Patna To Balochistan
Publisher:
Mandrake Publications
Language:
Hindi
Pages:
275
Country of Origin:
India
Age Range:
18-100
Average Reading Time
550 mins
Book Description
‘पटना टू बलूचिस्तान’ उपन्यास सदियों से बंद पड़े इतिहास के रहस्यमयी दरवाज़ों पर रोमांच से भरी दस्तक है। कहानी का नायक प्रोफ़ेसर अजित तलवार दिल्ली विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग की ओर से एक ख़तरनाक मिशन पर क़ाहिरा, मिस्र जाता है। अजित पर हज़ारों किलोमीटर लंबी मौर्यकालीन ख़ुफ़िया सुंरगों का प्लान खोजने की ज़िम्मेदारी है। दिल्ली से क़ाहिरा और फिर उन सुरंगों की खोज में दिल्ली से पटना तक की इस रोमांचक यात्रा का बेहद अहम पड़ाव है, बलूचिस्तान। जहाँ चल रही जंग-ए-आज़ादी से इस कहानी के तार दिलचस्प ढंग से जुड़ जाते हैं। पाकिस्तान के बचूचिस्तान क्षेत्र में सेना और सरकार की बर्बरता झेल रही बलोच जनता के दिल का दर्द यहाँ बख़ूबी दर्ज हुआ है। देश को आतंकवाद के एक बड़े ख़तरे से बचाने के लिए क्या प्रोफेसर अजित उन सुरंगों का प्लान खोज पाता है? और फिर विदेशी साजिशों का जाल काटकर क्या अजित पटना की उन सुरंगों तक पहुंचने में कामयाब हो पाता है, जिसका दूसरा छोर बलूचिस्तान से जुड़ा है? यह जानने के लिए आपको उपन्यास पढ़ते हुए ‘पटना टू बलूचिस्तान’ की इस रोमांचक यात्रा पर निकलना पड़ेगा।