डे, जिसकी लाश श्रीनगर के एक होटल में पानी से भरे टब में मिलती है, का केस दिया जाता है। केस की छानबीन से पता चलता है कि लीना सपरिवार जम्मू में अपने किसी रिश्तेदार की शादी में शामिल हुई थी। शादी के बाद लीना कश्मीर घूमना चाहती थी, पर उसका पति प्रसेनजित, जो एक फिल्म डायरेक्टर है, कश्मीर से कोलकाता आकर अभिनेत्री स्वास्तिका बनर्जी, जिसके साथ प्रसेनजित का अफेयर है, का जन्मदिन मनाता है। चूँकि घटना दूसरे राज्य में हुई थी, इसलिए पुलिस इसे नैसर्गिक मौत मानकर केस को रफा-दफा कर देती है। माधव असली अपराधी की तलाश में दिन-रात एक कर देता है। अपराधी कितना ही शातिर क्यों न हो, एक न एक दिन जरूर कानून के शिकंजे में फँस जाता है। कहानी कई पड़ाव पार करते हुए अंत में अपने अंजाम तक पहुँच ही जाती है।
NAMO 7 RACECOURSE MEIN PRATHAM VARSH
- Author Name:
Praveen Gugnani
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
YES I CAN
- Author Name:
Dr. Sumer Sethi
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Kya Likhoon? Kya Likhoon?
- Author Name:
Dr. Babita "Kiran"
- Book Type:

- Description: "‘क्या लिखूँ, क्या लिखूँ’ मेरी द्वितीय पुस्तक है। इस पुस्तक को लिखने की यात्रा बहुत रोचक रही है। सर्वप्रथम तो लिखने से पहले मन में कई प्रश्न उठ रहे थे, जैसे कि किस विधा में लिखूँ, किस विषय पर लिखूँ? पर्यावरण पर लिखूँ, भ्रूण हत्या पर लिखूँ या जल की समस्या पर लिखूँ। दिल कह रहा था, सब विषयों पर लिख दो, परंतु दिमाग सहमत नहीं था। समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूँ? मन मस्तिष्क के इस द्वंद्व में समय गुजरता जा रहा था। इसी बीच मैं बिटिया खुशी, जो मेरी प्रथम श्रोता है, से भी निरंतर पूछ रही थी कि क्या लिखूँ? आखिरकार एक दिन वह कह उठी, अरे मम्मी, क्या लिखूँ पर ही लिखो आप। तत्पश्चात् एक निरंतर कविता का जन्म हुआ, जो क्या लिखूँ के रूप में आपके समक्ष है। एक लेखक की जिम्मेदारी को निभाते हुए मैंने प्रयास किया है कि अपनी पुस्तक ‘क्या लिखूँ’ के माध्यम से मैं समाज में व्याप्त समस्याओं, मनुष्य के कर्तव्य, इतिहास, भूगोल, संस्कृति, आतंक सभी विषयों पर आप सभी का ध्यान आकर्षित कर सकूँ। कुछ पंक्तियाँ देखिए— शहर शहर कूड़े का पहाड़ लिखूँ संक्रमण, बदबू की दहाड लिखूँ फेफड़ों को मिलती हवा दूषित लिखूँ या पशु-पक्षी भी कुपोषित लिखूँ पर्यावरण की व्यथा लिखूँ या गाडिय़ाँ दौड़ाने की प्रथा लिखूँ सोचती हूँ मैं क्या लिखूँ? इसमें कहाँ तक सफल हो पाई हूँ, यह पाठक वर्ग ही बता सकता है। आशा ही नहीं, पूर्ण विश्वास है मुझे कि आपको मेरी यह पुस्तक पसंद आएगी।"
101 Weight Loss Tips
- Author Name:
Dr. Anil Chaturvedi
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Neil Armstrong
- Author Name:
Rakesh Sharma
- Book Type:

- Description: नील आर्मस्ट्रांग पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने सर्वप्रथम चंद्रमा पर अपना कदम रखा। 5 अगस्त, 1930 को संयुक्त राज्य अमेरिका के वापाकोनेटा, ओहियो में जनमे आर्मस्ट्रांग की रुचि शुरू से ही चंद्रमा, तारों और अंतरिक्ष में थी, इसलिए उन्होंने इसी को अपने कॅरियर के रूप में अपनाया। कुछ समय नौसेना में काम करने के बाद सन् 1955 में उन्होंने नेशनल एडवाइजरी कमेटी फॉर एयरोनॉटिक्स (एन.ए.सी.ए.) में कार्यारंभ किया। इसी कमेटी का नाम बाद में ‘नासा’ (नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड रचेश एडमिनिस्टे्रशन) पड़ा। 16 मार्च, 1966 को जैमिनी-8 अभियान के तहत वे पहले-पहल अंतरिक्ष में गए। इसके बाद अपोलो-2 में बतौर कमांडर वे चंद्रमा की सतह पर उतरे और इतिहास रच दिया। नील ऑर्मस्ट्रांग को सैकड़ों पुरस्कार व सम्मान मिले, लेकिन उनकी अंतरिक्ष जितनी ऊँची पहुँच के आगे वे सब गौण रहे। 82 वर्ष की आयु में 25 अगस्त, 2012 को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। एक महान् अंतरिक्षयात्री के साहसपूर्ण, खोजपूर्ण और रोमांचक जीवन की पूरी बानगी है यह पुस्तक।
Doosri Jung "दूसरी जंग" | Poems Book in Hindi
- Author Name:
Ravindra Kumar
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Bhagwaticharan Verma Rachanawali : Vols. 1-14
- Author Name:
Bhagwaticharan Verma
- Book Type:

-
Description:
भगवतीचरण वर्मा ने अपने प्रथम उपन्यास ‘पतन’ की रचना अपने कॉलेज के दिनों में की थी जो गंगा पुस्तक माला के अन्तर्गत प्रकाशित हुआ था। इस उपन्यास को वे अपनी अपरिपक्व रचना मानते थे और उन्होंने इसे अपनी रचनाओं में गम्भीरता से नहीं लिया।
सन् 1932 में भगवती बाबू ने पाप और पुण्य की समस्या पर अपना प्रसिद्ध उपन्यास ‘चित्रलेखा’ लिखा जो हिन्दी साहित्य में एक क्लासिक के रूप में आज भी प्रख्यात है। ‘तीन वर्ष’ उनका प्रथम सामाजिक उपन्यास है जो एक प्रेमकथा है। सन् 1948 में उनका प्रथम वृहत उपन्यास ‘टेढे़-मेढ़े रास्ते’ आया जिसे हिन्दी साहित्य के प्रथम राजनीतिक उपन्यास का दर्जा मिला। इसी शृंखला में उन्होंने आगे चलकर वृहत राजनीतिक उपन्यासों की एक शृंखला लिखी जिनमें ‘भूले-बिसरे चित्र’, ‘सीधी-सच्ची बातें’, ‘प्रश्न और मरीचिका’, ‘सबहिं नचावत राम गोसाईं’ और ‘सामर्थ्य और सीमा’ प्रमुख हैं।
भगवतीचरण वर्मा के सभी उपन्यासों में एक विविधता पाई जाती है। उन्होंने हास्य-व्यंग्य, सामाजिक, मनोवैज्ञानिक और दार्शनिक सभी विषयों पर उपन्यास लिखे। कवि और कथाकार होने के कारण वर्मा जी के उपन्यासों में भावनात्मकता और बौद्धिकता का सामंजस्य मिलता है। ‘चित्रलेखा’ में भगवती बाबू का छायावादी कवि-रूप स्पष्ट दिखता है जबकि ‘टेढ़े-मेढ़े रास्ते’ को उन्होंने अपनी प्रथम शुद्ध बौद्धिक गद्य-रचना माना है।
रचनावली के इस खंड में प्रस्तुत, साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत उपन्यास ‘भूले-बिसरे चित्र’ अतीत के चित्रों का एक विशेष एलबम है जिसके चित्र कभी धुँधले नहीं पड़ सकते। जीवन के सभी पहलुओं से रू-ब-रू कराता यह कालजयी उपन्यास है।
Miracles of Face Yoga
- Author Name:
Mansi Gulati
- Book Type:

- Description: This book introduces the concept of ‘Face Yoga’, a natural exercise for the face in addition to various other yoga exercises. Facial Yoga can also help you relax and rejuvenate your body. The Face yoga ‘asanas’ release stress and tension from the face and neck. They will also make us more aware of our facial muscles so that we can relax them within seconds that indirectly helps to tighten our skin. Moreover, Yoga helps in building concentration level and teaches an individual to achieve a calm mind, thus channelising energy throughout the body. ‘Face Yoga’ is a comprehensive work on facial exercises written in lucid simple language which can be easily be understood by a beginner to an eminent practitioner. The large number of photographs enable better comprehension, easy assimilation and understanding. The author offers a complete face yoga programma for beauty and general health as well as pose sequences that address specific health problems, and general well being too. The chapters have been well thought of and the book makes an interesting reading. This book is not only inspirational—urging you to ‘Just follow it and do it’—but it also gives pragmatic instructions needed to put things in the right perspective. An engaging and must read book.
Apratim
- Author Name:
Dr. Anil Kumar Pathak
- Book Type:

- Description: डॉ़ अनिल कुमार पाठक का नवीनतम काव्य-संग्रह ‘अप्रतिम’ प्रेम और समर्पण के अन्यतम क्षणों का सृजन है। भारतीय संस्कृति एवं परंपरा में प्रबल आस्था रखनेवाले कवि ने इस कृति में शाश्वत मानवीय मूल्य ‘प्रेम’ को आधार बनाया है। डॉ. पाठक आध्यात्मिक विचारों से परिपूर्ण हैं, जिसका आभास इस संग्रह की रचनाओं में भी होता है। कवि के मानस-पटल पर प्रेम के उदात्त मूल्यों की अमिट छाप है, जो जीवन के झंझावातों में संबल प्रदान करता है और प्रेरणा भी देता है। संग्रह के सभी गीत निरंतर बहनेवाले झरने की तरह स्वतः प्रवाहमान हैं। बाह्य तौर पर इस संग्रह की रचनाएँ वैयक्तिक प्रतीत होती हैं, किंतु इनमें समाहित मूल्य सार्वभौमिक एवं सार्वदेशिक हैं। आज के भौतिकवादी, व्यवहारवादी युग में ‘प्रेम’ अत्यंत संकुचित रूप में ग्रहण किया जा रहा है तथा संकीर्ण रूप में ही समझा भी जा रहा है। परंतु कवि की आस्था प्रेम के उस स्वरूप में है, जो असीमित, अपरिमित, अतुलनीय, अमर व अनंत हैं। उसके लिए प्रेम शाश्वत भाव की व्यापक अनुभूति है। ‘प्रेम’ के प्रति कवि की इसी आस्था के कारण इस कृति के गीत, प्रेम की अतल गहराइयों तथा उसकी भावनात्मक ऊँचाइयों से प्रबुद्ध पाठक का परिचय कराते हैं। इस कृति के सभी गीत एक शीतल, प्राणदायक मलयानिल की तरह हैं, जो प्रेम की पवित्रता व पावनता को प्रदूषित करनेवाले वातावरण में संजीवनी प्रदान करते हैं। प्रेम की उदात्त भावनाओं को समेटे हुए इन गीतों के संग्रह का ‘अप्रतिम’ पूर्णतया चरितार्थ होता है।
Sanatan Sanskriti Ka Mahaparva Simhastha
- Author Name:
Siddhartha Shankar Gautam
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
BPSC Bihar Primary School Teacher General Studies BPSC Bihar Shikshak Bahali Samanaya Adhyayan 20 Practice Sets In Hindi
- Author Name:
Dr. Ranjit Kumar Singh, IAS (AIR-49)
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Swatantrata Sangram Ke Andolan
- Author Name:
Mahesh Sharma
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Living Life Loving Life
- Author Name:
Brig. Chitranjan Sawant
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Pairol Par Atma Stories Book In Hindi
- Author Name:
K.P.S. Verma
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
The Scarlet Plague (Pb)
- Author Name:
Jack London
- Book Type:

- Description: This book has no description
BATHROOM KA SHISHTACHAR
- Author Name:
Shaurya
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Panch Parmeshwar
- Author Name:
Premchand
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Uttar Pradesh B.Ed. Combined Entrance Examination 2024 Arts Stream "कला वर्ग" 15 Practice Sets (Hindi)
- Author Name:
Team Prabhat
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
D.H. Lawrence Ki Lokpriya Kahaniyan
- Author Name:
D.H. Lawrence
- Book Type:

- Description: ‘डी. एच. लॉरेंस की लोकप्रिय कहानियाँ’ साहित्य के विविध रस समेटे हुए हैं। इस कहानी-संकलन में उनके इस वैशिष्ट्य को परखा जा सकता है। भाग्य और वैभव की लोलुपता मनुष्य को किस त्रासदी तक ले जाती है, इसका साक्ष्य ‘काठ का अनाम घोड़ा’ कहानी है। उनकी चर्चित कहानी ‘अंतर्ध्वनि’ स्त्री-पुरुष के मानवीय संबंध के संदर्भ में धार्मिक अवधारणा के सापेक्ष सहज स्वातंत्र्य को वरीयता देती है। ‘वन मानुष’ कहानी आज भी पुरुष के आदिमानव जैसी पाशविकता वाले स्वभाव की ओर संकेत करती है। लॉरेंस की कहानियाँ मनोविज्ञान और दार्शनिकता का कलेवर लिये जिस तरह पाठक तक सहजता से पहुँचती हैं, वह विरल है। पैंतालीस वर्ष से भी छोटे जीवन में उन्होंने साहित्य-जगत् को जो दिया, वह विपुल तो है ही, गुणात्मक स्तर पर भी अद्भुत कहा जाता है।
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...