BPSC Bihar Primary School (Special) Teacher Eligibility Test Sakshamta Pariksha Class 1- 5 | 20 Practice sets (Hindi)
Publisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Other0 Reviews
Price: ₹ 316
₹
395
Available
Awating description for this book
ISBN: 9789354889707
Pages: 344
Avg Reading Time: 11 hrs
Age : 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Satyajit Ray Ki Lokpriya Kahaniyan
- Author Name:
Satyajit Ray
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Apni Ekaagrata Kaise Badhaye
- Author Name:
Vijay Prakash
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Savarkar : Vichar Ki Prasangikta "सावरकर : विचार की प्रासंगिकता" Book in Hindi - Dr. Ashok Modak
- Author Name:
Dr. Ashok Modak
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Hindi Cinema Mein Hashiye Ka Samaaj
- Author Name:
Editor : Gourinath
- Book Type:

- Description: यह आम धारणा है कि सिनेमा मनोरंजन का साधन है। हम जैसे कुछ लोगों का मानना है कि सिनेमा न सिर्फ मनोरंजन का साधन है बल्कि एक ऐसा प्रभावशाली माध्यम है जो जनमत निर्माण में सक्षम है। पहली पंक्ति वालों के लिए सिनेमा का कथ्य या उसमें गढ़े गए चरित्रों की सामाजिक/सांस्कृतिक/आर्थिक/धार्मिक पृष्ठभूमि का कुछ विशेष अर्थ नहीं होता। सिनेमा में क्या और कैसे दिखाया गया है—जैसे प्रश्नों के प्रति यह बड़ा तबका उदासीन रहता है। वह उसमें मनोरंजन के तत्वों तक ही स्वयं को सीमित कर लेता है। भावनात्मकता के चरम पर अदा किए गए सम्वाद या हास्य उत्पत्ति के निमित्त रचे गए स्टीरियोटाइप्स को हाथों-हाथ लेता है और इसमें निहित स्वार्थों की अनदेखी कर देता है। वह सिनेमा और बाज़ार, सिनेमा और प्रभुवर्ग, सिनेमा और समाज के अंतर्सम्बंधों से नावाक़िफ़ होता है। उसे यह नहीं पता कि ‘चुलबुल पाण्डेय’ कैसे हिट हो जाते हैं। उसे नहीं पता कि ‘रावण’ कैसे फ्लॉप हो जाता है। उसे नहीं पता कि बड़े-बड़े धन्नासेठों के घर का नौकर भोजपुरी मिश्रित हास्यास्पद हिन्दी क्यों बोलता है। उसे नहीं पता कि हिन्दी फ़िल्मों में दलित नायकों का अकाल सा क्यों है। उसे तो यह भी नहीं पता कि फिल्मों में जो स्त्री होती है, वह सामान्य स्त्रियों से इतना भिन्न क्यों होती है और मुसलमान चरित्र टोपीबाज़ क्यों होता है। ‘हिन्दी सिनेमा में हाशिये का समाज’ में इन्हीं प्रश्नों और सामाजिक-धार्मिक तथा आर्थिक-राजनीतिक जटिलताओं को उद्घाटित करने वाले लेखों को संकलित किया गया है। पुस्तक में योगदान देने वाले सभी लेखक फिल्म विशेषज्ञ हैं और वे सिनेमा के अंतःपुर की कथाओं-व्यथाओं से परिचित हैं। पुस्तक पठनीय होने के साथ ही सिनेमा जगत के मनोविज्ञान को समझने में सहायक भी है।
Vidrohi Sannyasi
- Author Name:
Rajeev Sharma
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
India First
- Author Name:
K. R. Malkani
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
How to Use The Laws of Mind
- Author Name:
Joseph Murphy
- Book Type:

- Description: You have only one mind, but there are two phases or functions of that mind... Each phase is characterised by its own phenomenon, which is peculiar to itself. Each of these minds is capable of independent action, but that still does not mean that you are endowed with two minds. In this book, the reader will learn to use both phases of his/her mind synchronously, harmoniously and peacefully, thereby bringing harmony, health and abundance into the life.
Patanjali Yog Darshan
- Author Name:
Dr. Mridul Kirti
- Book Type:

- Description: "ऋषि पतञ्जलि प्रणीत पतञ्जलि योग दर्शन आत्म-भू-योग दर्शन हैं। यह अनन्य, अनूठा, अनुपमेय योग-दर्शन, जो अपने लिए आप ही प्रमाण है। इस अपूर्व और अद्भुत ग्रंथ के समान सृष्टि में कोई अन्य यौगिक ग्रंथ है ही नहीं। एक तरह से इसे प्रकृति की अद्भुत और चमत्कृत घटना कह सकते हैं। ‘पतञ्जलि योग दर्शन’ गणतीय भाषा में एवं सूत्रात्मक शैली में रचित, सृष्टि का एक अद्वितीय, यौगिक विज्ञान का विस्मयकारी ग्रंथ है, जिसमें मनुष्य के प्राण से लेकर महाप्राण तक की अंतर्यात्रा, मृण्मय से चिन्मय तक जाने का यौगिक ज्ञान, मूलाधार से सहस्रार तक ब्रह्मैक्य का आंतरिक ज्ञान, मर्म और दर्शन समाहित है। योग-दर्शन जीव के पंचमय कोषों, अन्नमय, प्राणमय, मनोमय, ज्ञानमय कोषों के गूढ़ मर्म और उनमें छुपी शक्तियों को उजागर करता हुआ, देह के सुप्त बिंदुओं को जाग्रत् कर, विदेह की ओर उन्मुख कर आनंदमय कोष में प्रवेश कराने का विज्ञान है। साधना देह में रहकर ही होती है, विदेह अंतरात्मा साधना नहीं कर सकता, इसीलिए देह तो आत्मोन्नति का साधन है, अतः देह का स्वस्थ, संयमी और स्वच्छ रखना योग का ही अंग है। शरीर हेय नहीं, श्रेय पाने का साधन है। बिखराव तब आता है, जब हम देह को ही सर्वस्व मान लेते हैं। यम, नियम, आसन, प्राणायाम और प्रत्याहार तक केवल देह के घटकों में समाहित शक्ति केंद्रों को जाग्रत करने का ज्ञान है। धारणा, ध्यान और समाधि अंतर्मन में निहित बिंदुओं को संयमित कर दिव्यता की ओर जाने का विज्ञान है। वस्तुतः योग-दर्शन ‘योगश्चित्तवृत्तिनिरोधः’ के चारों ओर ही परिक्रमायित है क्योंकि साधना कठिन नहीं, किंतु मन का सधना कठिन है। "
Nirmala
- Author Name:
Premchand
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Gandhi Se Pahale Gandhi "गांधी से पहले गांधी" | An Inspiring Novel That Shows The Struggle, Bravery And National Pride of The Revolution's Great Leader Birsa Munda
- Author Name:
Iqbal Durrani
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Tattvadarshan Sunderkand-Ratnamani
- Author Name:
Renu Trehan
- Book Type:

- Description: सनातम धर्म का आधार वेद, उपनिषद्, पुराण, शास्त्र हैं। 'रामचरितमानस' श्रीराम का अयन है। इसमें चार विषय हैं—कर्म क्या है ? ज्ञान क्या है ? भक्ति क्या है ? शरणागति क्या है ? सुंदरकाण्ड पंचम सोपान है, इसमें इन चारों प्रश्नों का उत्तर सुंदर भावों में प्रकट होता है। हनुमानजी ने रावण को चार चीजों का उपदेश दिया— भक्ति, वैराग्य, विवेक और नीति। भगवान् की प्रेमपूर्वक सेवा का नाम भक्ति है जो हनुमानजी ने सुंदर भावरूप में प्रकट किया है। भक्तिरूपी वृक्ष भावरूपी बीज से ही पैदा होता है। भगवत् चरणों का आश्रय मानव जीवन को कुशल बना देता है; भक्त भगवान् में जीता है, यही शरणागति है। 'सुंदरकाण्ड' वर्तमान युग में एक औषधि है, जो मानव जीवन के तापों को शांत करता है, शक्ति प्रदान करता है और सबको विषम परिस्थितियों में भी जीना सिखाता है। जो इसका पाठ नित्य करते हैं, वे अनुभव करते हैं कि श्रीहनुमानजी के चरित्र में कितना विश्वास, प्रताप, तेज और भक्ति है। जब पाठ में इतना बल है तो उसके एक-एक शब्द के अर्थ को जब जानेंगे, पहचानेंगे तो कितना आनंद होगा, इसकी गहराई को अनुभव करने के लिए यह ग्रंथ पाठकों के लिए अत्यंत कल्याणकारी सिद्ध होगा। इसी अटूट विश्वास के साथ यह ग्रंथ आपके अध्ययन हेतु प्रस्तुत है; आप सभी इसका लाभ प्राप्त करें और अपने जीवन को सुंदर बना सकें, यही इसके लेखन-प्रकाशन की सार्थकता है। जय श्रीराम ! जय हनुमान !
Nihshabd Ki Tarjani : vol. 1
- Author Name:
Shankha Ghosh
- Book Type:

-
Description:
हमारी परम्परा में यह माना गया है कि गद्य कवियों का निकष होता है। यह निरा संयोग नहीं है कि प्राय: सभी भारतीय भाषाओं में महत्त्वपूर्ण कवियों ने अच्छा, सरस और रोशनी देनेवाला गद्य लिखा है। हम इस पुस्तक माला में ऐसा कवि-गद्य प्रस्तुत करने के लिए सचेष्ट हैं। शंख घोष न सिर्फ़ इस समय बाङ्ला के सबसे बड़े कवि हैं, वे भारतीय कवि-समाज में भी मूर्धन्य हैं। उनका गद्य हम दो खंडों में प्रस्तुत कर रहे हैं। वह उनकी सूक्ष्म जीवन और काव्य-दृष्टि का साक्ष्य है : कई विषयों पर नए, ताज़ा ढंग से सोचने के लिए हमें प्रेरित भी करता है। उनके यहाँ बारहा ऐसे अनुभवों को गद्य में रूपायित करने की चेष्टा है जो अक्सर गद्य के अहाते से बाहर रहे आए हैं।
—अशोक वाजपेयी
Neil Armstrong
- Author Name:
Rakesh Sharma
- Book Type:

- Description: नील आर्मस्ट्रांग पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने सर्वप्रथम चंद्रमा पर अपना कदम रखा। 5 अगस्त, 1930 को संयुक्त राज्य अमेरिका के वापाकोनेटा, ओहियो में जनमे आर्मस्ट्रांग की रुचि शुरू से ही चंद्रमा, तारों और अंतरिक्ष में थी, इसलिए उन्होंने इसी को अपने कॅरियर के रूप में अपनाया। कुछ समय नौसेना में काम करने के बाद सन् 1955 में उन्होंने नेशनल एडवाइजरी कमेटी फॉर एयरोनॉटिक्स (एन.ए.सी.ए.) में कार्यारंभ किया। इसी कमेटी का नाम बाद में ‘नासा’ (नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड रचेश एडमिनिस्टे्रशन) पड़ा। 16 मार्च, 1966 को जैमिनी-8 अभियान के तहत वे पहले-पहल अंतरिक्ष में गए। इसके बाद अपोलो-2 में बतौर कमांडर वे चंद्रमा की सतह पर उतरे और इतिहास रच दिया। नील ऑर्मस्ट्रांग को सैकड़ों पुरस्कार व सम्मान मिले, लेकिन उनकी अंतरिक्ष जितनी ऊँची पहुँच के आगे वे सब गौण रहे। 82 वर्ष की आयु में 25 अगस्त, 2012 को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। एक महान् अंतरिक्षयात्री के साहसपूर्ण, खोजपूर्ण और रोमांचक जीवन की पूरी बानगी है यह पुस्तक।
Asarkari Prashasan : Nayi Soch, Nayi Drishti
- Author Name:
Bharat Lal Meena
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Ambedkar & Modi
- Author Name:
Bluekraft Digital Foundation
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
The Farrago
- Author Name:
Faiz Yusuf
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Katha Ek Kans Ki "कथा एक कंस की" | A Classic Play of Theatre Book in Hindi
- Author Name:
Daya Prakash Sinha
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Agnirath Ka Sarthi Manu Sharma
- Author Name:
Dr. Indivar
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Congress Ka Phasivad
- Author Name:
A. Surya Prakash
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Advantage India
- Author Name:
Alouk Kumar
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Hurry! Limited-Time Coupon Code
Logout to Rachnaye
Offers
Best Deal
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod tempor incididunt ut labore et dolore magna aliqua. Ut enim ad minim veniam, quis nostrud exercitation ullamco laboris nisi ut aliquip ex ea commodo consequat.
Enter OTP
OTP sent on
OTP expires in 02:00 Resend OTP
Awesome.
You are ready to proceed
Hello,
Complete Your Profile on The App For a Seamless Journey.