Ped Tatha Anya kahaniyan
Publisher:
Prabhat Prakashan
Language:
Hindi
Pages:
184
Country of Origin:
India
Age Range:
18-100
Average Reading Time
368 mins
Book Description
कहानी अपने समय को सच्चाई को व्यक्त करने की सशक्त विधा है। आज एक बहुत बड़ा समाज, उसकी चिंताएँ, बाजार के सरोकार और वैश्विक महामारी से उत्पन्न खतरे तथा स्थितियाँ कहानीकार के सामने चुनौती के रूप में उपस्थित हैं। प्रस्तुत संग्रह की ये कहानियाँ इसी तात्कालिक पृष्ठभूमि में विकसित होती हैं, पर धैर्यपूर्वक अपनी पूर्ण संवेदनात्मक संरचना के साथ पाठक से सीधे-सीधे जुड़ती हैं। कथा, घटनाएँ, पारिवारिकता, सामाजिकता और महामारी की दहशत, सबमें अद्भुत सामंजस्य और संतुलन है। संग्रह की कई कहानियाँ कोरोना के आतंक से मुक्त हैं । ऐसी कहानियों में 'सुआपंखी साड़ी' विशेष उल्लेखनीय है, जिसमें एक श्रमिक के दांपत्य जीवन का भावपूर्ण चित्र है।' महानता' कहानी में जुगाड़ संस्कृति के आगे योग्य व्यक्तियों को असहायता पर तीखा व्यंग्य है। 'असफल होती प्रेमकथा' पारंपरिक प्रेम कथाओं के ताने-बाने से हटकर एक अपरिमेय पृष्ठभूमि पर आकार लेती है, जिसमें उसकी असफलता सांकेतिक है। कथ्य की किंचित् वक्रौयता और प्रस्तुति कौ दृश्यात्मकता इन कहानियों की विशेषता है। कहानी 'पेड़' एक विशेष कथा है, जो यह बताती है कि पेड़ हमारे परिवार के सदस्य हैं, इनको सुरक्षा पूरे समाज का अनिवार्य दायित्व है। विश्वास है, इस संग्रह की ये कहानियाँ बहुत दूर तक और बहुत देर तक पाठकों के साथ रहेंगी।