
Super Child
Author:
Rohit Mehra (Irs)Publisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
General-non-fiction0 Reviews
Price: ₹ 200
₹
250
Unavailable
हम सभी चाहते हैं कि हमारे बच्चे जीवन में अच्छे से अच्छा करें। ‘आप अपने बच्चे को एक सुपर चाइल्ड बना सकते हैं।’ हाँ, आपने बिल्कुल ठीक सुना। श्रेष्ठ आदतें ऐसी होती हैं, जो आपके बच्चे को सच में सुपर चाइल्ड बना सकती हैं। हमारे बच्चों की आदतें, उनके कौशल और उनकी नैतिक वैल्यू अच्छी होनी चाहिए, जिनका इस्तेमाल वे अपने आपको एक सुपर चाइल्ड बनाने में और अपनी सच्ची प्रतिभा को दिखाने में कर सकते हैं। यह पुस्तक इसी विषय पर आधारित है। ऐसी 52 आदतें हैं, जो साल के 52 सप्ताह की ही तरह हैं। एक बच्चा हर सप्ताह एक अच्छी आदत ग्रहण कर सकता है और साल के अंत तक उसकी ये 52 आदतें ऐसी होंगी, जो निश्चित रूप से उसे सुपर चाइल्ड बना देंगी।
इस पुस्तक में व्यवहार, शिष्टाचार, आदतों और मूल्यों पर अलग-अलग अध्याय हैं। हर बच्चे में इनका होना जरूरी है, तभी वह जिंदगी में जैसा बनना चाहता है, वैसा बन सकता है। ये ऐसी 52 आदतें हैं, जो बच्चे की जिंदगी के सभी पहलुओं का खयाल रखती हैं, चाहे उसकी सेहत हो, स्वच्छता या फिर उसकी फिटनेस, उसके शौक और उसके उद्देश्य, उसकी धारणाएँ, उसके निजी और पारिवारिक मूल्य। इस पुस्तक को पढ़ने के बाद बच्चों के साथ-साथ उसके माता-पिता भी जीवन में उसके इरादों और उद्देश्यों को पूरा करने में उसकी मदद कर सकते हैं।
ISBN: 9789390378661
Pages: 184
Avg Reading Time: 6 hrs
Age : 18+
Country of Origin: India
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- Description: पितरस बुख़ारी का पूरा नाम पीर सैयद अहमद शाह बुख़ारी है। आपका ताल्लुक़ पाकिस्तान के पेशावर से हैं। शुरूआती तालीम पाकिस्तान ही में पायी और एम.ए. करने के बाद इंग्लिस्तान की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी साहित्य में डिग्री हासिल की। लाहौर में बतौर उस्ताद आपकी ख़िदमात रहीं और कई बरस तक ऑल इंडिया रेडियो में अलग-अलग ओहदों पर रहे। 1952 में यूनाइटेड नेशन्स में नुमाइन्दे चुने गए, जहाँ 1954 तक रहे। पितरस के लिखे मज़ामीन ज़माने भर में मशहूर हैं मगर इस किताब में मुन्तख़ब 11 मज़ामीन का एक अलग मक़ाम है। आपका लिखा हुआ मिज़ाह उर्दू अदब में बेशक़ीमती सरमाया है। यही वजह है कि आपके इन्तेक़ाल के अगले ही रोज़ न्यूयॉर्क टाईम्स (6 दिसम्बर 1958) ने अपने इदारिया में उनको याद करते हुए 'सिटिज़न सिटिज़न ऑफ वर्ल्ड' कहा। 2013 में पाकिस्तानी हुक़ूमत के ज़रिए आपको मुल्क का दूसरा सबसे बड़ा सिटिज़न अवॉर्ड 'हिलाल-ए-इम्तियाज़' भी दिया गया। शुऐब शाहिद का तआल्लुक़ बुनियादी तौर पर उत्तर प्रदेश के बुलन्दशहर से है। इस वक़्त आपकी शिनाख़्त मुल्क के एक मशहूर बुक कवर डिज़ाइनर के तौर पर होती है। दुनिया की कई मशहूर किताबों पर बतौर आर्टिस्ट काम करने के सबब आपकी अदबी दुनिया में एक ख़ास मक़बूलियत है। मुल्कगीर और बैनुलअक़्वामी सतह पर कई अवार्ड्स के साथ आपका नाम रहा है। आपके लिखे मज़ामीन, ख़ुतूत और बिलख़ुसूस उर्दू मिज़ाह से मुताल्लिक मज़ामीन हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के बहुत से रिसालों में अक्सर शाया होते हैं और आप अवाम-ए-ख़ास-ओ-आम में अपने मुन्फ़रद अन्दाज़ के लिए काफ़ी मकबूल हैं। इन दिनों क्लासिकल उर्दू अदब को देवनागरी रस्मुल-ख़त में लाने का तारीख़ी काम अंजाम दे रहे हैं।
Meri Unesco Yatra
- Author Name:
Ramesh Pokhriyal 'Nishank'
- Book Type:
- Description: "यूनेस्को या संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन विभिन्न देशों, समुदायों, संस्कृतियों और नागरिकों के बीच मानवीय मूल्यों की स्थापना को संभव बनाने के लिए एक सशक्त एवं व्यापक मंच प्रदान करता है। यूनेस्को का प्रमुख उद्देश्य शांति स्थापना, गरीबी उन्मूलन, सतत विकास और शिक्षा के माध्यम से विज्ञान, संस्कृति, संचार और सूचना के क्षेत्र में योगदान करना है। यूनेस्को के लक्ष्यों के केंद्र में अब प्राकृतिक विज्ञान और पृथ्वी के संसाधनों का प्रबंधन भी आ चुके हैं। इसके अंतर्गत विकसित और विकासशील देशों में संसाधन प्रबंधन और आपदा स्थिरता में सतत विकास प्राप्त करने के लिए पानी और पानी की गुणवत्ता, महासागर की रक्षा और विज्ञान तथा इंजीनियरिंग प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना शामिल है। भारत में मानव कल्याण संदर्भित चिंतन हजारों वर्ष पुराना है। हमारे वेदों, शास्त्रों एवं अन्य ग्रंथों में शासन करनेवालों को धर्म के आधार पर आचरण करने का परामर्श दिया गया है। इस दृष्टि से देखें तो सामाजिक और मानव विज्ञान पर ध्यान केंद्रित करते हुए यूनेस्को भी बुनियादी मानव अधिकारों के संरक्षण और संवर्धन को न केवल बढ़ावा देता है, बल्कि भेदभाव और नस्लवाद से लड़ने के लिए पूरे विश्व को तैयार करता है। मानव कल्याण के लिए सतत सक्रिय यूनेस्को की भूमिका, उसके कार्य-क्षेत्र, प्रभाव और संभावनाओं के विषय में प्रामाणिक जानकारी देती रोचक एवं पठनीय कृति।
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