Hanukiah Ari Hogada Deepa 1939-2015
Author:
Vittal ShenoyPublisher:
Sahitya Loka PublicationsLanguage:
KannadaCategory:
Mythology0 Reviews
Price: ₹ 420.75
₹
495
Available
DESCRIPTION AWAITED
ISBN: sahityalokahanuki
Pages: 400
Avg Reading Time: 13 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Guna
- Author Name:
Guruprasad Kaginele
- Rating:
- Book Type:

- Description: ಸಾಂಸಾರಿಕತೆ, ಪ್ರೀತಿ, ಜಗಳ, ಶೋಷಣೆ, ಅಳು, ನಗು ಎಲ್ಲವೂ ಹಾಸುಹೊಕ್ಕಾಗಿರುವ ಸಂಬಂಧಗಳಲ್ಲಿ ಎಲ್ಲವೂ ಝರಿಯಂತೆ ಹರಿಯುತ್ತದೆ. ಗಂಡು ಹೆಣ್ಣು ಕೂಡಿ ಸಂಸಾರ ಮಾಡಿದರೂ ಶೋಷಣೆ ಕೇವಲ ಲಿಂಗಕ್ಕೆ ಸಂಬಂಧಿಸಿದ್ದಲ್ಲ. ಸಂಸಾರದಲ್ಲಿ ಗಂಡಿಗೆ ಇಂಥ ಪಾತ್ರ, ಹೆಣ್ಣಿಗೆ ಇಂಥ ಪಾತ್ರ ಎಂದು ನಿರ್ದಿಷ್ಟವಾಗಿ ಹೇಳುವ ಕಾಲ ಮುಗಿದಿದೆ . ಹಾಗಾದಾಗ, ಪ್ರೀತಿಯಷ್ಟೇ ಶೋಷಣೆಯೂ ಅಸ್ಪಷ್ಟವಾಗಿ ಜಿವಮಾನವಿಡೀ ನಡೆದಿರಬಹುದು. ಇದನ್ನು ಕೂದಲು ಸೀಳಿ ನೋಡುವುದೋ ಅಥವಾ ‘ಡೀಲ್ ವಿಥ್ ಇಟ್’ ಎಂದು ಬದುಕನ್ನು ಮ್ಯಾನೇಜ್ ಮಾಡುವುದೋ, ಎಲ್ಲದಕ್ಕೂ ಉತ್ತರ ಕುಟುಂಬವೆಂಬ ವ್ಯವಸ್ಥೆ ಮಾತ್ರವೆ? ಈ ಹುಡುಕಾಟ ಕಾದಂಬರಿಯಾಗಿದೆ.
Hues of Modern Love
- Author Name:
Paras
- Book Type:


- Description: Have you ever got a chance to ask for an apology? Is your ex still suffering from the things you did? Had you ever loved anyone more than your life? Did you ever thought of realizing after a breakup that whatever you did was wrong? If answers to these questions are confusing than the two characters of this book will take you to the new ride of love and they will teach you on how to indulge into love in a better way. They will explain you the real meaning of modern love. While the journey to New Delhi both of them meet each other at the railway station and turned friends. They booze, fight and did mischievous things together but later on a girl named zoiba entered b/w two and was a third member in their group. As she was outspoken and friendly she slowly bent there talks to relationship and love. Agreeing to what she said all three started discussing about love, relationship and romance. Joy and cheery realized there love for ex was strong but it was late enough for an apology to be granted. Find out what they will do to get back everything to normal. Will zoiba help them or she will just listen to their pain and will ignore it
Jinhen Jurme Ishq Pe Naaz Tha
- Author Name:
Pankaj Subeer
- Book Type:

- Description: यह उपन्यास 'जिन्हें जुर्म-ए-इश्क़ पे नाज़ था' हमारे चारों ओर पसरते जा रहे अंधकार को चीरकर एक प्रकाश-पुंज की तरह सामने आता है। निराशा के इस जानलेवा समय में पंकज सुबीर की यह कृति हमें हौसला और उम्मीद बँधाती है। इसे पाठ्यक्रमों में सम्मिलित किया जाना चाहिए और युवाओं तक निःशुल्क पहुँचाया जाना चाहिए। आज के पुस्तक और प्रेम विरोधी दौर में ऐसा कुछ किया जाना चाहिए कि 'जिन्हें जुर्म-ए-इश्क़ पे नाज़ था' उपन्यास घर-घर में पढ़ा जाए। हिन्दी के चर्चित लेखक पंकज सुबीर का तीसरा उपन्यास। पंकज सुबीर के पहले दोनो उपन्यास "ये वो सहर तो नहीं" और "अकाल में उत्सव" बहुत अधिक चर्चित रहे हैं। कई सारे सम्मान इन दोनो उपन्यासों पर प्राप्त हुए। और अब पंकज सुबीर का तीसरा उपन्याास "जिन्हें जुर्म-ए-इश्क़ पे नाज़ था" प्रकाशित होकर आया है। पंकज सुबीर अपनी अलग तरह की शैली तथा विशिष्ट भाषा के लिए पहचाने जाते हैं। यह उपन्यास भी उसी कड़ी में एक प्रयोग है। यह उपन्यास मानव सभ्यता के पिछले पाँच हज़ार वर्षों की कहानी कहता है। और तलाशने की कोशिश करता है कि आख़िर वो क्या है, जिसके कारण मानव सभ्यता पिछले पाँच हज़ार साल केवल लड़ाई और युद्ध में ही गँवा चुकी है। यह उपन्यास बहुत सूक्ष्मता के साथ पिछले पाँच हज़ार सालों की कहानी का अवलोकन करता है। पाठक को एक ऐसी दुनिया में ले जाता है, जहाँ वर्तमान और भविष्य के संकेत मिलते हैं।
Priyee Chaarusheele
- Author Name:
Nagaraja Vastarey
- Book Type:

- Description: ಐಳ ಮತ್ತು ಮಾತಂಗಿ ಎನ್ನುವ ಒಂದು ಯುವ ಜೋಡಿ, ಪುರಿಯ ಜಗನ್ನಾಥ ಮಂದಿರದ ಸುತ್ತಲೂ ಒಂದು ಸಂಜೆ ಕಳೆಯುವ ಈ ಅಪರೂಪದ ಪ್ರೇಮಕಥನವು, ಕನ್ನಡಕ್ಕೆ ಹೊಸದೇ ಒಂದು ಬಗೆಯ ಕಾದಂಬರಿಯ ಜಗತ್ತನ್ನು ತೆರೆದು ಕೊಟ್ಟಿದೆ. ನಾಗರಾಜ ವಸ್ತಾರೆಯವರ ಅಪರೂಪದ ಕಾವ್ಯಮಯ ಭಾಷೆಯು ಈ ಕಾದಂಬರಿಯ ಉದ್ದಕ್ಕೂ ವಿಶೇಷ ಮೆರುಗನ್ನು ನೀಡಿದೆ.
Durga
- Author Name:
Wonder House
- Rating:
- Book Type:

- Description: This delightful collection of stories from Indian mythology introduces young readers to our enriching and ancient culture and wisdom.
Patna To Balochistan
- Author Name:
Dr.Rajeev Chandra
- Book Type:

- Description: ‘पटना टू बलूचिस्तान’ उपन्यास सदियों से बंद पड़े इतिहास के रहस्यमयी दरवाज़ों पर रोमांच से भरी दस्तक है। कहानी का नायक प्रोफ़ेसर अजित तलवार दिल्ली विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग की ओर से एक ख़तरनाक मिशन पर क़ाहिरा, मिस्र जाता है। अजित पर हज़ारों किलोमीटर लंबी मौर्यकालीन ख़ुफ़िया सुंरगों का प्लान खोजने की ज़िम्मेदारी है। दिल्ली से क़ाहिरा और फिर उन सुरंगों की खोज में दिल्ली से पटना तक की इस रोमांचक यात्रा का बेहद अहम पड़ाव है, बलूचिस्तान। जहाँ चल रही जंग-ए-आज़ादी से इस कहानी के तार दिलचस्प ढंग से जुड़ जाते हैं। पाकिस्तान के बचूचिस्तान क्षेत्र में सेना और सरकार की बर्बरता झेल रही बलोच जनता के दिल का दर्द यहाँ बख़ूबी दर्ज हुआ है। देश को आतंकवाद के एक बड़े ख़तरे से बचाने के लिए क्या प्रोफेसर अजित उन सुरंगों का प्लान खोज पाता है? और फिर विदेशी साजिशों का जाल काटकर क्या अजित पटना की उन सुरंगों तक पहुंचने में कामयाब हो पाता है, जिसका दूसरा छोर बलूचिस्तान से जुड़ा है? यह जानने के लिए आपको उपन्यास पढ़ते हुए ‘पटना टू बलूचिस्तान’ की इस रोमांचक यात्रा पर निकलना पड़ेगा।
Bhakta Prahlad Stories Book
- Author Name:
M.I. Rajasvi
- Book Type:

- Description: पौराणिक कथाओं में विष्णुभक्त प्रह्लाद की कथा अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। यह कथा अन्याय, अत्याचार एवं अभिमान पर न्याय, सदाचार और स्वाभिमान की जीत की शिक्षा देती है। यह कथा उस समय की है, जब संपूर्ण सृष्टि हिरण्याक्ष और हिरण्यकशिपु जैसे असुरों के आतंक से त्रस्त थी। चारों ओर आसुरी शक्तियों की प्रबलता थी। धर्म-कर्म और वेद-यज्ञ आदि की प्रतिष्ठा लगभग निष्प्राण हो चुकी थी। ऐसे विपरीत और गहन धार्मिक संकटकाल में भी प्रह्लाद जैसे भक्त की पावन भक्ति ने श्रीहरि को नरसिंह अवतार धारण करने हेतु प्रेरित किया। अंततः जब हिरण्यकशिपु के अत्याचारों एवं पापों का घड़ा भर गया तो भगवान् विष्णु ने नरसिंह का अवतार लेकर अत्याचारी हिरण्यकशिपु का अंत कर दिया। प्रस्तत पुस्तक 'भक्त प्रह्लाद' में विष्णुभक्त प्रह्लाद की कथा को बहुत ही सरल, सहज एवं रोचक ढंग से प्रस्तुत किया गया है। भगवद्भक्ति, सत्य व सदाचार, निष्ठा, समर्पण, संकल्प जैसे जीवनमूल्यों का संचार करने वाली प्रेरक पुस्तक ।
Gori Gori Pan
- Author Name:
Ravindra Rukmini Pandharinath
- Book Type:

- Description: ‘खेळघर' या अनवट वाटेने जाणाऱ्या पहिल्यावहिल्या कादंबरीनंतर एका दशकाने आला आहे रवीन्द्र रुक्मिणी पंढरीनाथ यांचा हा पहिला कथासंग्रह.यातील पात्रं, प्रसंग, त्यांचा भवताल व अंतर्विश्व, सारं काही चिमटीत न सापडणारं आहे. एकीकडे सीटी स्कॅनप्रमाणे विविध प्रतलांवरून घेतलेले वास्तवाचे सूक्ष्म छेद, तर दुसरीकडे नातेसंबंध, जगण्यातील पेच व मूल्यसंघर्ष यातील अलवार, निसरड्या जागा. त्यात वावरणारी माणसंही अस्सल, या मातीतील असूनही वेगळ्याच रसायनाने बनलेली. कुणी बेरकी, कुणी निरागस, पण जगण्याच्या उत्कट धगीने रसरसलेली, खोल गाभ्याशी प्रामाणिक.भवतालातील असंख्य संदर्भ जागवणारं, पण त्याचसोबत वास्तव व कल्पित यातील सीमारेषा पुसणारं हे तरल पण दाहक लेखन तुमच्या मनात दीर्घकाळ वसती करून राहील. Gori Gori Pan | Ravindra Rukmini Pandharinath गोरी गोरी पान | रवीन्द्र रुक्मिणी पंढरीनाथ
Shatrughna Charit
- Author Name:
Ravindra Shukla 'Ravi'
- Book Type:

- Description: ईश्वर के अंशावतार शत्रुघ्न के समग्र व्यक्तित्व को उद्घाटित करने वाली यह कृति विश्व के साहित्याकाश की प्रथम एवं मौलिक कृति है। इस ग्रंथ में जहाँ ईश्वर अंश अवतार श्री शत्रुघ्न के अकथनीय कर्मयोग का अवतरण है, वहीं श्रीरामचरित मानस एवं वाल्मीकि रामायण के विवादित प्रसंगों की भी सही व्याख्या का अवतरण हुआ है। सनातन संस्कृति की वैदिक अवधारणाओं से लेकर संबंधित उपलब्ध सभी महनीय शास्त्रों का नवनीत इस ग्रंथ में प्रभु की कृपा से समाहित हुआ है। पावन श्रीरामचरित मानस और वाल्मीकि के संदर्भों और अंतर्निहित साक्ष्यों को आधार बनाकर ही इस ग्रंथ की रचना हुई है। अतः मूल तो वही ग्रंथ है, किंतु यह पावन ‘श्री शत्रुघ्न चरित’ महाकाव्य इन दोनों ग्रंथों का ज्योतिवाह अर्थात् प्रकाश-स्तंभ है। भारतीय अजेय चिंतनधारा को विकृत करने के आशय से की गई गलत व्याख्याओं को भी यथासंभव सही अर्थों में प्रस्तुत करने का कार्य इस ग्रंथ में हुआ है।
Noaakhali
- Author Name:
Ramesh Oza +1
- Book Type:

- Description: आधुनिक भारताच्या इतिहासात घडलेल्या भीषण दंग्यांची जेव्हा चर्चा होते तेव्हा नोआखालीचे नाव आवर्जून घेतले जाते. 16 ऑगस्ट 1946 रोजी मुस्लीम लीगने पुकारलेल्या प्रत्यक्ष कृती दिनाच्या निमित्ताने कोलकाता येथे भीषण सांप्रदायिक दंगे भडकले. त्याची धग कोलकातापासून 400 किलोमीटर दूर असलेल्या आजच्या बांग्लादेशमधील नोआखाली जिल्ह्यापर्यंत जाऊन पोहोचली. तेव्हा नोआखालीतील अल्पसंख्य हिंदूंचे अश्रू पुसण्यासाठी, त्यांच्यात आत्मविश्वास निर्माण करण्यासाठी शहात्तर वर्षांचे वयोवृद्ध गांधीजी तेथे चार महिने जाऊन राहिले. हा त्यांच्या आयुष्यातील सर्वात कठीण काळ होता. मानवाच्या इतिहासात सत आणि असत शक्तींमधे अखंड चाललेल्या संघर्षात चिरंतन सत मूल्यांच्या रक्षणासाठी गांधीजींचे नोआखालीत जाऊन राहणे यास फार मोठे महत्त्व आहे. किंबहुना आज आपला समाज स्वातंत्रोत्तर काळातील सर्वात कठीण आव्हानाला सामोरा जात असताना हे महत्त्व आणखी वाढते. कारण सांप्रदायिकतेच्या समस्येने आज अत्यंत उग्र रुप धारण केले असून पुन्हा एकदा मानवतेच्या अस्तित्वापुढे प्रश्नचिन्ह निर्माण झाले आहे. अशा पार्श्वभूमीवर हिमालयाएवढ्या आव्हानाचा सामना करत गांधीजींनी मानवाच्या असीम आत्मबलाचा अत्युच्च मानबिंदू नोआखालीतून कसा प्रस्थापित केला, याची ही कहाणी रमेश ओझा आणि श्याम पाखरे या लेखक द्वयींनी आपल्यासमोर मांडली आहे. आजच्या अत्यंत निराशाजनक परिस्थितीत नोआखाली पर्वाचे स्मरण करून देणारी ही कादंबरी वाचकांना मानवतेच्या रक्षणासाठी नवी प्रेरणा देईल अशी आशा आहे. नोआखाली | रमेश ओझा, श्याम पाखरे Noaakhali| Ramesh Oza And Shyam Pakhare
Gata
- Author Name:
Asha Raghu
- Rating:
- Book Type:

- Description: ಲೇಖಕಿ ಆಶಾ ರಘು ಅವರ ಕಾದಂಬರಿ-ಗತ. ಪುನರ್ಜನ್ಮ ಎಂಬ ಪರಿಕಲ್ಪನೆಯು ಭಾರತೀಯರ ಜನಜೀವನದಲ್ಲಿ ಅತ್ಯಂತ ಪ್ರಾಚೀನ. ಪುನರ್ ಜನ್ಮದ ನಂಬಿಕೆ ಆಳವಾಗಿ ಬೇರೂರಿದೆ. ಪುನರ್ಜನ್ಮವು ಇಲ್ಲ. ಜನರ ಧಾರ್ಮಿಕ ಭಾವನೆಗಳನ್ನು ಶೋಷಿಸಲು ಕೆಲವರು ಸೃಷ್ಟಿಸಿದ ತಂತ್ರ ಎಂದು ಹಳಿಯುವವರು ಇದ್ದಾರೆ. ಆದರೆ, ವ್ಯಕ್ತಿಯ ಮರಣ ನಂತರ ಆತ್ಮ ಇಲ್ಲವೇ ಜೀವ ಯಾರ ಕಣ್ಣಿಗೂ ಕಾಣಿಸದೇ ಹೋಗಿ ಮತ್ತೊಂದು ದೇಹದಲ್ಲಿ ಸೇರಿಕೊಳ್ಳುತ್ತದೆ. ದೇಹ ನಶ್ವರ. ಆದರೆ, ಆತ್ಮವಲ್ಲ ಎಂಬ ಭಾವನೆಯು ಪುನರ್ಜನ್ಮದ ಪರಿಕಲ್ಪನೆಯನ್ನು ಜನರು ನಂಬುವಂತೆ ಮಾಡಿದೆ. ಈ ಹಿನ್ನೆಲೆಯಲ್ಲಿ ಹುಟ್ಟು ಆರಂಭವೂ ಅಲ್ಲ; ಸಾವು ಅಂತಿಮವೂ ಅಲ್ಲ. ಇಂತಹ ಕುತೂಹಲ ಹಾಗೂ ನಿಗೂಢ ಪರಿಕಲ್ಪನೆಗಳನ್ನು ವಸ್ತುವಾಗಿಸಿಕೊಂಡ ಕಾದಂಬರಿ ಇದು.
Prashaskiy Yogayog
- Author Name:
Shekhar Gaikwad
- Book Type:

- Description: काही घटित काही अघटित स्टील फ्रेम! अर्थात शासनाच्या धोरणांची, निर्णयांची अंमलबजावणी करणाऱ्या सरकारी यंत्रणेची चौकट म्हणजेच प्रशासन!! अशा या स्टील फ्रेमच्या आत नेमकं काय चालतं आणि कसं चालतं याचं आकलन सरकारी कचेऱ्यांमध्ये रोज नियमानं खेटं घालणाऱ्या व्यक्तीलाही नीट होत नाही. म्हणूनच सामान्य माणसांना नेहमी प्रश्न पडतो. तो म्हणजे सरकार म्हणजे नक्की काय? खरं तर याचं साधं, सरळ असं उत्तर देता येणार नाही. पण या स्टील फ्रेमच्या पलीकडे एक मोठं आणि वेगळंच जग कार्यरत असतं. आणि त्या जगामध्ये साहेब, अधिकारी, अधीक्षक, क्लार्क, शिपाई अशी बरीच मोठी उतरंड असते. त्यात बदल्या, प्रमोशन, उद्घाटनं, फाइलींचा गोंधळ, निवडणुका, आदेशांचे घोडे, पत्रकबाजी, कार्यालयीन स्टाफ, त्यांचं वागणं-बोलणं, कामं मिळवण्याची, कामं काढून घेण्याची, फायली मंजूर करण्याची, न करण्याची अशी अनेक कारस्थानं असं काहीबाही अनाकलनीय चालत असतं. शासन आणि सामान्य नागरिक यांच्यातला दुवा बनून काम करताना या स्टील फ्रेमच्या आत घडणाऱ्या या अनाकलनीय गोष्टींद्वारे अनेक योग कधी घडवले जातात, तर कधी बिघडवले जातात. अशाच योगायोगांच्या या गोष्टी... कधी हलक्या फुलक्या विनोदाने हसवणाऱ्या, तर कधी विरोधाभासावर नेमकं बोट ठेवत अंतर्मुख करणाऱ्या... म्हणूनच कारभार चालवताना घडणाऱ्या आणि घडवल्या जाणाऱ्या गमतीजमती नेमकेपणानं टिपणारं हे पुस्तक आपल्याला प्रशासनाच्या अंतरंगाचं विहंगम्य दर्शन घडवतं. थोडक्यात काय तर प्रशासनाची नेमकी चाल आजमावण्यासाठी हे पुस्तक आपल्याकडे असायलाच हवं. Prashaskiy Yogayog | Shekhar Gaikwad प्रशासकीय योगायोग | शेखर गायकवाड
Aparoopada Purana Katheglu
- Author Name:
Asha Raghu
- Rating:
- Book Type:

- Description: A collection of mythological stories retold. ಅಜ್ಜಿ ಅಜ್ಜಂದಿರು ಮೊಮ್ಮಕ್ಕಳನ್ನು ಕೂರಿಸಿಕೊಂಡು ಕಥೆ ಹೇಳುತ್ತಿದ್ದ ಕಾಲವೊಂದಿತ್ತು. ಒಂದೂರಲ್ಲಿ ಒಬ್ಬ ರಾಜಕುಮಾರಿ ಇದ್ದಳು ಎನ್ನುತ್ತಾ ಆರಂಭವಾಗುತ್ತಿದ್ದ ಕಾಲ್ಪನಿಕ ಕಥೆಯಲ್ಲಿ ತಂತ್ರಜ್ಞಾನಕ್ಕೂ ಮೀರಿದ ಕಥಾವಸ್ತುಗಳು ಬಂದೊಗುತ್ತಿದ್ದವು. ಇಂತಹ ಕಾಲ್ಪನಿಕ, ಪೌರಾಣಿಕ, ಜಾನಪದ ಕಥೆಗಳಲ್ಲಿ ನೀತಿ ಪಾಠವೂ ಇರುತ್ತಿತ್ತು. ಆದರೆ ಇಂದಿನ ಮಕ್ಕಳಿಗೆ ಇವೆಲ್ಲಾ ದಕ್ಕುತ್ತಿರುವುದು ಸಂದೇಹವೇ ಸರಿ. ಗ್ಯಾಜೆಟ್ ಲೋಕದಲ್ಲಿ ಮುಳುಗಿರುವ ಮಕ್ಕಳಿಗೆ ಕಥೆ ಹೇಳುವ ಪುರುಸೊತ್ತು ಮನೆಯ ಸದಸ್ಯರಿಗೆ ಇರುವುದಿಲ್ಲ. ಮಕ್ಕಳೂ ಕೂಡ ತಂತ್ರಜ್ಞಾನದ ತ್ವರಿತ ಬೆಳವಣಿಗೆಗೆ ತಕ್ಕಂತೆ ಇಂತಹ ನೀತಿ ಪಾಠಗಳನ್ನು ಯೂಟ್ಯೂಬ್, ಗೂಗಲ್ನಲ್ಲಿ ನೋಡಲು ಶುರುವಿಟ್ಟುಕೊಂಡಿರುತ್ತಾರೆ. ಲೇಖಕಿ ಆಶಾ ರಘು ಅವರು ಇಂದಿನ ಸಿದ್ಧ ಮಾದರಿಯನ್ನು ಒಡೆಯಲು ಅಪರೂಪದ ಪುರಾಣದ ಕಥೆಗಳನ್ನು ಹೆಣೆದಿದ್ದಾರೆ. ಇವು ಪೌರಾಣಿಕ ಕಥೆಗಳೆ ಆಗಿದ್ದರೂ ಕಥಾ ವಸ್ತು ಹಾಗೂ ಹೆಣೆದಿರುವ ರೀತಿ ವಿಭಿನ್ನವಾಗಿದೆ. ರಾಮ-ಸೀತೆಯ ರಾಮಾಯಣದಲ್ಲಿ ಚೂಡಾಮಣಿಯ ಮೂಲಕ ಅವರಿಬ್ಬರ ಪ್ರೀತಿ ಕಟ್ಟಿಕೊಟ್ಟಿರುವುದು, ಅರ್ಧನಾರೀಶ್ವರ ಪರಿಕಲ್ಪನೆ ಇವೆಲ್ಲವೂ ಓದುಗರಿಗೆ ಹೊಸತನವನ್ನು ಮೂಡಿಸುತ್ತವೆ.
Sattavara Sollu
- Author Name:
Karthik R +1
- Book Type:

- Description: “ಸ್ತುವರ ಸ್ಲಟಲುೆ”್ಇದು ಪ್ತರಕ್ತೆ ಮತುು ಕ್ತಲಗಾರರಾದ ಆಶುತಲಟೋಷ್ ಭ್ಾರದ್ಾಾಜ್ರ “ಮೃತುಾ ಕ್ಥಾ”್ಎೆಂಬ ಹಿೆಂದಿ ಕ್ೃತ್ತಯ ನಲೋರ ಕ್ನಾಡ ಅನುವಾದ. ಮಾವೋವಾದಿಗಳು ಮತುು ಭ್ಾರತ್ತೋಯ ಪ್ರಭುತಾದ ಮಧ್ಲಾ ನಡಲಯುತ್ತುರುವ ಸ್ೆಂಘಷ್ೆ ಮತುು ಇದರ ನಡುವಲ ಸಿಕ್ತಕಹಾಕ್ತಕಲಟೆಂಡಿರುವ ಆದಿವಾಸಿಗಳ ಬವರ್ಲಯ ಕ್ುರಿತು ಆಶುತಲಟೋಷ್ ಭ್ಾರದ್ಾಾಜ ಕ್ಳಲದ ಒೆಂದು ದಶಕ್ದಿೆಂದಲಟ ಬರಲಯುತಾು ಬೆಂದಿದ್ಾಾರಲ. ಹಲವಾರು ಧ್ವನಿ-ಧ್ಾಟಗಳಲ್ಲೆ ದೆಂಡಕಾರಣ್ಾದ ಸ್ೆಂಕ್ತೋಣ್ೆ ಮತುು ರಕ್ುಸಿಕ್ು ಆತಮವೃತಾುೆಂತವನುಾ ನಿರಟಪಿಸ್ಲು ಹಲಟರಡುವ ಈ ಕ್ೃತ್ತಯಲ್ಲೆ, ಒಬಬ ಪ್ತರಕ್ತೆನ ಶಿಸಿುನ ವರದಿಗಾರಿಕಲ, ಡಲೈರಿಯ ಆತ್ತೀಯತಲ, ಅೆಂಕ್ತಅೆಂಶಗಳ ವಸ್ುುನಿಷ್ಠತಲ ಮತುು ಕ್ತಲಗಾರಿಕಲಯ ಕ್ಲ್ಲ, ಇವಲಲೆವೂ ಸ್ಮಪಾಕ್ದಲ್ಲೆ ಬಲರಲತ್ತವಲ. ದ್ಲೋಶದ ಶಲರೋಷ್ಠ ಲ್ಲೋಖಕ್ರು ಮತುು ವಿಮಶೆಕ್ರ ಮೆಚ್ುುಗಲಗಲ ಪಾತರವಾಗರುವ ಈ ಕ್ೃತ್ತಗಲ ಹಲವಾರು ಪ್ರಶಸಿುಗಳು ಸ್ೆಂದಿವಲ. ಈ ಕ್ೃತ್ತ ಅನಲೋಕ್ ಭ್ಾರತ್ತೋಯ ಭ್ಾಷಲಗಳಿಗಲ ಅನುವಾದಗಲಟೆಂಡಿದ್ಲ.
Urvashi
- Author Name:
Jyotsna Kapil
- Book Type:

- Description: 'उर्वशी' कहानी है एक अनिंद्य सुंदरी युवती की, जो एक सशक्त व संवेंदनशील अभिनेत्री है। सब कुछ अच्छा चल रहा था, की तभी उसे प्रेम हो गया। इस प्रेम ने उसके जीवन की दिशा ही बदलकर रख दी, गहरी उथलपुथल मचा दी। प्रेमवेग ने उसके भीतर, दुर्बलता को जन्म दिया। कुछ समय वह इसी भावुकता भरी दुर्बलता में गुजारती है, और फिर उठ खड़ी होती है, जीवन के नवीन संघर्ष के लिए। अपने लक्ष्य को पाने की कोशिश, मज़बूत बनकर खड़े होने का प्रयास, एक स्त्री के संघर्ष की कहानी है 'उर्वशी'। इसमें अतिशय प्रेम है तो स्वार्थ भी, संघर्ष भी, तो कामयाबी भी, आँसू हैं तो मुस्कान भी। प्रयास किया गया है, कि पाठक इसे पढ़ते हुए, इसके प्रवाह में बहता रहे।
Drishtikon
- Author Name:
Priti Samkit Surana
- Book Type:

- Description: This book has no description
Vaya Gurgaon
- Author Name:
Dushyant
- Book Type:

- Description: सुमन ने कहा कि कर दी ना सीधी सट्ट जाटोंवाली बात! महेंद्र ने कहा– क्यों जची नहीं क्या, सुमन ने कहा– जाटणी हूं, जी में आ जाए तो क्या नी जचे। और ना जचे तो भगवान भी नहीं जचा सके। वैसे बात तो सयाणी करी है। सोचने दो महेंद्र सिहाग जी। वैसे, गोदारों का जवाईं बनने का सुख भी आसानी से नहीं मिलता। –इसी उपन्यास से
Main Janak Nandini
- Author Name:
Asha Prabhat
- Book Type:

- Description: भारतीय मानस का अर्थ केवल पढ़े-लिखे शिक्षितों का मानस नहीं है, उसका मूल अभिप्राय है—लोक मानस। इस लोक मानस की भारतीयता का लक्षण है—काल के आदिहीन, अन्तहीन प्रवाह की भावना...। जनमानस में आज तक सीता का मूक (मौन) स्वरूप ही विद्यमान है। सौम्यस्वरूपा आज्ञाकारी पुत्री का, जो बिना तर्क-वितर्क या प्रतिरोध किए पिता का प्रण पूर्ण करने हेतु या पुत्र-धर्म के निर्वाह हेतु उस किसी भी पुरुष के गले में वरमाला डाल देती, जो शिव के विशाल पिनाक पर प्रत्यंचा का सन्धान कर देता। उस समर्पिता, सहधर्मिणी या सह-गामिनी पत्नी का जो सहजभाव से सारा राज्य सुख तथा वैभव त्यागकर पति राम की अनुगामिनी बनकर उनके संग चल देती है चुनौती-भरे वन्य जीवन के दु:खों को अपनाने। सीता के चरित पर अनेक ग्रन्थ लिखे गए हैं, अधिकांश में उन्हें जगजननी, शक्तिस्वरूपा या देवी मानकर पूजनीया बनाया गया। किन्तु मानवी मानकर उनके मर्म के अन्तस्थल तक पहुँचने...उनके मर्म की थाह लेने की चेष्टा न के बराबर की गई। उनके प्रति किए गए राम के सारे निर्णय को उनकी मौन स्वीकृति मानकर राम की महानता, मर्यादा तथा उत्तमता को और महिमामंडित किया गया। क्या वास्तव में ऐसा था? क्या सीता के पास अपने प्रति किए जा रहे अविचार के प्रति प्रतिरोध के स्वर का अभाव था? अपने जीवन-जनित अभीष्ट अपने कर्मों में निहित कर जीती सीता क्या मात्र पाषाण प्रतिमा थीं? क्या उनका अन्तस संवेदनशून्य था या उन्हें हर्ष-विषाद तथा शोक-सन्ताप नहीं व्याप्तता था? और क्या हर स्थिति-परिस्थिति को उन्होंने सहज स्वीकार लिया था, शिरोधार्य कर लिया था बिना प्रतिवाद किए? यह उपन्यास ऐसे ही अनेक प्रश्नों का सन्धान है।
Howrah Bridge
- Author Name:
Anup Jetty
- Rating:
- Book Type:


- Description: It is story of a married couple in kolkatta
Khairiyat Hai Huzoor
- Author Name:
Urmila Shirish
- Book Type:

- Description: Book
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...