Self-Help Ke 55 Rahasya
Publisher:
Prabhat Prakashan
Language:
Hindi
Pages:
168
Country of Origin:
India
Age Range:
18-100
Average Reading Time
336 mins
Book Description
कई बार जीवन में परेशानियाँ और असफलताएँ व्यक्ति को तनावग्रस्त कर देती हैं। तनाव, समस्याओं और परेशानियों का हल व्यक्ति बाहर ढूँढऩे का प्रयत्न करते हैं, जबकि वास्तविकता में उनका हल व्यक्ति के स्वयं के अंतर्मन में ही होता है। बस इसके लिए आवश्यकता होती है इस बात की कि व्यक्ति तनावग्रस्त क्षणों में स्वयं को एकाग्र करने का प्रयत्न करे। चिंता और परेशानियों को दूर कर केवल स्वयं के साथ बात करें, अपने अंतर्मन से बातें करें और याद करें उन व्यक्तियों को, जिन्होंने बहुत बड़ी समस्याओं का सामना निर्भयतापूर्वक और आत्मविश्वास के साथ किया तथा बड़ी-से-बड़ी मुसीबतों को पराजित कर अपने लक्ष्य को प्राप्त किया। जब हर ओर अंधकार नजर आए, तिमिर रोशनी को दूर करने का प्रयास करे, ऐसे में अपने अंतर्मन में यह दोहराते रहना चाहिए कि अंधकार कितना भी गहरा और काला क्यों न हो, किंतु जब रोशनी की एक किरण भी उस तक पहुँचती है तो तिमिर का घेरा टूट जाता है और प्रकाश की किरणें अपने उजाले से चहुँओर उजाला कर देती हैं। ऐसी ही अंतर्मन की अनुभूतियाँ कहानियों के साथ यहाँ प्रस्तुत हैं। अंतर्मन की ये बातें हर व्यक्ति के अंदर उपस्थित हैं, बस उनको जाग्रत करने की आवश्यकता है।