Captain Manoj Kumar Pandey
Author:
Rishi RajPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
EnglishCategory:
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Price: ₹ 100
₹
125
Available
Manoj Kumar Pandey was born on June 25, 1975 in the Rudha Village of Sitapur District in Uttar Pradesh.
Rank—Captain
Unit—1/11 Gorkha Rifles
War—Kargil War (Operation Vijay – 1999)
Award—Param Vir Chakra (Posthumously)
Special Recognition—Manoj Kumar Pandey stood with all his courage at his post 'PehalwanChowki' (in Khalubar area) at the height of 19,700 feet for a long time and carried out his duty with absolute courage and dedication.
The exuberant words, "I swear that I will even defeat death if it comes in the way of my duty", were of martyr Captain Manoj Kumar Pandey, the hero of the Kargil war.
ISBN: 9789395386807
Pages: 16
Avg Reading Time: 1 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
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और यही परम्परा दिखाई देती है उनके एकमात्र नाटक-संग्रह ‘सात खेल’ में। कहने को ये रेडियो के लिए लिखे गए नाटक हैं जिनमें अन्यथा रचना-कौशल की तलाश करना व्यर्थ है, मगर इसी विधा में बेदी ने जो ऊँचाइयाँ छुई हैं, वे आप अपनी मिसाल हैं। मसलन नाटक आज कभी न आनेवाले कल या हमेशा के लिए बीत चुके कल के विपरीत, सही अर्थों में बराबर हमारे साथ रहनेवाले ‘आज’ का ही एक पहलू पेश करता है जिसे हर पीढ़ी अपने ढंग से भुगतती आई है। या नाटक ‘चाणक्य’ को लें जो इतिहास नहीं है बल्कि कल के आईने में आज की छवि दिखाने का प्रयास है। और ‘नक़्ले-मकानी’ वह नाटक है जिसकी कथा अपने विस्तृत रूप में फ़िल्म ‘दस्तक’ का आधार बनी थी, एक सीधे-सादे, निम्न-मध्यवर्गीय परिवार की त्रासदी को उसकी तमाम गहराइयों के साथ पेश करते हुए। उर्दू के नाटक-साहित्य में ‘सात खेल’ को एक अहम मुकाम यूँ ही नहीं दिया जाता रहा है।
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