The Vedas and Upanishads for Children
Author:
Roopa PaiPublisher:
Hachette IndiaLanguage:
EnglishCategory:
Mythology2 Reviews
Price: ₹ 331.17
₹
399
Available
3,000 years ago, deep inside the forests of India, a great ‘thought- revolution’ was brewing.
In those forest labs, the brightest scientist-philosophers contemplated the universe and reflected upon the already-ancient texts called the Vedas, gaining some startling insights into questions that we still have no watertight answers to, like:
* What is the universe made of?
* How do I know I’m looking at a tree when I see one?
* Who am I? My body, my mind, my intelligence, my emotions, or NOTA?
And where did they put those explosive findings?
In a sprawling body of goose-bumpy, thought-provoking and fascinating oral literature called the Upanishads!
Intimidated? Don’t be! For this joyful, fun guide to some of India’s most enduring and secular wisdoms, reinterpreted for first-time explorers by author Roopa Pai, is guaranteed to keep you turning the pages.
Why haven’t you read it yet?
ISBN: 9789351952961
Pages: 424
Avg Reading Time: 14 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Amrapali
- Author Name:
Gayathriraj
- Rating:
- Book Type:

- Description: ಲೇಖಕಿ ಗಾಯತ್ರಿ ರಾಜ್ ಅವರ ಆಮ್ರಪಾಲಿ-ಎಂಬುದು ಐತಿಹಾಸಿಕ ಕಾದಂಬರಿ. ವೈಶಾಲಿನಗರದ ಅತ್ಯಂತ ಸುಂದರ ಯುವತಿ ಆಮ್ರಪಾಲಿ ವೈಶಾಲಿನಗರದ ರಾಜ ಮನುದೇವ ಆಕೆಯನ್ನು ಕಾಮುಕ ಕಣ್ಣಿನಿಂದ ನೋಡಿ ವರಿಸಲು ಹಾತೊರೆಯುತ್ತಾನೆ. ಆಮ್ರಪಾಲಿಯ ಪ್ರೇಮಿ ಪುಷ್ಪಕುಮಾರರನ್ನು ಮದುವೆಯಾದ ದಿನವೇ ಕೊಲ್ಲಿಸುತ್ತಾನೆ. ಆದರೂ, ಆತನ ಪ್ರಯತ್ನ ಕೈಗೊಡಲಿಲ್ಲ ನಗರದ ವಧುವನ್ನಾಗಿಸಲು ಸಂಚು ಹೂಡುತ್ತಾನೆ. ಈ ಮಧ್ಯೆ, ಮಗದ ರಾಜ್ಯದ ಅರಸ ಬಿಂಬಸಾರನು ವಿಣೆ ಕಲಿಸುವ ನೆಪದಲ್ಲಿ ವೇಷ ಮರೆಸಿಕೊಂಡು ಆಮ್ರಪಾಲಿ ಹತ್ತಿರ ಇರುತ್ತಾನೆ. ಅವರ ಮಧ್ಯೆ ಪ್ರೇಮಾಂಕುರವಾಗಿ ಮಗು ಸಹ ಜನಿಸುತ್ತದೆ. ಆದರೆ, ಆಮ್ರಪಾಲಿ, ಮಗದ ರಾಜ್ಯಕ್ಕೆ ತೆರಳು ನಿರಾಕರಿಸುತ್ತಾಳೆ. ಇದನ್ನು ತಂದೆಗೆ ಮಾಡಿದ ಅವಮಾನ ಎಂದು ತಿಳಿದ ಬಿಂಬಸಾರನ ಮಗನು ವೈಶಾಲಿ ರಾಜ್ಯದ ಮೇಲೆ ದಂಡೆತ್ತಿ ನಾಶಪಡಿಸುತ್ತಾನೆ. ಆ ಮಗನೂ (ಅಜಾತಶತ್ರು) ಸಹ ಆಮ್ರಪಾಲಿಯ ಮೇಲೆ ಮನಸು ಮಾಡುತ್ತಾನೆ. ಆದರೆ, ಆಮ್ರಪಾಲಿ ಒಪ್ಪುವುದಿಲ್ಲ. ಕೊನೆಗೆ ಬುದ್ಧನ ಶಿಷ್ಯೆಯಾಗಿ ಹೊರಟು ಹೋಗುತ್ತಾಳೆ ಎಂಬುದು ಆಮ್ರಪಾಲಿಯ ಕಥೆ. ಈ ಅಂಶವನ್ನೇ ಸಾಹಿತ್ಯವಾಗಿಸಿದ ಕಾದಂಬರಿ ಇದು.
Krishna Sakhi
- Author Name:
Pratibha Saxena
- Book Type:

- Description: Book
Everything Will Be Alright
- Author Name:
Shubhanku Kochar
- Book Type:

- Description: The novel is about two lovers cum friends, Nihal and Bhoomi, who leave their houses searching for fulfilment. They both have a dream. Nihal wants to win a gold medal in Mega events on an international platform, whereas Bhoomi intends to search for her biological parents as an adopted child. Both of them meet at a certain point and fall in love, and decide to get married even after the divine forces have declined their match. Along with this runs a parallel story of Antra and Apurva, who come from different backgrounds. They also fall in love with their terms for getting married. The story is full of magic realism where God and human beings, myth and reality, participate collectively in a specific direction. The attempt here is to experiment with the phrase: Everything will be alright. Humans tend to say to each other, "Don’t worry, Everything will be alright,” in our sheer exuberance, we keep challenging the unseen forces represented by God. The question that the novel poses before the reader is, “Can everything be alright?” Moreover, the intervention of God or Nature at various places is symbolic in asserting that human beings should not try to behave like the Lord of the Universe.
Guna
- Author Name:
Guruprasad Kaginele
- Rating:
- Book Type:

- Description: ಸಾಂಸಾರಿಕತೆ, ಪ್ರೀತಿ, ಜಗಳ, ಶೋಷಣೆ, ಅಳು, ನಗು ಎಲ್ಲವೂ ಹಾಸುಹೊಕ್ಕಾಗಿರುವ ಸಂಬಂಧಗಳಲ್ಲಿ ಎಲ್ಲವೂ ಝರಿಯಂತೆ ಹರಿಯುತ್ತದೆ. ಗಂಡು ಹೆಣ್ಣು ಕೂಡಿ ಸಂಸಾರ ಮಾಡಿದರೂ ಶೋಷಣೆ ಕೇವಲ ಲಿಂಗಕ್ಕೆ ಸಂಬಂಧಿಸಿದ್ದಲ್ಲ. ಸಂಸಾರದಲ್ಲಿ ಗಂಡಿಗೆ ಇಂಥ ಪಾತ್ರ, ಹೆಣ್ಣಿಗೆ ಇಂಥ ಪಾತ್ರ ಎಂದು ನಿರ್ದಿಷ್ಟವಾಗಿ ಹೇಳುವ ಕಾಲ ಮುಗಿದಿದೆ . ಹಾಗಾದಾಗ, ಪ್ರೀತಿಯಷ್ಟೇ ಶೋಷಣೆಯೂ ಅಸ್ಪಷ್ಟವಾಗಿ ಜಿವಮಾನವಿಡೀ ನಡೆದಿರಬಹುದು. ಇದನ್ನು ಕೂದಲು ಸೀಳಿ ನೋಡುವುದೋ ಅಥವಾ ‘ಡೀಲ್ ವಿಥ್ ಇಟ್’ ಎಂದು ಬದುಕನ್ನು ಮ್ಯಾನೇಜ್ ಮಾಡುವುದೋ, ಎಲ್ಲದಕ್ಕೂ ಉತ್ತರ ಕುಟುಂಬವೆಂಬ ವ್ಯವಸ್ಥೆ ಮಾತ್ರವೆ? ಈ ಹುಡುಕಾಟ ಕಾದಂಬರಿಯಾಗಿದೆ.
Patna To Balochistan
- Author Name:
Dr.Rajeev Chandra
- Book Type:

- Description: ‘पटना टू बलूचिस्तान’ उपन्यास सदियों से बंद पड़े इतिहास के रहस्यमयी दरवाज़ों पर रोमांच से भरी दस्तक है। कहानी का नायक प्रोफ़ेसर अजित तलवार दिल्ली विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग की ओर से एक ख़तरनाक मिशन पर क़ाहिरा, मिस्र जाता है। अजित पर हज़ारों किलोमीटर लंबी मौर्यकालीन ख़ुफ़िया सुंरगों का प्लान खोजने की ज़िम्मेदारी है। दिल्ली से क़ाहिरा और फिर उन सुरंगों की खोज में दिल्ली से पटना तक की इस रोमांचक यात्रा का बेहद अहम पड़ाव है, बलूचिस्तान। जहाँ चल रही जंग-ए-आज़ादी से इस कहानी के तार दिलचस्प ढंग से जुड़ जाते हैं। पाकिस्तान के बचूचिस्तान क्षेत्र में सेना और सरकार की बर्बरता झेल रही बलोच जनता के दिल का दर्द यहाँ बख़ूबी दर्ज हुआ है। देश को आतंकवाद के एक बड़े ख़तरे से बचाने के लिए क्या प्रोफेसर अजित उन सुरंगों का प्लान खोज पाता है? और फिर विदेशी साजिशों का जाल काटकर क्या अजित पटना की उन सुरंगों तक पहुंचने में कामयाब हो पाता है, जिसका दूसरा छोर बलूचिस्तान से जुड़ा है? यह जानने के लिए आपको उपन्यास पढ़ते हुए ‘पटना टू बलूचिस्तान’ की इस रोमांचक यात्रा पर निकलना पड़ेगा।
Adventures of Rama
- Author Name:
Wonder House
- Rating:
- Book Type:

- Description: This delightful collection of stories from Indian mythology introduces young readers to our enriching and ancient culture and wisdom.
Aawo bachhon tumhe sunayen
- Author Name:
Alok Kumar
- Book Type:

- Description: नेहा, आयशा, कबीर और राहुल भी बाकि बच्चों की तरह पार्क में बैठकर मोबाइल की दुनिया में व्यस्त थे। तभी उन्हें वहाँ एक रहस्यमयी बूढ़ा व्यक्ति मिलता है जो उन्हें कहानियाँ सुनाने की पेशकश करता है। इसके बाद तो बच्चों को कहानियों का ऐसा चस्का लगता है कि उनकी हर शाम पार्क में उस व्यक्ति के साथ कहानियाँ सुनते हुए गुजरने लगती है। दूसरी तरफ उनके माता-पिता के पास अपने बच्चों के लिए समय ही कहाँ था? वे तो अब भी मोबाइल के संसार में उलझे हुए थे। ऐसे में बच्चे एक बेहद खतरनाक निर्णय लेते हैं.. निर्णय था घर से भाग निकलने का।
Jinhen Jurme Ishq Pe Naaz Tha
- Author Name:
Pankaj Subeer
- Book Type:

- Description: यह उपन्यास 'जिन्हें जुर्म-ए-इश्क़ पे नाज़ था' हमारे चारों ओर पसरते जा रहे अंधकार को चीरकर एक प्रकाश-पुंज की तरह सामने आता है। निराशा के इस जानलेवा समय में पंकज सुबीर की यह कृति हमें हौसला और उम्मीद बँधाती है। इसे पाठ्यक्रमों में सम्मिलित किया जाना चाहिए और युवाओं तक निःशुल्क पहुँचाया जाना चाहिए। आज के पुस्तक और प्रेम विरोधी दौर में ऐसा कुछ किया जाना चाहिए कि 'जिन्हें जुर्म-ए-इश्क़ पे नाज़ था' उपन्यास घर-घर में पढ़ा जाए। हिन्दी के चर्चित लेखक पंकज सुबीर का तीसरा उपन्यास। पंकज सुबीर के पहले दोनो उपन्यास "ये वो सहर तो नहीं" और "अकाल में उत्सव" बहुत अधिक चर्चित रहे हैं। कई सारे सम्मान इन दोनो उपन्यासों पर प्राप्त हुए। और अब पंकज सुबीर का तीसरा उपन्याास "जिन्हें जुर्म-ए-इश्क़ पे नाज़ था" प्रकाशित होकर आया है। पंकज सुबीर अपनी अलग तरह की शैली तथा विशिष्ट भाषा के लिए पहचाने जाते हैं। यह उपन्यास भी उसी कड़ी में एक प्रयोग है। यह उपन्यास मानव सभ्यता के पिछले पाँच हज़ार वर्षों की कहानी कहता है। और तलाशने की कोशिश करता है कि आख़िर वो क्या है, जिसके कारण मानव सभ्यता पिछले पाँच हज़ार साल केवल लड़ाई और युद्ध में ही गँवा चुकी है। यह उपन्यास बहुत सूक्ष्मता के साथ पिछले पाँच हज़ार सालों की कहानी का अवलोकन करता है। पाठक को एक ऐसी दुनिया में ले जाता है, जहाँ वर्तमान और भविष्य के संकेत मिलते हैं।
Kuber
- Author Name:
Dr. Hansa Deep
- Rating:
- Book Type:

- Description: Book
The Untold Story of Kashmeer
- Author Name:
Santoshkumar Mehandale
- Book Type:

- Description: DESCRIPTION AWAITED
Jalaanjali
- Author Name:
Pankaj Parashar
- Book Type:

- Description: Book
Sita Banam Ram
- Author Name:
Narayan Singh
- Book Type:

- Description: सीता बनाम राम(वाल्मीकि रामायण पर आधारित रामकथा का वैकल्पिक पाठ) वनगमन के समय सीता को अयोध्या में रहकर भरत को 'विशेष यत्नपूर्वक' प्रसन्न रखने के राम के सुझाव की निंदा करते हुए सीता द्वारा राम को स्त्री की कमाई खाने वाले नट की संज्ञा देना (शैलूष इव मां राम परेभ्यो दातुमिच्छसि), अरण्यकांड में 'अकारण' हिंसा के विरुद्ध सीता का राम के साथ वाद-विवाद करना, अग्नि-परीक्षा के समय देह को ही सर्वोपरि मानने वाले राम के आरोपों का उत्तर देते हुए सीता का हृदय और आत्मा में बसे प्रेम को देह से परे बताना (मदधीनं तु यत् तन्मे हृदयं त्वयि वर्तते। पराधीनेषु गात्रेषु किं करिष्याम्यनीश्वरी॥); ये कुछ ऐसे तथ्य हैं, जिनसे दोनों के सोच और व्यवहार में जमीन-आसमान का अंतर दिखाई देता है। और आखिर में अश्वमेध यज्ञ के समय जनसमुदाय के समक्ष राम जिस प्रकार सीता के सामने शुद्धता की शपथ लेने के बाद ही उन्हें अपनाने की शर्त रखते हैं; और उत्तर में राम की ओर देखे बिना वे खामोशी के साथ जिस प्रकार भूमि-प्रवेश कर जाती हैं (जो प्रेम के समाप्त होने का संकेत माना जा सकता है), वह उन दोनों के वैचारिक अंतर को स्पष्ट कर देता है।सीता और राम अपने सोच और आचरण में ही नहीं, जन्म और मृत्यु में भी एक-दूसरे के प्रतिकूल हैं। सीता का जन्म राम की तरह किसी माँ के गर्भ से नहीं, धरती से होता है और वे अंत में धरती में समा जाती हैं। वह न तो जन्म लेती हैं और न (राम की भाँति) मरती हैं। राम आकाश में स्थित विष्णुलोक से अवतार लेकर आते हैं और वापस आकाश में चले जाते हैं। दोनों के इस संसार में आने और लौटने के स्थान विपरीत दिशा में हैं। बिछड़ने के बाद राम के साथ वे कभी नहीं मिलतीं। ('सीता बनाम राम' पुस्तक से...)
Bhintiaadacha Cheen
- Author Name:
Shreeram Kunte
- Book Type:

- Description: भारताशी चीन शत्रुत्वाने का वागतो? चीनकेंद्रित जगाचे धोके काय असतील? चीनच्या नाकावर टिच्चून भारत महासत्ता होईल का? असे अनेक प्रश्न आपल्याला पडलेले असतात. या प्रश्नांची उत्तरं शोधण्यासाठी चीनचा इतिहास, कम्युनिस्ट पक्षाची अमानवी धोरणं, त्यातून चीनने घेतलेली झेप, इतिहास आणि वर्तमानाबद्दलच्या भानातून तयार झालेलं चीनचं परराष्ट्र धोरण, चीनचा भारताला असणारा धोका या सर्व अंगांनी श्रीराम कुंटे यांनी सखोल अभ्यास केला. त्यातून ‘भिंतींआडचा चीन` जन्माला आलं आहे. महासत्ता होऊ घातलेल्या चीनमधल्या साम्राज्यशाहीच्या इतिहासापासून ते आजच्या उत्तुंग प्रगतीपर्यंतचा आढावा घेत लेखकाने या पुस्तकातून चीनची कुंडली मांडली आहे. भारताच्या संदर्भात चीन समजून घ्यायचा असेल, तर चिनी राजघराण्यांचा इतिहास, स्थित्यंतराची चाळीस वर्षं, जगाला चकित करणारा काळ आणि भारतासमोरील चिनी आव्हानं या चार भागांत विभागलेलं हे पुस्तक आपल्या जवळ असायलाच हवं. चीनची ओळख करून देणाऱ्या पुस्तकाची मराठीत कमी होती. श्रीराम कुंटे यांच्या ‘भिंतींआडचा चीन`मुळे ही उणीव भरून काढण्यास मदत होईल. या निमित्ताने आंतरराष्ट्रीय विषयांवर प्रबंधी-प्राध्यापकीपणा टाळून जनसामान्यांसाठी लिहिणारा एक नवा लेखक कुंटे यांच्या रूपाने मराठीत समोर येताना दिसतोय. गिरीश कुबेर (संपादक, दै. लोकसत्ता व लेखक) एका संतुलित राष्ट्रवादी दृष्टिकोनातून, तसेच बहुविद्याशाखीय जाणकारीतून लिहिलेले हे पुस्तक आपल्या निकटतम स्पर्धकाला समजून घेण्यासाठीच्या प्रवासातील अत्यावश्यक वाचन ठरणार आहे. रवि आमले (ज्येष्ठ पत्रकार व लेखक) महत्त्वाकांक्षी चीनशी स्पर्धा करण्यास आसुसलेल्या भारतीयांना स्वतःच्या व चीनच्या मर्मस्थळांची जाणीव हे पुस्तक कळात-नकळत करवून देते. प्रा. परिमल माया सुधाकर (चीनचे अभ्यासक व लेखक)
Drishtikon
- Author Name:
Priti Samkit Surana
- Book Type:

- Description: This book has no description
Drishy Se Adrishy Ka Safar
- Author Name:
Sudha Om Dhingra
- Book Type:

- Description: This book has no description
Manrangi
- Author Name:
Garima Mudgal
- Book Type:

- Description: राख बनकर बिखरने से पहले ख़ुशबू बनकर महक जाऊँ बस, इसी मौज के साथ लिखने की शुरुआत की थी। वैसे तो जो कुछ कहना था, इस कहानी के माध्यम से कह चुकी हूँ पर ‘मनरंगी’ के बारे में यह ज़रूर बताना चाहूँगी कि यह कहानी किसी नदी की तरह आगे बढ़ती है और नदी के जैसे ही हर पड़ाव पर इसकी तासीर अलहदा है। कहीं यह कहानी पहाड़ों से गुज़रती नदी की तरह अल्हड़ जान पड़ेगी तो कहीं निर्झर की तरह आवेग से खिलखिलाती। कहीं यह गहरी और शांत भी दिखाई देगी। एक नदी के सागर से मिलने के मानिंद यह तो तय है कि कहानी भी अपनी मंज़िल से मिलेगी, पर ख़ास वे रास्ते होंगे जहाँ से यह होकर गुज़रती है। और जैसे नदी को अपने साथ रखने की क़वा’इद में हम अपने पात्रों मे थोड़ी-सी नदी भर लेते हैं वैसे ही अगर अंजुली भर कहानी आपके ह्रदय-पात्र में जगह बना पाई तो मुझे लगेगा कि किताब के पन्नों से निकलकर कहानी अपने मुकाम तक पहुंच गई। किताब आपको कैसी लगी, जानने की प्रतीक्षा में ....
Aparoopada Purana Katheglu
- Author Name:
Asha Raghu
- Rating:
- Book Type:

- Description: A collection of mythological stories retold. ಅಜ್ಜಿ ಅಜ್ಜಂದಿರು ಮೊಮ್ಮಕ್ಕಳನ್ನು ಕೂರಿಸಿಕೊಂಡು ಕಥೆ ಹೇಳುತ್ತಿದ್ದ ಕಾಲವೊಂದಿತ್ತು. ಒಂದೂರಲ್ಲಿ ಒಬ್ಬ ರಾಜಕುಮಾರಿ ಇದ್ದಳು ಎನ್ನುತ್ತಾ ಆರಂಭವಾಗುತ್ತಿದ್ದ ಕಾಲ್ಪನಿಕ ಕಥೆಯಲ್ಲಿ ತಂತ್ರಜ್ಞಾನಕ್ಕೂ ಮೀರಿದ ಕಥಾವಸ್ತುಗಳು ಬಂದೊಗುತ್ತಿದ್ದವು. ಇಂತಹ ಕಾಲ್ಪನಿಕ, ಪೌರಾಣಿಕ, ಜಾನಪದ ಕಥೆಗಳಲ್ಲಿ ನೀತಿ ಪಾಠವೂ ಇರುತ್ತಿತ್ತು. ಆದರೆ ಇಂದಿನ ಮಕ್ಕಳಿಗೆ ಇವೆಲ್ಲಾ ದಕ್ಕುತ್ತಿರುವುದು ಸಂದೇಹವೇ ಸರಿ. ಗ್ಯಾಜೆಟ್ ಲೋಕದಲ್ಲಿ ಮುಳುಗಿರುವ ಮಕ್ಕಳಿಗೆ ಕಥೆ ಹೇಳುವ ಪುರುಸೊತ್ತು ಮನೆಯ ಸದಸ್ಯರಿಗೆ ಇರುವುದಿಲ್ಲ. ಮಕ್ಕಳೂ ಕೂಡ ತಂತ್ರಜ್ಞಾನದ ತ್ವರಿತ ಬೆಳವಣಿಗೆಗೆ ತಕ್ಕಂತೆ ಇಂತಹ ನೀತಿ ಪಾಠಗಳನ್ನು ಯೂಟ್ಯೂಬ್, ಗೂಗಲ್ನಲ್ಲಿ ನೋಡಲು ಶುರುವಿಟ್ಟುಕೊಂಡಿರುತ್ತಾರೆ. ಲೇಖಕಿ ಆಶಾ ರಘು ಅವರು ಇಂದಿನ ಸಿದ್ಧ ಮಾದರಿಯನ್ನು ಒಡೆಯಲು ಅಪರೂಪದ ಪುರಾಣದ ಕಥೆಗಳನ್ನು ಹೆಣೆದಿದ್ದಾರೆ. ಇವು ಪೌರಾಣಿಕ ಕಥೆಗಳೆ ಆಗಿದ್ದರೂ ಕಥಾ ವಸ್ತು ಹಾಗೂ ಹೆಣೆದಿರುವ ರೀತಿ ವಿಭಿನ್ನವಾಗಿದೆ. ರಾಮ-ಸೀತೆಯ ರಾಮಾಯಣದಲ್ಲಿ ಚೂಡಾಮಣಿಯ ಮೂಲಕ ಅವರಿಬ್ಬರ ಪ್ರೀತಿ ಕಟ್ಟಿಕೊಟ್ಟಿರುವುದು, ಅರ್ಧನಾರೀಶ್ವರ ಪರಿಕಲ್ಪನೆ ಇವೆಲ್ಲವೂ ಓದುಗರಿಗೆ ಹೊಸತನವನ್ನು ಮೂಡಿಸುತ್ತವೆ.
Savitrichi Shabari
- Author Name:
Sangeeta Mulay +1
- Book Type:

- Description: खेड्यातील, सर्वहारा वर्गातील, दलित, काळ्या वर्णाची एक मुलगी. शिक्षणासाठी शहरात येते. पण वर्ग, वर्ण, भाषा, गबाळा पोशाख यामुळे तिला पदोपदी भेदभावाचा सामना करावा लागतो. परक्या शहरात कुणी मार्गदर्शक नसतो ना जिवाभावाचा आधार असतो. तरीही ती नेटानं शहरात राहते, शिक्षण घेते आणि एके दिवशी ‘सावित्रीची शबरी' म्हणून नवी ओळख निर्माण करते. कोण आहे ही मुलगी? तिला बेदखल करणाऱ्या शहरी वातावरणात ती तगून कशी राहते? खेडवळपणाच्या मागासलेल्या कोषातून बाहेर पडत फुलपाखराप्रमाणे स्वच्छंदपणे बागडण्यासाठी लागणारं बळ तिला कुठून मिळतं? याचा उत्कट मागोवा घेणारी ही कहाणी आपल्यातल्या माणसाला जागवणारी आहे.
Urvashi
- Author Name:
Jyotsna Kapil
- Book Type:

- Description: 'उर्वशी' कहानी है एक अनिंद्य सुंदरी युवती की, जो एक सशक्त व संवेंदनशील अभिनेत्री है। सब कुछ अच्छा चल रहा था, की तभी उसे प्रेम हो गया। इस प्रेम ने उसके जीवन की दिशा ही बदलकर रख दी, गहरी उथलपुथल मचा दी। प्रेमवेग ने उसके भीतर, दुर्बलता को जन्म दिया। कुछ समय वह इसी भावुकता भरी दुर्बलता में गुजारती है, और फिर उठ खड़ी होती है, जीवन के नवीन संघर्ष के लिए। अपने लक्ष्य को पाने की कोशिश, मज़बूत बनकर खड़े होने का प्रयास, एक स्त्री के संघर्ष की कहानी है 'उर्वशी'। इसमें अतिशय प्रेम है तो स्वार्थ भी, संघर्ष भी, तो कामयाबी भी, आँसू हैं तो मुस्कान भी। प्रयास किया गया है, कि पाठक इसे पढ़ते हुए, इसके प्रवाह में बहता रहे।
Fukatchech Salle
- Author Name:
Dr. Ravindra Laxmikant Tamboli
- Book Type:

- Description: वाचाल तर वाचाल, असे आम्हाला शिकवले गेले होते. म्हणून आम्ही वाचत गेलो आणि वाचलेले जे काही होते त्यामुळेच संपन्नपणे वाढलो. अलीकडेही ‘वॉचाल' तर बिघडाल असे पोटतिडकीने सांगूनही वाचनावर बहिष्कार का टाकला जात आहे, याचा उलगडा होऊ शकत नाही. अनुत्तरित प्रश्नांवर खूप चिंतन करून उत्तर शोधायचे असते म्हणून आम्ही त्या शोधात वेळोवेळी जे काही लिहीत गेलो त्यातील काही लिखाण ‘फुकटचे सल्ले' म्हणून या पुस्तकात एकत्रितपणे दिले आहे.हे सल्ले फुकटचे असले तरी त्यांना अनुभवांचा आधार आहे. म्हणून ते महत्त्वाचे ठरतात. तेव्हा सदरचे पुस्तक विकत घेऊन आमचे हे फुकटचे सल्ले आपल्या जीवनात उपयोगात आणाल अशी आशा आहे. Fukatchech Salle | Dr.Ravindra Laxmikant Tamboli फुकटचेच सल्ले | डॉ.रवींद्र लक्ष्मीकांत तांबोळी
Customer Reviews
4.5 out of 5
Book
Be the first to write a review...