Pratihaari - Vichitra Jeevo Ka Rahasya
Publisher:
FlyDreams Publications
Language:
Hindi
Pages:
254
Country of Origin:
India
Age Range:
18-100
Average Reading Time
508 mins
Book Description
युगों से संसार की असुरों से रक्षा करती आ रही एक दिव्य जाति प्रतिहारी की महागाथा का अंतिम पड़ाव कलियुग की असुर महाशक्ति का अंत करके दिव्यांश धारक अभिजीत संसार में सत्य और धर्म का साम्राज्य स्थापित करके सतयुग के आरम्भ की घोषणा करता है। परंतु क्या यह वास्तव में सतयुग है? अभिजीत को विचित्र जीवों के आक्रमण की सूचना प्राप्त होती है। उनके रहस्य के विषय में जानने के क्रम में एकचक्र उसे बताते हैं पूर्व सतयुग में घटित हुए एक घटनाक्रम के विषय में, जिसके कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। अभिजीत उस युगों पुराने शत्रु के विषय में जानकर एकचक्र के साथ मिलकर उससे निपटने की तैयारियों में गुप्त रूप से जुट जाता है। रहस्यों का खुलासा होता है और ऐसे घटनाक्रमों का जन्म होता है जिसके कारण प्रतिहारियों की समस्त शक्तियों का समापन हो जाता है।