NAUKARI NAHIN, BUSINESS IDEA DHOONDHO
Author:
N. RaghuramanPublisher:
Prabhat PrakashanLanguage:
HindiCategory:
Self-help0 Reviews
Price: ₹ 200
₹
250
Available
"आज कहीं नौकरी करने की तुलना में स्वतंत्र कर्मी बनना बल्कि अपने खुद का बिजनेस शुरू करना आसान है। इसकेलिए आपकी लगन, मेहनत, दूरदर्शिता, निर्णय-क्षमता और नए-नए आइडिया ही सफलता का मार्ग खोलेंगे, इसलिए ‘नौकरी नहीं, बिजनेस आइडिया’ आपके स्वर्णिम भविष्य का आधार है। प्रसिद्ध मोटिवेशनल गुरु एवं वक्ता श्री एन. रघुरामन के दीर्घ अनुभव से उपजे ये फंडे आपको नई ऊर्जा देंगे और आपका आत्मविश्वास जाग्रत् करेंगे—
जीवन में किसी क्षेत्र में सच्ची रुचि जागती है, तो अवसर दरवाजे खटखटाते हैं। कुछ के जीवन में जल्दी तो कुछ के देर से।
बिजनेस और भरोसा भी साथ-साथ चल सकते हैं। बस इसके लिए सही तालमेल बैठाने की जरूरत है।
अपने दरवाजे पर बड़े अवसरों की दस्तक का इंतजार मत कीजिए, छोटी पहल करके उनकी तलाश कीजिए। वे आपके लिए बड़े दरवाजे खोल देंगी।
जब आप क्वालिटी से समझौता करते हैं तो कोई भी बिजनेस क्यों न हो, वह ग्राहकों की उदासीनता का शिकार होने लगता है।
"
ISBN: 9789390900619
Pages: 128
Avg Reading Time: 4 hrs
Age: 18+
Country of Origin: India
Recommended For You
Dheeraj ka Jadu
- Author Name:
Sirshree Tejparkhi
- Book Type:

- Description: "धीरज के जादू से जुबान, कान, आँख, नाक और हाथ सब असली खुशी पाने का साधन बन जाते हैं। बिना धीरज यही इंद्रियाँ रोग और विकार का कारण बन जाती हैं। जैसे... जुबान - धीरज = साँप का जहर, गाली, बद्दुआ। जुबान + धीरज = विकास की सीढ़ी, रिश्तों में मिठास कान - धीरज = युद्ध का मैदान, शोर कान + धीरज = सत्य श्रवण का द्वार आँख - धीरज = माया का विज्ञापन आँख + धीरज = करुणा की लहरों का महासागर नाक - धीरज = डर, यम का बैल, कम साँसें नाक + धीरज = प्राणायाम, लंबा स्वस्थ जीवन हाथ - धीरज = पाप कर्म हाथ + धीरज = महानिर्वाण निर्माण का साधन धीरज में ताकत है, धीरज में जादू है। धीरज निरंतर प्रयास है, प्रहार है, जो हर मुसीबत से आपको निकाल सकता है। हर कार्य के साथ यदि धीरज जुड़ जाए तो जीवन सीधा, सहज, सरल बन सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप धीरज पाने के लिए धीरज के साथ प्रयत्नशील रहें। कुछ नहीं करना, केवल इंतजार करना धीरज नहीं है। तो सवाल आ सकता है कि यह कैसे करें? जवाब बिल्कुल आसान है। इसके लिए आपको केवल यह पुस्तक पढ़कर इसमें दिए गए मार्गदर्शन को अपने दैनिक जीवन में उतारना है। www.watchwaitandwonder.com यानी थोड़ा देखें, थोड़ा इंतजार करें, मगर आश्चर्य के साथ!"
Diya Nahin to Kya Jiya
- Author Name:
N. Raghuraman
- Book Type:

- Description: Diya Nahin to Kya Jiya
Badlav Ke Real Hero
- Author Name:
N. Raghuraman
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
As A Man Thinketh
- Author Name:
James Allen
- Book Type:

- Description: जेम्स एलन का जन्म 1864 में लीसेस्टर, इंग्लैंड में हुआ। अपनी पहली किताब, 'फ्रॉम पॉवर्टी टू पॉवर' पूरी करने के बाद वे इल्फ्राकूम्ब में रहने चले गए। जहाँ उन्होंने अपनी यह अमर कृति जैसा मनुष्य सोचता है (Asa Man Thinketh)' लिखी जो कि उनकी कालजयी रचना है। यह पुस्तक 1902 में प्रकाशित हुई और इसे सेल्फ हेल्प किताबों की क्लासिक माना जाता है। इस पुस्तक को जेम्स एलन की पत्नी लिली ने प्रकाशित करवाया था। एलन का लेखक जीवन काफी छोटा रहा सिर्फ़ 9 साल का। 1912 में 48 वर्ष की उम्र में एलन इस दुनिया को छोड़ कर चले गए।
Suno Vidyarthiyo
- Author Name:
Mahatma Gandhi
- Book Type:

- Description: This book does not have any description.
Laajo
- Author Name:
Shashi Bubna
- Book Type:

- Description: "‘लाजो’ उपन्यास में एक भारतीय संस्कृति में पली-बढ़ी मध्यम परिवार में रहनेवाली लड़की की जीवन-कथा है। इसकी कथावस्तु में यह भी प्रमुखता से दरशाया गया है कि किस तरह भारतीय लड़कियाँ अपने माँ-बाप द्वारा चुने लड़के से ही शादी करती हैं, बाद में कैसी भी परेशानी आने पर उनके विचारों में किसी दूसरे के प्रति रुझान नहीं रहता। इस उपन्यास की नायिका लाजो (ललिता) अपने माता-पिता के साथ, अपने भाई-बहन के साथ एक मध्यम परिवार में रहती है। समय आने पर शादी हो जाती है। शादी होने के बाद आनेवाले उतार-चढ़ावों को बरदाश्त करती है। दुर्भाग्यवश उसे वापस अपने मायके आना पड़ता है। लगभग 3-4 वर्ष बाद पुनः वापस उसका पति ससम्मान उसे लेकर जाता है और वापस ससुराल जाने के बाद उसके जीवन में बदलाव आता है, जिससे उसकी पारिवारिक व व्यावहारिक जिंदगी आनंदमय हो जाती है। भारतीय परिवारों के जीवन-आदर्शों और एक नारी की सहनशीलता, दृढ़ता, कर्तव्यपरायणता, पति-प्रेम की सजीव झाँकी प्रस्तुत करनेवाला एक रोचक उपन्यास। "
India's Vision for Global Prosperity
- Author Name:
Anand Shankar Pandya
- Book Type:

- Description: While the modern capitalist economy is based upon the exploitation of weaker nations, India, since times immemorial, preached and practised the philosophy of the welfare of all. Based upon the ancient Indian wisdom contained in the Vedic aphorisms like "Sarve Bhavantu Sukhinah" (Let all be blessed), "Vasudhaiva Kutumbakam"[(World is one family), "Ahimsa Paramodharmah" (Non-violence is the supreme dharma), "Mitrasya Chakshusha Samikshamahe" (Look at the world with friendly eyes), "Ano Bhadrah Kratavo Yantu Vishwatah" (Let noble thoughts come from all sides), the book, "India's Vision for Global Prosperity" is the compilation of views expressed by Mumbai-based veteran freedom fighter, nationalist thinker and writer Shri Anand Shankar Pandya on diverse issues. What makes the book tremendously relevant today is that some of the views and ideas expressed by Shri Pandya during the 1970s are reflected in the policies of the present Union Government headed by Shri Narendra Modi. These views were published in leading newspapers like The Indian Express, The Sunday Mail, The Observer, The Times of India, Organiser, DNA, Free Press Journal, ABP, NBT, etc., in the form of articles, interviews, speeches and even advertisements.
Kyunki Jeena Isi Ka Naam Hai
- Author Name:
N. Raghuraman
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Zindagi Itni Sasti Kyon Hai
- Author Name:
Dr.Abrar Multani
- Book Type:

- Description: दवा कंपनियों ने मीडिया, टेलीविज़न और प्रचारतंत्र से चिंता तनाव और डिप्रेशन से लगभग सभी को पीड़ित घोषित कर दिया है तथा इसका उपचार दवाइयों को बताने में सफल हो चुकी है। कारण कुछ भी हो और उपचार एक ही तरह का ये तो चिकित्सा के सिद्धांत के विपरीत है। जानिए की हमने ज़िंदगी को इतनी सस्ती क्यों बना दिया है।
Acres Of Diamonds
- Author Name:
Russell H. Conwell
- Book Type:

- Description: स्टीवर्ट यह नहीं जानते थे कि लोगों को किस चीज़ जरूरत थी, इसलिए उन्होंने ग़लत चीजें खरीद लीं, जो उनके पास बेकार पड़ी रहीं। लेकिन स्टीवर्ट ने इस घटना से अपने व्यावसायिक जीवन का सबसे महान सबक सीख लिया और कहा, "मैं भविष्य में कोई चीज़ तब तक नहीं खरीदूंगा, जब तक कि मैं यह व जान लूँ कि लोगों की जरूरत किस चीज की है। इसके बाद ही मैं अपना माल खरीदूँगा।" वे घर-घर जाकर लोगों से पूछने लगे कि उन्हें कौन सी चीजें पसंद हैं । जब उन्हें यह पता चल गया कि लोग क्या चाहते हैं, उन्होंने अपने बचे हुए साढ़े बासठ सेंट का निवेश ऐसी चीजों में किया, जिन्हें लोग खरीदना चाहते थे। अब वे एक "सही माँग" की पूर्ति कर रहे थे। मुझे इस बात की परवाह नहीं है कि जिंदगी में आपका व्यवसाय या पद क्या है। मुझे इस बात की परवाह भी नहीं है कि आप वकील, डॉक्टर, हाउसकीपर, टीचर या कुछ और हैं। आप चाहे जो हाँ, सिद्धांत वही रहता है। हमें सबसे पहले यह जानना चाहिए कि दुनिया को किस चीज़ की ज़रूरत है और फिर हमें उस आवश्यकता की पूर्ति करने के लिए अपना निवेश करना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं, तो आपको विश्चित रूप से सफलता मिलेगी। दोस्तो, इसी सिद्धांत पर चलकर ए. टी. स्टीवर्ट ने अपनी संपत्ति को साढ़े बासठ सेंट से चालीस मिलियन डॉलर तक पहुँचाया था।
NLP Aur Mental Space Psychology Se Jeevan Mein Safalta Payen
- Author Name:
Dr. Lucas Derks
- Book Type:

- Description: त्रिआयामी स्थानिक अनुभव मस्तिष्क का प्राथमिक आयोजन सिद्धांत है। यह मनोविज्ञान के लिए सबसे मौलिक सफलताओं में से एक है कि हमारे सभी अनुभव और चेतना इसके द्वारा नियंत्रित होते हैं। इसके आधार पर हमारे मानसिक स्थान में अनुभूति के प्रसंस्करण के सभी बुनियादी तरीकों को दिखाया जा सकता है। विज्ञान के सभी क्षेत्रों, विशेष रूप से तंत्रिका विज्ञान में प्रगति के लिए धन्यवाद, मनोविज्ञान में एक आदर्श बदलाव की उम्मीद की जानी चाहिए। वर्तमान में ध्यान अभी भी व्यवहार, तंत्रिका विज्ञान, अनुभूति और भाषा विज्ञान के विज्ञान हैं। आनेवाले दशकों में यह मानसिक स्थान पर हावी होगा। मनोविज्ञान के लिए यह एक मौलिक परिवर्तन है, जो ग्राहकों के साथ क्लासिक तरीकों की तुलना में बहुत कम समय में समाधान के लिए संभव बनाता है। डॉ. लुकास डर्क्स दुनिया भर में न्यूरोलिंग्विस्टिक प्रोग्रामिंग (NLP) के सबसे महत्त्वपूर्ण डेवलपर्स में से एक हैं। 2019 में उन्हें सामाजिक पैनोरमा और मानसिक अंतरिक्ष मनोविज्ञान पर उनके काम के लिए NLP पुरस्कार मिला। लुकास डर्क्स एक शोधकर्ता, प्रशिक्षक और चिकित्सक के रूप में अपने काम से प्राप्त अंतर्दृष्टि के साथ मानव-मन के साथ अपने आकर्षण को विशिष्ट रूप से जोड़ता है।
Gusse Ka Software Aur Operating System
- Author Name:
Manoj Srivastav +1
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Zindagi Ka Bonus
- Author Name:
Sachchidanand Joshi
- Book Type:

- Description: ‘जिंदगी का बोनस’ जीवन के कुछ ऐसे अनोखे पलों का दस्तावेज है जो अनायास आपकी झोली में आ गिरते हैं, लेकिन फिर आपकी स्थायी निधि बन जाते हैं। ये पल आपको हँसाते भी हैं, गुदगुदाते भी हैं और वक्त पड़ने पर आपको चिकोटी भी काटते हैं। कभी आँखें नम कर जाते, तो कभी आह्लाद की अनुभूति कराते हैं। ‘कुछ अल्प विराम’ और ‘पलभर की पहचान’ के बाद रम्य रचनाओं की ये तीसरी प्रस्तुति है जो अपनी तरह का एक अनूठा प्रयोग है। जीवन का कौन सा पल कब आपके लिए क्या संदेश लाएगा, कहा नहीं जा सकता। इन पलों को सँजोकर रखना इसलिए जरूरी है। ‘जिंदगी का बोनस’ एक धरोहर बनकर जीवन के आनंद को तो बढ़ाएगा ही, साथ ही मानवीय संबंधों की अमूल्य निधि भी साथ दे जाएगा।
Musings of A Psychologist
- Author Name:
Dr. Gauri Nadkarni Choudhary
- Rating:
- Book Type:

- Description: The scope of psychology is beyond the clinic. It is in everything that we do and we don't do. The articles are just a different perspective of looking at everyday happenings and how they relate to how we deal with life.? Life doesn't come with an instruction manual. Often we shy away from talking about mental health or we confuse mental health with mental illness. These articles talk about simple day matters which have an impact on us. These are topics which we all face but don't realise that they have had an impact on us. It is a simpler way to look at things that bother us.
Jeevan Prabandhan : Kripa Karahu Guru Dev Ki Naain
- Author Name:
Pt. Vijay Shankar Mehta
- Rating:
- Book Type:

-
Description:
करोड़ों लोगों के लिए ‘श्रीहनुमान चालीसा’ नित्य परायण का साधन है। कइयों को यह कण्ठस्थ है पर अधिकांश ने यह जानने का प्रयत्न नहीं किया होगा कि इन पंक्तियों का गूढ़ अर्थ क्या है। गोस्वामी तुलसीदास जी ने अपना सारा साहित्य प्रभु को साक्षात् सामने रखकर लिखा है। उनका सारा सृजन एक तरह से वार्तालाप है। श्रीहनुमान जी से उनकी ऐसी ही एक निजी बातचीत का एक लोकप्रिय जनस्वीकृत नाम है ‘श्रीहनुमान चालीसा।'
आज के मानव के लिए अच्छा, सहज, सरल और सफल जीवन जीने के सारे संकेत हैं इस चालीसा में। ज्ञान के सागर में डुबकी लगाकर, भक्ति के मार्ग पर चलते हुए, निष्काम कार्य–योग को कैसे साधा जाए, जीवन में इसका सन्तुलन बनाती है ‘श्रीहनुमान चालीसा’।
जिसे पढ़ने के बाद यह समझ में आ जाता है कि श्रीहनुमान जीवन–प्रबन्धन के गुरु हैं।
जीवन–प्रबन्धन का आधार है स्वभाव और व्यवहार। आज के समय में बच्चों को जो सिखाया जा रहा है, युवा जिस पर चल रहे हैं, प्रौढ़ जिसे जी रहे हैं और वृद्धावस्था जिसमें अपना जीवन काट रही है, वह समूचा प्रबन्धन ‘व्यवहार’ पर आधारित है। जबकि जीवन–प्रबन्धन के मामले में ‘श्रीहनुमान चालीसा’ ‘स्वभाव’ पर जोर देती है।
व्यवहार से स्वभाव बनना आज के समय की रीत है, जबकि होना चाहिए स्वभाव से व्यवहार बने। जिसका स्वभाव सधा है, उसका हर व्यवहार सर्वप्रिय और सर्वस्वीकृत होता है। स्वभाव को कैसे साधा जाए, ऐसे जीवन–प्रबन्धन के सारे सूत्र हैं ‘श्रीहनुमान चालीसा’ की प्रत्येक पंक्ति में...
The Go-giver
- Author Name:
John David Mann +1
- Book Type:

- Description: गो-गिवर आमतौर पर बड़े लाभ अर्जित करते हैं; क्योंकि वे अपने ग्राहकों को प्रचुरता में मूल्य और एक शानदार अनुभव प्रदान करते हैं। महत्वपूर्ण यह है कि आप अपना प्रमुख ध्यान कहाँ रखते हैं? यदि आपका ध्यान लाभ पर पहले है तो शायद आप बड़ा मूल्य प्रदान करने के विभिन्न अवसर खो देंगे। जब आपका ध्यान आपके ग्राहकों के अनुभव पर होता है तो परिणाम स्वस्थ लाभ के रूप में मिलता है। एक देने वाली भावना आत्म-बलिदान, दूसरे पर निर्भरता या बलिदान की भावना नहीं होती। दूसरों के हितों को अपने से पहले रखने का, दूसरे व्य€त के बारे में अपनी जीत बनाना, जैसा कि सैम कहते हैं, यानी अपनी स्वयं की आवश्यकताओं और रुचियों को नकारना नहीं है। इसका मतलब यह भरोसा करना है कि जब आप दूसरों पर ध्यान देंगे तो आपकी आवश्यकताओं का ध्यान भी रखा जाएगा।
Yuvaman Ki Udaan
- Author Name:
Kiran Sood
- Book Type:

- Description: अद्भुत है माननीय सम्बन्धों का ताना-बाना, जीवन-पथ के अनजाने मोड़ से गुज़रते हुए, कौन, कब, कहाँ मिले कौन जाने? इसे संयोग कहें या नियति...? यह तय नहीं है। मीठे सम्बन्धों को परिभाषा में बाँधना ज़रूरी भी नहीं है। उड़ते पलों को मुट्ठियों में क़ैद करने में भी समझदारी नहीं है। जीवन के दीर्घ प्रवाह में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है—पहला क़दम, दूसरा और फिर तीसरा...और फिर दीर्घ अनुक्रम...सर्वथा स्वाभाविक है। यह पुस्तक व्यक्तित्व विकास शृंखला की पहली कड़ी है, संवाद का यह क्रम अविच्छिन्न रहेगा।
Kar Vijay Har Shikhar
- Author Name:
Premlata Agrawal
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Smart Banane Ke Funde
- Author Name:
N Raghuraman
- Book Type:

- Description: Awating description for this book
Apke Avchetan Man Ki Shakti
- Author Name:
Dr.Joseph Murphy
- Book Type:

- Description: This Books doesn’t have a description
Customer Reviews
0 out of 5
Book
Be the first to write a review...